ग्वालियर। देश के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति को तरोताजा बनाए रखने के लिए उनके जन्मदिवस को ग्वालियर, नगर गौरव दिवस यानी सिटी डे के रूप में मनाने जा रहा है. इस दिन जिला प्रशासन (Gwalior Gaurav Diwas) और नगर निगम ग्वालियर के द्वारा अटल जी के जीवन पर आधारित अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिसको लेकर विभागों ने प्लानिंग शुरू कर दी है. इसी के साथ, वाजपेयी के नाम पर ग्वालियर का गौरव दिवस मनाए जाने को लेकर कांग्रेस ने आपत्ति दर्ज कराई है.
माधवराव सिंधिया के नाम पर मनाया जाए गौरव दिवस
गौरव दिवस मनाए जाने को लेकर कांग्रेस ने कहा कि, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पूरे देश के गौरव हैं, लेकिन अगर ग्वालियर के विकास के लिहाज से देखें तो उनका कोई योगदान नहीं है. जबकि इसके उलट माधवराव सिंधिया को ग्वालियर के विकास पुरुष के नाम से जाना जाता है. कांग्रेस ने यह भी कहा कि, अंचल में इंडस्ट्रीज कोरिडोर डेवलप करने से लेकर तमाम जो बड़े विकास कार्य ग्वालियर चंबल अंचल में हुए हैं, उनके पीछे माधवराव सिंधिया का योगदान रहा है. ऐसे में सरकार को चाहिए कि माधवराव सिंधिया के नाम पर ग्वालियर का गौरव दिवस मनाया जाना चाहिए.
बीजेपी का पटलवार
कांग्रेस का पटलवार करते हुए बीजेपी का कहना है कि, कांग्रेस को कुछ ना कुछ बोलना है इसलिए वह कुछ भी बोल रही है. अटल जी के भांजे और पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा ने कहा है कि, अटल जी इस ग्वालियर की ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए विकास पुरुष के नाम से जाने जाते हैं. अटल जी लोगों के दिलों में बसते हैं और वह ग्वालियर की जान है, इसलिए उनकी यादों को हनेशा बनाए रखने के लिए ग्वालियर का गौरव दिवस उन्हीं के नाम पर मनाना चाहिए.
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गौरव दिवस मनाने को लेकर स्वीकृति प्रदान
ग्वालियर जिला प्रशासन ने जनप्रतिनिधियों और बुद्धिजीवियों से चर्चा करने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस को नगर का गौरव दिवस मनाने का प्रस्ताव संभागीय आयुक्त आशीष सक्सेना को भेज दिया है. जिस पर संभागीय आयुक्त ने स्वीकृति प्रदान की है और स्वीकृत प्रस्ताव का अनुमोदन जिले के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने भी किया है.