भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना की ही तरह ही ब्लैक फंगस भी अब धीरे धीरे विकराल रूप लेता जा रहा है. सिर्फ ब्लैक ही नहीं प्रदेश में वाइट फंगस ने भी दस्तक दे दी है. जबलपुर और ग्वालियर में इसके मरीजे मिले हैं. ब्लैक फंगस को एमपी सरकार ने महामारी घोषित कर दिया है. एक आंकड़े के मुताबिक मध्यप्रदेश में ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीजों की संख्या अब एक हजार से ऊपर पहुंच गई है.
ब्लैक फंगस के मरीजों का आंकड़ा
महामारी घोषित होने के बाद प्रदेश सरकार इस बीमारी से पीड़ित लोगों का आंकड़ा जारी किया.इसके मुताबिक
- प्रदेश में अभी तक ब्लैक फंगस के 1044 मरीज मिले हैं.
- प्रदेश के पांच सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 610 ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज चल रहा है.
- महामारी घोषित होने के बाद दूसरे अस्पतालों से भी सरकार को आंकड़े मिल रहे हैं.
- जबलपुर में वाइट फंगस का पहले केस सामने आया. यहां 55 वर्षीय एक व्यक्ति के कोविड-19 से ठीक होने के बाद 'व्हाइट फंगस' के संक्रमण का पता चला है.
- 17 मई को इस व्यक्ति का एक ऑपरेशन किया गया था जिसके बाद इसकी जांच की गई तो जांच के दौरान उसकी नाक में व्हाइट फंगस के संक्रमण का पता चला.
इंदौर में हुआ हंगामा, परिजन लगा रहे गुहार
महामारी के इस दौर में मरीज की जान बचाने के लिए लोगों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मरीज के परिजन के लिए कोरोना के रेमडेसिविर इंजेक्शन की तरह ही ब्लैक फंगस के इलाज में कारगर माने जा रहे एम्फीटोरिसन -बी इंजेक्शन के लिए भी जंग लड़ रही है. भोपाल, इंदौर, ग्वालियर हर जगह लोग ब्लैक फंगस के इंजेक्शन के लिए परेशान हो रहे हैं. इंदौर में सोमवार को इंजेक्शन न मिल पाने के कारण परेशान मरीजों के परिजन सांसद शंकर लालवानी और मंत्री तुलसी सिलावट की बैठक में घुस गए और हंगामा किया. उनका आरोप था कि वह अपने मरीजों के इलाज के लिए काफी परेशान हो रहे हैं, उन्हें न तो इंजेक्शन मिल पा रहे हैं न ही इस समस्या का कोई समाधान होता दिख रहा है. इंजेक्शन उपलब्ध कराने की मांग करते हुए परिजन परिसर में ही धरने बैठ गए.
अभिनेता सोनू सूद ने बढ़ाया मदद का हाथ, रेणु शर्मा को इंजेक्शन पहुंचाने का किया वादा
बेटी ने लगाई सीएम से गुहार
ग्वालियर में अपने पिता के इलाज के लिए ब्लैक फंगस बीमारी में यूज होने वाले इंजेक्शन के लिए रेणु शर्मा ने सोशल मीडिया पर सीएम से गुहार लगाई. बुधवार को सीएम ने रेनू शर्मा को इंजेक्शन उपलब्ध कराने का भरोसा दिया था. इसके बाद जिला प्रशासन की मदद से कलेक्टर द्वारा एक-एक कर उन्हें अभी तक 4 लिपोसोमल एम्फोटिरिसन-बी इंजेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं. शिवराज सरकार के मंत्री जोकि ग्वालियर से ही हैं प्रद्धुमन सिंह, ने भी रेणु शर्मा को मदद का भरोसा दिलाया है. बीजेपी के मीडिया प्रभारी लोकेश पाराशर ने मंगलवार देर रात ट्वीट कर यह जानकारी दी कि रेणु को उनके पापा के इलाज के लिए जरूरी इंजेक्शन उपलब्ध कराए जा रहे हैं. मंत्री प्रद्युमन सिंह ने जानकारी दी कि इंजेक्शन भोपाल आ चुके हैं जिन्हें बुधवार शाम या देर रात तक ग्वालियर पहुंचा दिया जाएगा.
