भोपाल। कोरोना के चलते देश में किया गया 21 दिन का लॉकडाउन अब अपना असर दिखा रहा है, लॉकडाउन की वजह से ट्रांसपोर्ट व्यवसाय बुरी तरह चरमराया गया है. मध्य प्रदेश में लॉकडाउन के चलते करीब 10 लाख ट्रकों के पहिए थमे हुए हैं. जिसका सीधा असर प्रदेश की अर्थव्ययवस्था पर भी पड़ रहा है.
ट्रांसपोर्ट कारोबारियों की मानें, तो लॉकडाउन के चलते उन्हें हर दिन करीब 70 से 80 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है. जो पिछले 18 दिनों में अरबों रुपयों तक पहुंच गया. जिसका असर केवल व्यवसायियों को ही नहीं हुआ, बल्कि उन ड्राइवरों को भी हुआ जो ट्रक चलाकर अपना घर चलाते थे.
भोपाल ट्रक वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष जितेंदर पाल गिल ने कहा कि लॉकडाउन से ट्रॉसपोर्ट का बिजनेस खासा प्रभावित हुआ. अगर लॉकडाउन और आगे बढ़ा तो मुसीबतें भी बढ़ेंगी. कुछ ऐसा ही कहना था ट्रांसपोर्ट नगर कोकता एसोसिएशन के पदाधिकारी अजय शर्मा का. अति आवश्यक सामग्रियों के परिवहन के लिए कुछ वाहन चलाए जा रहे हैं, लेकिन लाखों पहिए थमे हैं. जिससे नुकसान बढ़ता जा रहा है, सरकार को ट्रांसपोर्ट व्यवसायियों के लिए कोई बीच का रास्ता निकालना चाहिए.
देशभर में करीब 95 लाख ट्रक हैं तो वहीं मध्यप्रदेश में करीब 10 लाख ट्रक चलते हैं. लेकिन लॉकडाउन से सब कुछ थम गया. कई ट्रक देश के अलग-अलग जगहों पर फंसे हैं, जिसमें लाखों का माल फंसा है, यानि ट्रांसपोर्ट व्यवसाय के दोबारा से पटरी पर आने पर काफी समय लग सकता है.