भोपाल। रविवार को प्रदेश में आयोजित हुई पीएससी की राज्य सेवा परीक्षा में एक गद्यांश के जो सवाल पूछे गए हैं. उसमें भील जाति को अपराधिक प्रवृत्ति का बताया गया है. जिस पर विवाद शुरु हो गया है. आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे ने इस तरहके प्रश्नों को भील जाति का अपमान बताया है, तो वहीं कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने भी मामले में ट्वीट कर सीएम कमलनाथ से कार्रवाई की मांग की है.
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भील समाज पर प्रदेश शासन के प्रकाशन पर अशोभनीय टिप्पणी से आहत हूँ।अधिकारी को तो सजा मिलना ही चाहिए,परन्तु मुख्य मंत्री को भी सदन में खेद व्यक्त करना चाहिए,आखिर वह प्रदेश के मुख्य मंत्री हैं।इससे अच्छा संदेश जाएगा।
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— lakshman singh (@laxmanragho) January 13, 2020
लक्ष्मण सिंह ने भी जताया विरोध
भील समाज पर पूछे गए सवाल पर कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने भी एतराज जताया है. लक्ष्मण सिंह ने कहा है कि, इस मामले में दोषी अधिकारी पर तो कार्रवाई होनी चाहिए. मुख्यमंत्री कमलनाथ को सदन में खेद प्रकट करना चाहिए. इससे एक अच्छा संदेश जाएगा.
आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे ने कहा कि, अगर मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा. गद्यांश में भील समाज को अपराधिक कार्यों में लिप्त बताया गया, अनैतिक कार्यों को अंजाम देने की बात भी लिखी थी. जो कि भील समाज का अपमान है.
आरटीआई एक्टिविस्ट ने कहा कि, जिस भील समाज के मामा टंट्या भील ने स्वाधीनता संग्राम में अपने प्राणों को न्यौछावर किया, उस भील समाज के ऊपर इस तरह की आपत्तिजनक सवाल पूछना गलत है, भील समाज राजनीतिक और प्रशासनिक क्षेत्र में भी सक्रिय है और भारत की प्रगति और सुरक्षा में लगातार योगदान दे रहा है. उन्होंने मध्यप्रदेश पीएससी की सचिव रेणु पंत पर कार्रवाई की मांग की है.