बुरहानपुर/शाजापुर। खरगोन हिंसा के बाद शासन अलर्ट मोड पर है. आगामी त्योहार परशुराम जयंती और ईद को लेकर पुलिस ने तैयारियां तेज कर दी है. प्रदेश के पुलिस जवानों की 'मॉक ड्रिल' का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. रविवार को बुरहानपुर और शाजापुर में मॉक ड्रिल कराई गई. इसमें दंगाइयों को खदेड़ने का प्रशिक्षण दिया गया. मॉक ड्रिल में 200 से ज्यादा पुलिस अधिकारी, कर्मचारी शामिल हुए. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक बलवे के दौरान स्वयं को बचाने के साथ सामने वाले की सुरक्षा को लेकर मॉक ड्रिल की जा रही है.
दंगाइयों से निपटने का अभ्यास: पुलिस अधिकारियों ने जवानों को समझाया कि उग्र हो रहे प्रदर्शनकारियों या दंगाइयों से निपट कर शांति व्यवस्था किस तरह स्थापित की जाए. प्रदर्शनकारियों के पथराव से किस तरह निपटे और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए किस तरह बल का प्रयोग करें. मॉक ड्रिल के वक्त पुलिस जवानों के दो ग्रुप बनाए गए. एक ग्रुप में पुलिस जवान और दूसरे ग्रुप में प्रदर्शनकारी. पुलिस जवानों ने पत्थरबाजों को पीछे धकेलने और भीड़ को हटाने की प्रैक्टिस की.
मॉक ड्रिल की प्रैक्टिस: शाजापुर में भी कानून व्यवस्था की स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल की प्रैक्टिस (Shajapur mock drill) की गई. एसपी के निर्देश पर स्थानीय पुलिस लाइन ग्राउंड पर पुलिस जवानों ने मॉक ड्रिल (Shajapur police mock drill) की. एसपी ने जिले में बलवा ड्रिल की प्रैक्टिस करने के निर्देश दिए हैं. पुलिस जवानों को बताया गया कि लॉ-इन-ऑर्डर और बलवे की सिचुएशन से कैसे निपटा जाए.
एसपी ने की अपील: बुरहानपुर एसपी राहुल लोढ़ा ने नागरिकों से अपील की है कि वे सभी त्योहार शांति व आपसी भाइचारे के साथ मनाएं. शहर की शांति और कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. मॉक ड्रिल के बाद पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढ़ा ने सभी थानों के वाहनों और दंगे के समय उपयोग होने वाले अन्य वाहनों की जांच भी की. उन्होंने देखा कि हर वाहन में हेलमेट, डंडा सहित अन्य सामग्री है या नहीं. कुछ वाहनों में कमियां पाए जाने पर उन्होंने संबंधित वाहन चालक को ठीक करने के आदेश दिए.