भोपाल। सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर से सेक्सटॉर्शन (sadhvi pragya thakur sextortion case)मांगने वाले दोनों आरोपियों ने पूछताछ के दौरान कई अहम राज उगले हैं. भोपाल पुलिस ने दोनों आरोपियो वजीश और रवीन को राजस्थान से गिरफ्तार किया था. दोनों आरोपियों को भोपाल कोर्ट में भी पेश किया गया है. इस मामले में गुरूवार को धारा 164 के तहत सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने भी अपने बयान दर्ज कराए हैं. उन्होंने इस पूरे मामले को अपने खिलाफ साजिश बताया है.
यह है पूरा मामला
- 6 फरवरी को सांसद प्रज्ञा ठाकुर को एक अंजान नंबर से वीडियो कॉल आया था. प्रज्ञा ठाकुर ने जैसे ही फोन उठाया तो दूसरी तरफ कॉल पर मौजूद युवती अपने कपड़े उतारने लगी. उसने न्यूड होने की कोशिश के दौरान कॉल रिकॉर्ड कर लिया.
- उसके बाद दूसरे नंबर से युवक ने फोन पर वह वीडियो सांसद को भेजकर पैसों की मांग की. सांसद ने भोपाल के टीटी नगर थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई.
- 12 फरवरी को इस मामले में दोनों आरोपियों को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया गया.
प्रज्ञा ने कहा यह बड़ा षड़यंत्र है
गुरूवार को भोपाल कोर्ट में बयान दर्ज कराने आईं सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि सेक्सटॉर्शन का मामला एक बहुत बड़ा षड़यंत्र है. उन्होंने कहा कि जिस दिन से मेरे साथ हुई घटना की जानकारी बाहर आई है मुझे देशभऱ से लोगों की फोन आ रहे हैं. जिसमें लोगों ने बताया कि सेक्सटॉर्शन से तंग आकर किसी के बच्चे ने आत्महत्या कर ली तो किसी ने कहा कि उनके रिश्तेदार या मिलने वाले इस तरह से उन्हें ब्लैकमेल कर रहे हैं. कई लोग तो इन ब्लैकमेलरों को काफी पैसे दे चुके हैं बावजूद इसके उनसे और पैसे की मांग की जा रही है.
सक्रिय है ब्लैकमेलर्स की बड़ी गैंग
सांसद ने सेक्सटॉर्शन के नाम पर की जा रही इस ब्लैकमेलिंग को सामाजिक अपराध बताया है, जिसके चलते युवक व युवतियां आत्महत्या करने तक को मजबूर हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ जो मालेगाव प्रकरण चल रहा है और जिसमे वे आरोपी हैं. ऐसे में मेरे पास बहुत से मुस्लिम लोगो के भी धमकी भरे फोन आते हैं. पिछले बार पत्र के जरिए विस्फोटक सामग्री भी भेजी थी. मुझे बदनाम करने के लिए मेरे खिलाफ यह एक बड़ा षड्यंत्र है. मैंने तय किया कि खुलकर इस पूरे मामले में प्रतिकार किया जाए क्योंकि ऐसी घटनाओं से पूरा देश पीड़ित है.