भोपाल। शिवराज मंत्रिमंडल में रविवार को शामिल हुए दो नए मंत्रियों को आज विभागों का बंटवारा भी कर दिया गया है. मंत्री तुलसी सिलावट को जल संसाधन विभाग का जिम्मा सौंपा गया है. वहीं गोविंद सिंह राजपूत को राजस्व और परिवहन विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
तुलसी को जल संसाधन तो राजपूत को परिवहन विभाग
मध्य प्रदेश में हुए उपचुनाव के बाद 3 जनवरी को शिवराज मंत्रिमंडल में दो और मंत्री शामिल हो गए हैं. सिंधिया खेमे के तुलसीराम सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत ने राजभवन में मंत्री पद की शपथ ली. रविवार को शपथ समारोह के बाद सोमवार को ही दोनों मंत्रियों को विभागों का बंटवारा कर दिया गया है. जिसमें तुलसीराम सिलावट को जल संसाधन, मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास विभाग का जिम्मा सौंपा गया है. वहीं गोविंद सिंह राजपूत को राजस्व और परिवहन विभाग की कमान सौंपी गई है.
पहले भी इन्ही विभागों की संभाली है जिम्मेदारी
कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल होने के बाद तुलसीराम सिलावट को मंत्री बनाया गया था. उस वक्त भी उन्हें जल संसाधन विभाग की कमान सौंपी गई थी. वही गोविंद सिंह राजपूत के पास भी परिवहन विभाग ही था. माना जा रहा था कि मंत्री पद की शपथ लेने के बाद इन दोनों मंत्रियों को दूसरे विभाग दिए जा सकते हैं लेकिन आज हुए विभाग बंटवारे में दोबारा इन दोनों मंत्रियों को पुराने विभागों का ही कप्तान बनाया गया है.
शिवराज मंत्री मंडल में अब 30 मंत्री शामिल
मध्यप्रदेश में हुए 28 विधानसभा के उपचुनाव के बाद सिंधिया खेमे के तुलसीराम सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत ने भारी बहुमत से जीत दर्ज की थी. जबकि सिंधिया के खास समर्थकों में से एक इमरती देवी को उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ा है. चुनाव परिणामों के बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि शिवराज मंत्रिमंडल में पांच से छह मंत्रियों को जगह मिलेगी. केवल दो ही मंत्रियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया. अब शिवराज मंत्रिमंडल में कुल 30 मंत्री शामिल हो गए हैं. शिवराज मंत्रिमंडल में अभी भी चार मंत्रियों की जगह खाली है.