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उमंग सिंघार को मिला गोविंद सिंह का साथ, कार्य विभाजन को बताया मंत्री का अधिकार

वन मंत्री उमंग सिंघार द्वारा एसीएस के अधिकार कम किए जाने के मामले में सामान्य प्रशासन मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने उनका समर्थन किया है. गोविंद सिंह ने कहा है कि प्रजातंत्र में मंत्री सबसे बड़ा है वह अपनी इच्छा से कार्य विभाजन कर सकता है.

उमंग सिंघार को मिला गोविंद सिंह का साथ
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Published : Oct 17, 2019, 2:09 PM IST

Updated : Oct 18, 2019, 7:34 AM IST

भोपाल। वन मंत्री उमंग सिंघार द्वारा एसीएस के अधिकार कम किए जाने का सामान्य प्रशासन मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने समर्थन किया है. गोविंद सिंह ने कहा है कि प्रजातंत्र में मंत्री सबसे बड़ा है. वह अपनी इच्छा से कार्य विभाजन कर सकता है. उन्होंने कहा कि यह कोई मुद्दा ही नहीं है, किसको क्या काम दिया जाए यह सरकार के ऊपर निर्भर है.

उमंग सिंघार को मिला गोविंद सिंह का साथ

क्या है पूरा मामला
वन मंत्री उमंग सिंघार ने अपने विभाग में के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एपी श्रीवास्तव के अधिकार उनके निचले अधिकारी को दे दिए हैं, जिसके बाद अधिकारी नाराज बताए जा रहे हैं. कार्य विभाजन के बाद से ही एसीएस एपी श्रीवास्तव छुट्टी पर चले गए हैं.

नमामि देवी नर्मदे अभियान के दौरान पौधारोपण घोटाले की जांच संबंधी नोट शीट अटकने से नाराज वन मंत्री ने कार्य विभाजन किया है. नए कार्य विभाजन में एपी श्रीवास्तव को प्रशासकीय नियंत्रण की जिम्मेदारी दी गई है. मंत्री द्वारा किए गए इस कार्य विभाजन को लेकर विवाद की स्थिति बन गई है.

भोपाल। वन मंत्री उमंग सिंघार द्वारा एसीएस के अधिकार कम किए जाने का सामान्य प्रशासन मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने समर्थन किया है. गोविंद सिंह ने कहा है कि प्रजातंत्र में मंत्री सबसे बड़ा है. वह अपनी इच्छा से कार्य विभाजन कर सकता है. उन्होंने कहा कि यह कोई मुद्दा ही नहीं है, किसको क्या काम दिया जाए यह सरकार के ऊपर निर्भर है.

उमंग सिंघार को मिला गोविंद सिंह का साथ

क्या है पूरा मामला
वन मंत्री उमंग सिंघार ने अपने विभाग में के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एपी श्रीवास्तव के अधिकार उनके निचले अधिकारी को दे दिए हैं, जिसके बाद अधिकारी नाराज बताए जा रहे हैं. कार्य विभाजन के बाद से ही एसीएस एपी श्रीवास्तव छुट्टी पर चले गए हैं.

नमामि देवी नर्मदे अभियान के दौरान पौधारोपण घोटाले की जांच संबंधी नोट शीट अटकने से नाराज वन मंत्री ने कार्य विभाजन किया है. नए कार्य विभाजन में एपी श्रीवास्तव को प्रशासकीय नियंत्रण की जिम्मेदारी दी गई है. मंत्री द्वारा किए गए इस कार्य विभाजन को लेकर विवाद की स्थिति बन गई है.

Intro:भोपाल। वन मंत्री उमंग सिंगार द्वारा एसीएस के अधिकार कम किए जाने के मामले में सामान्य प्रशासन मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने उनका समर्थन किया है। डॉक्टर गोविंद सिंह ने कहा है कि प्रजातंत्र में मंत्री सबसे बड़ा है वह अपनी इच्छा से कार्य विभाजन कर सकता है। उन्होंने कहा कि यह कोई मुद्दा ही नहीं है किसको क्या काम दिया जाए यह सरकार के ऊपर निर्भर है।


Body:क्या है पूरा विवाद

वन मंत्री उमंग सिंगार ने विभाग के प्रशासनिक प्रमुख और मुख्य सचिव स्तर के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एपी श्रीवास्तव के अधिकार उनके निचले अधिकारी को दे दिए मंत्री द्वारा किए गए कार्य विभाजन से अधिकारी नाराज बताए जा रहे हैं। कार्य विभाजन के बाद से ही एसीएस एपी श्रीवास्तव छुट्टी पर चले गए हैं। बताया जा रहा है कि नमामि देवी नर्मदे अभियान के दौरान पौधारोपण घोटाले की जांच संबंधी अपनी नोट शीट अटकने से नाराज वन मंत्री ने कार्य विभाजन किया है। नए कार्य विभाजन के तहत अपर मुख्य सचिव एपी श्रीवास्तव को सभी सचिवों पर प्रशासकीय नियंत्रण रखने की जिम्मेदारी दी गई है वह सुनिश्चित करेंगे कि सभी कार्यो का निपटारा समयबद्ध तरीके से नियम अनुसार किया जाए। मंत्री द्वारा किए गए इस कार्य विभाजन को लेकर विवाद की स्थिति बन गई है। उधर मामले को लेकर सामान्य प्रशासन मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह ने वन मंत्री उमंग सिंगार का समर्थन किया है। डॉक्टर गोविंद सिंह ने उमंग सिंगार का समर्थन करते हुए कहा कि प्रजातंत्र में मंत्री सबसे बड़ा है यह मंत्री की इच्छा है कि कार्य विभाजन में किसे क्या अधिकार दिए जाएं। प्रजातंत्र में जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों को संविधान में संपूर्ण अधिकार है। अगर मंत्री ने ऐसा किया है तो अपने विवेक से और नियमों के हिसाब से किया है यह कोई मुद्दा नहीं है किसको क्या काम दिया जाए यह सरकार के ऊपर निर्भर है सरकार का मंत्री निर्णय लेता है और सभी को उसको मानना पड़ता है।


Conclusion:
Last Updated : Oct 18, 2019, 7:34 AM IST
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