छिंदवाड़ा। लॉकडाउन अब मुसीबतों का सबब बनता जा रहा है. जहां मजदूर, छोटे धंधे करने वाले सभी वर्ग के लोग अब परेशान हैं. कुछ ऐसे ही हालात बांस से बना सामान बेचने वाले मजदूरों के भी हैं. जिनके के लिए दो वक्त की रोटी जुटाना भी मुश्किल हो गया है.
गर्मी के मौसम में बांस से बना सामान बिकता था. लेकिन इस बार लॉकडाउन के चलते व्यापार ठप पड़ा है. छिंदवाड़ा जिले में वंशकार समाज बड़े पैमाने पर बांस से बना सामान बेचकर अपना घर चलाते थे. लेकिन अब इनके सामने परेशानियां बढ़ती जा रही हैं.
बांस का सामान बनाने वाले मजदूरों का कहना है कि गर्मी के समय में कूलर में लगने वाली खस, छिटुआ, टोकनी की जमकर बिक्री होती थी. लेकिन लॉकडाउन के चलते इस बार नागपुर से ये लोग बांस नहीं ला पा रहे हैं. नागपुर रेड जोन में होने के चलते पूरी तरह बंद है. जिससे उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा होने लगा है.
नहीं मिल रही कोई सरकारी मदद
बांस से बना सामान बेचने वाले इन मजदूरों का कहना है कि उन्हें अब तक सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं मिली है. परेशानियां बढ़ती जा रही हैं. लॉकडाउन के चलते न तो दुकान खोल पा रहे हैं, अगर दुकान खोल भी लेते है तो सामान ही नहीं बिक रहा है. मजदूरों का कहना है कि गर्मी के सीजन में बांस से बनी कूलर की खस की जमकर ब्रिक्री होती थी. यही सीजन हमारी कमाई का होता था. जो अब खाली ही गुजरा जा रहा है. जिससे परेशानियां बढ़ती जा रही हैं.