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डीएपी बता कर किसानों को बेचते थे नकली खाद, छिंदवाड़ा कृषि विभाग ने मारा छापा - agriculture department Action

छिंदवाड़ा में किसानों को लालच देकर अवैध नकली डीएपी खाद बेचने वाले व्यापारियों के गोदाम में कृषि विभाग के अधिकारियों ने छापामार कार्रवाई की है. अधिकारियों ने खाद की गुणवत्ता और क्वालिटी की जांच के लिए सैंपल प्रयोगशाला को भेजा है. (Chhindwara fake DAP manure)

Chhindwara fake DAP manure
छिंदवाड़ा में नकली खाद का कारोबार
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Published : May 12, 2022, 9:15 AM IST

छिंदवाड़ा। सिंगोड़ी में नकली डीएपी खाद बेचने वाले गोदाम पर कृषि विभाग ने छापामार कार्रवाई की है. इस कार्रवाई में 70 बोरी जैविक खाद बरामद की गई है. अधिकारियों ने बताया कि "क्षेत्र में डीएपी (DAP) खाद की कालाबाजारी की शिकायत काफी दिनों से मिल रही थी. सैंपल लिए गए हैं, क्वालिटी की जांच की जाएगी और इसके बाद आरोपियों पर कार्रवाई होगी. इसके पहले भी यूरिया के कारोबार को लेकर कार्रवाई की गई थी. लेकिन इस क्षेत्र में अवैध खाद का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है. (Chhindwara agriculture department Action)

छिंदवाड़ा कृषि विभाग की छापामार कार्रवाई

अवैध जैविक खाद: कृषि विभाग के आलाधिकारियों को सूचना मिली थी कि, सिंगोड़ी बायपास मार्ग पर कुछ व्यापारी किसानों को घर जाकर अवैध रूप से जैविक खाद की सप्लाई कर रहे हैं. जानकारी लगते ही देखा तो गोदाम खुला पाया गया. कृषि विभाग के एसडीओ ने बताया कि, "जांच टीम ने मौके पर पहुंचकर दस्तावेज मांगे. व्यापारियों के पास ना लाइसेंस मिला, ना ही खाद बीज बेचने की परमिशन का कोई कागज था".

खाद की किल्लत के बाद एमपी के किसान बिजली कटौती से परेशान! सरकार से पूछा- आखिर कैसे करें सिंचाई

प्रयोगशाला में क्वालिटी की जांच जारी: आलाधिकारियों ने बताया कि, "गोदाम में लगभग 70 बोरी खाद बची थी. कार्रवाई के दौरान सैंपल लिए गए हैं. क्वालिटी की जांच की जा रही है. थाने में भी शिकायत दर्ज कराई गई है. व्यापारी जैविक खाद का नाम बताकर बगैर परमिशन के 1200 रुपये के हिसाब से जैविक खाद बेच रहा था. लगभग 2 साल से ये काला कोरोबार चल रहा था. प्रयोगशाला में जांच की जा रही है, जो भी तथ्य सामने आएंगे कार्रवाई की जाएगी".

कृषि उपज मंडी के कचरे से तैयार की जा रही जैविक खाद, किसानों को दी जा रही मुफ्त

लालच दे कर किसानों से ठगी: इसके पहले भी सिंगोड़ी में यूरिया की कालाबाजारी करने वाले व्यापारियों के गोदाम पर छापामार कार्रवाई की गई थी. लेकिन खरीफ का सीजन नजदीक आते ही किसानों को ठगने वाले गिरोह सक्रिय हो गए हैं. ग्रामीण इलाके में घर-घर जाकर किसानों को खाद और बीज सस्ते दामों पर बेचने लगे हैं. किसान लालच में आकर इनसे ठगा जा रहा है. इसलिए कृषि विभाग लगातार अपील कर रहा है कि, कोई भी खाद बीज रजिस्टर्ड दुकानों से बिल के माध्यम से ही खरीदें, ताकि अगर खाद बीज में कोई दिक्कत आए तो उन पर कार्रवाई की जा सके. (black marketing chhindwara fertilizer)

छिंदवाड़ा। सिंगोड़ी में नकली डीएपी खाद बेचने वाले गोदाम पर कृषि विभाग ने छापामार कार्रवाई की है. इस कार्रवाई में 70 बोरी जैविक खाद बरामद की गई है. अधिकारियों ने बताया कि "क्षेत्र में डीएपी (DAP) खाद की कालाबाजारी की शिकायत काफी दिनों से मिल रही थी. सैंपल लिए गए हैं, क्वालिटी की जांच की जाएगी और इसके बाद आरोपियों पर कार्रवाई होगी. इसके पहले भी यूरिया के कारोबार को लेकर कार्रवाई की गई थी. लेकिन इस क्षेत्र में अवैध खाद का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है. (Chhindwara agriculture department Action)

छिंदवाड़ा कृषि विभाग की छापामार कार्रवाई

अवैध जैविक खाद: कृषि विभाग के आलाधिकारियों को सूचना मिली थी कि, सिंगोड़ी बायपास मार्ग पर कुछ व्यापारी किसानों को घर जाकर अवैध रूप से जैविक खाद की सप्लाई कर रहे हैं. जानकारी लगते ही देखा तो गोदाम खुला पाया गया. कृषि विभाग के एसडीओ ने बताया कि, "जांच टीम ने मौके पर पहुंचकर दस्तावेज मांगे. व्यापारियों के पास ना लाइसेंस मिला, ना ही खाद बीज बेचने की परमिशन का कोई कागज था".

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प्रयोगशाला में क्वालिटी की जांच जारी: आलाधिकारियों ने बताया कि, "गोदाम में लगभग 70 बोरी खाद बची थी. कार्रवाई के दौरान सैंपल लिए गए हैं. क्वालिटी की जांच की जा रही है. थाने में भी शिकायत दर्ज कराई गई है. व्यापारी जैविक खाद का नाम बताकर बगैर परमिशन के 1200 रुपये के हिसाब से जैविक खाद बेच रहा था. लगभग 2 साल से ये काला कोरोबार चल रहा था. प्रयोगशाला में जांच की जा रही है, जो भी तथ्य सामने आएंगे कार्रवाई की जाएगी".

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लालच दे कर किसानों से ठगी: इसके पहले भी सिंगोड़ी में यूरिया की कालाबाजारी करने वाले व्यापारियों के गोदाम पर छापामार कार्रवाई की गई थी. लेकिन खरीफ का सीजन नजदीक आते ही किसानों को ठगने वाले गिरोह सक्रिय हो गए हैं. ग्रामीण इलाके में घर-घर जाकर किसानों को खाद और बीज सस्ते दामों पर बेचने लगे हैं. किसान लालच में आकर इनसे ठगा जा रहा है. इसलिए कृषि विभाग लगातार अपील कर रहा है कि, कोई भी खाद बीज रजिस्टर्ड दुकानों से बिल के माध्यम से ही खरीदें, ताकि अगर खाद बीज में कोई दिक्कत आए तो उन पर कार्रवाई की जा सके. (black marketing chhindwara fertilizer)

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