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प्रहलाद लोधी की सदन में एंट्री के सवाल पर सज्जन सिंह वर्मा का अमर्यादित बयान - सज्जन सिंह वर्मा

बीजेपी अपने निलंबित विधायक प्रहलाद लोधी का विधानसभा के शीतकालीन सत्र में हिस्सा लेने का दावा कर रही है. जिस पर मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि प्रदेश बीजेपी के नेता तो क्या उनके दिल्ली वाले भी आ जाएं तो भी कोई सदन में नहीं घुस सकता.

सज्जन सिंह वर्मा, लोकनिर्माण मंत्री
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Published : Nov 21, 2019, 11:32 PM IST

Updated : Nov 21, 2019, 11:38 PM IST

भोपाल। बीजेपी के निलंबित विधायक प्रहलाद लोधी के मामले में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच टकराव बढ़ता जा रही है. बीजेपी ने ऐलान किया है कि आगामी विधानसभा सत्र में बीजेपी के सभी विधायक प्रहलाद लोधी को विधानसभा लेकर जाएंगे, चाहे कुछ भी हो जाए. जिस पर मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा विधानसभा अध्यक्ष ने निर्णय ले लिया है. अब बीजेपी वाले क्या उनके दिल्ली वाले भी बोलें तो विधानसभा में कोई घुस नहीं सकता.

सज्जन सिंह वर्मा, लोकनिर्माण मंत्री

मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि स्पीकर किसी भी विधानसभा का मुखिया होता है. विधानसभा में स्पीकर का पद सर्वोच्च है इसलिए उसका निर्णय ही माना जाएगा. स्पीकर ने एक बार संविधान के अनुसार निर्णय ले लिया. अब जब तक स्पीकर नहीं चाहेंगे. तब तक कोई अवांछित व्यक्ति विधानसभा के अंदर नहीं घुस सकता.

प्रहलाद लोधी पर बढ़ती जा रही है बीजेपी-कांग्रेस की तकरार
प्रहलाद लोधी के मामले में बीजेपी और कांग्रेस की तकरार बढ़ती जा रही है. दरअसल, प्रहलाद लोधी की सजा पर हाईकोर्ट के स्टे के बाद बीजेपी का कहना है कि वे विधायक है और उनको सदन में हिस्सा लेने का अधिकार है. लेकिन कांग्रेस इस बात पर अड़ी है कि प्रहलाद लोधी सदन में हिस्सा नहीं ले सकते. कांग्रेस हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच चुकी है.

भोपाल। बीजेपी के निलंबित विधायक प्रहलाद लोधी के मामले में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच टकराव बढ़ता जा रही है. बीजेपी ने ऐलान किया है कि आगामी विधानसभा सत्र में बीजेपी के सभी विधायक प्रहलाद लोधी को विधानसभा लेकर जाएंगे, चाहे कुछ भी हो जाए. जिस पर मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा विधानसभा अध्यक्ष ने निर्णय ले लिया है. अब बीजेपी वाले क्या उनके दिल्ली वाले भी बोलें तो विधानसभा में कोई घुस नहीं सकता.

सज्जन सिंह वर्मा, लोकनिर्माण मंत्री

मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि स्पीकर किसी भी विधानसभा का मुखिया होता है. विधानसभा में स्पीकर का पद सर्वोच्च है इसलिए उसका निर्णय ही माना जाएगा. स्पीकर ने एक बार संविधान के अनुसार निर्णय ले लिया. अब जब तक स्पीकर नहीं चाहेंगे. तब तक कोई अवांछित व्यक्ति विधानसभा के अंदर नहीं घुस सकता.

प्रहलाद लोधी पर बढ़ती जा रही है बीजेपी-कांग्रेस की तकरार
प्रहलाद लोधी के मामले में बीजेपी और कांग्रेस की तकरार बढ़ती जा रही है. दरअसल, प्रहलाद लोधी की सजा पर हाईकोर्ट के स्टे के बाद बीजेपी का कहना है कि वे विधायक है और उनको सदन में हिस्सा लेने का अधिकार है. लेकिन कांग्रेस इस बात पर अड़ी है कि प्रहलाद लोधी सदन में हिस्सा नहीं ले सकते. कांग्रेस हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच चुकी है.

Intro:भोपाल। अपराधिक मामले में 2 साल की सजा के बाद विधान सभा से बर्खास्त किए गए बीजेपी विधायक प्रहलाद लोधी को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच टकराहट बढ़ती जा रही है। बीजेपी ने ऐलान किया है कि आगामी विधानसभा सत्र में बीजेपी के सभी विधायक प्रहलाद लोधी को विधानसभा लेकर जाएंगे, चाहे कुछ भी हो जाए। बीजेपी के इस बयान पर कमलनाथ सरकार के मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का कहना है कि किसी भी विधानसभा का मुखिया स्पीकर होता है और संविधान के अनुसार स्पीकर ने जो एक बार निर्णय ले लिया। जब तक स्पीकर नहीं चाहेंगे। तब तक बीजेपी वाले क्या उनके दिल्ली वाले पिताजी भी बोले तो विधानसभा में कोई घुस नहीं सकता।


Body:बीजेपी विधायक प्रहलाद लोधी को विधानसभा स्पीकर ने एक अपराधिक मामले में स्पेशल कोर्ट से 2 साल की सजा होने के बाद मध्यप्रदेश विधानसभा में जनप्रतिनिधित्व कानून के तहत अयोग्य घोषित कर दिया था। सजा के बाद प्रहलाद लोधी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था और हाई कोर्ट ने 5 जनवरी तक प्रहलाद लोधी की सजा पर अंतरिम रोक लगा दी थी। इसके बाद बीजेपी की मांग है कि प्रहलाद लोधी की बर्खास्तगी को वापस लिया जाए।लेकिन दूसरी तरफ कांग्रेस का कहना है कि विधानसभा के स्पीकर ने जनप्रतिनिधित्व कानून के तहत फैसला लिया है। जुलाई 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने जनप्रतिनिधित्व कानून की धारा 8 की उप धारा 4 को समाप्त करते हुए जनप्रतिनिधियों को 2 साल या 2 साल से ज्यादा की सजा पर अपील का अधिकार समाप्त कर दिया था। हाईकोर्ट ने प्रहलाद लोधी की सजा पर स्टे लगा दिया है।लेकिन उनकी विधानसभा सदस्यता पर कोई टिप्पणी नहीं की है।इसलिए मध्यप्रदेश विधानसभा उनकी बर्खास्तगी को यथावत रखे हुए हैं और बीजेपी लगातार उनकी सदस्यता बहाल करे जाने का दबाव बना रही है।हालांकि इस मामले को लेकर प्रहलाद लोधी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया है। लेकिन बीजेपी ने ऐलान किया है कि आगामी शीतकालीन सत्र में बीजेपी के तमाम विधायक प्रहलाद लोधी को विधानसभा लेकर जाएंगे


Conclusion:बीजेपी के ऐलान पर कमलनाथ सरकार के मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का कहना है कि स्पीकर किसी भी विधानसभा का मुखिया होता है। स्पीकर सर्वोच्च होता है। स्पीकर ने एक बार संविधान के अनुसार निर्णय ले लिया।अब जब तक स्पीकर नहीं चाहेंगे। तब तक कोई अवांछित व्यक्ति विधानसभा के अंदर नहीं घुस सकता है।बीजेपी वाले बोले या उनके दिल्ली वाले पिता जी बोले हैं। लेकिन विधानसभा में कोई नहीं हो सकता।
Last Updated : Nov 21, 2019, 11:38 PM IST
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