मैच नहीं हुए सोनू सूद के इंजेक्शन
रेणु शर्मा का अपने पापा के इलाज के लिए सीएम से मदद मांगने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अभिनेता सोनू सूद भी उनकी मदद को सामने आए. अभिनेता सोनू सूद की टीम ने रेणु शर्मा से संपर्क कर उनसे वीडियो कॉल के माध्यम से बात की और दिल्ली से उन्हें जल्द से जल्द इंजेक्शन उरलब्ध कराने का वादा किया. रेणु ने बताया कि मंगलवार रात मुंबई से फिल्म एक्टर सोनू सूद ने भी वीडियो कॉलिंग कर उनसे बात की उन्होंने अपने स्टॉक से कुछ इंजेक्शन भेजने का वादा किया है, पर उनके स्टॉक में जो डोज हैं, वह यहां डॉक्टर की डिमांड से मैच नहीं कर रहे हैं. इसके बाद उन्होंने जरूरी इंजेक्शन लिपोसोमल एम्फोटिरिसन-बी का इंतजाम कर रहे हैं.
यह है पूरा मामला
रेणु शर्मा ने अपने पिता की जिंदगी बचाने के लिए सीएम शिवराज सिंह और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से मदद की गुहार लगाई थी. रेनू शर्मा के पिता ब्लैक फंगस के शिकार हो गए थे. वह पिछले 10 दिन से ग्वालियर के अपोलो अस्पताल में भर्ती हैं. यहां डॉक्टर ने फंगस को रोकने के लिए करीब 100 इंजेक्शन की डिमांड की थी. रेनू और उसके मामा मिलकर किसी तरह सिर्फ 20 इंजेक्शन का ही इंतजाम कर पाए हैं. जिस कारण फंगस फैलने से रेनू के पिता की बांई आंख और ऊपर का जबड़ा निकालना पड़ा है. पिता का जीवन बचाने के लिए बेटी लगातार एक सप्ताह से दर-दर भटक रही थी लेकिन कोई भी अधिकारी और प्रशासन उसकी मदद को सामने नहीं आया. यही वजह है कि रेणु ने सोशल मीडिया के जरिए सीएम से मदद की गुहार लगाई.
इंदौर की बेटी ने भी सीएम,पीएम से लगाई गुहार
ग्वालियर के बाद इंदौर की एक बेटी ने ब्लैक फंगस के इंजेक्शन के लिए मध्य प्रदेश के सीएम और देश के पीएम से गुहार लगाई है. इंदौर में निजी अस्पतालों को सीधे इंजेक्शन देने की व्यवस्था के बावजूद मरीजों को इलाज में जरूरी इंजेक्शन नहीं मिल पा रहे हैं. इन हालातों के चलते इंदौर के निजी अस्पताल में भर्ती स्नेहा गुप्ता ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है. स्नेहा ने अपनी हालत बयां करते हुए जो वीडियो जारी किया है. स्नेहा को दाई आंख में फंगस होने के कारण 20 मई से निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है लेकिन तब से अब तक सर्जरी के बाद भी उसे एक ही इंजेक्शन लग पाया है. डॉक्टर्स ने स्नेहा को हर दिन एक इंजेक्शन लगाए जाने को कहा है ऐसे में उसे जल्द ही ब्लैक फंगस के इलाज के लिए इंजेक्शन नहीं मिले तो उसकी जान को खतरा हो सकता है. वीडियो में स्नेहा के पिता अजय गुप्ता ने कहा है कि उनकी बेटी इंदौर के निजी अस्पताल के रूम 1010 में एडमिट है. अजय गुप्ता ने बताया की उनकी दो बेटियां हैं जिनमें बड़ी बेटी मानसिक रोगी है जबकि पत्नी खुद भी कैंसर की मरीज है. इसलिए स्नेहा ही उनकी आखिरी उम्मीद है.
डिमांड से कम है आपूर्ति
इधर इंदौर जिला प्रशासन ने निजी अस्पतालों को सीधे ही इंजेक्शन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है, लेकिन पता चला है कि अकेले बॉम्बे हॉस्पिटल में ही 31 मरीज भर्ती है. जबकि आपूर्ति सिर्फ 23 इंजेक्शन की हो पा रही है. जबकि इंफेक्शन के बाद एक मरीज को हर दिन 6 इंजेक्शन की जरूरत होती है. ऐसे मामले में मरीजों और उनके परिजनो के सामने शासन-प्रशासन के सामने गुहार लगाने के अलावा कोई और चारा नहीं है.