भोपाल। 27 सितंबर को मध्य प्रदेश के 18 जिलों के 46 स्थानीय निकायों के लिए मतदान हुआ था. आज इन निकायों के चुनाव परिणाम घोषित हो रहे हैं. कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू हो रही है. राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव राकेश सिंह ने बताया कि 17 म्युनिसिल काउंसिल, 29 नगर परिषदों सहित कुल 46 शहरी निकायों के चुनाव के लिए 3,397 उम्मीदवार मैदान में हैं. कुल 25 पार्षद निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. इनमें से नगरीय निकाय खुरई में 21 और बम्हनीबंजर, बैहर, महेश्वर और थांदला में एक-एक पार्षद निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. मतदान में कुल 8.42 लाख मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
18 जिलों के इन 46 निकायों में हुआ था चुनाव
- सागर जिले की नगर परिषद कर्रापुर, नगरपालिका परिषद खुरई, गढ़ाकोटा
- सिंगरौली की नगर परिषद सरई, बरगवां
- शहडोल की नगर परिषद बुढ़ार, जयसिंह नगर, नगरपालिका परिषद शहडोल
- अनूपपुर की नगर परिषद बरगवाँ (अमलाई), नगरपालिका परिषद कोतमा, बिजुरी
- उमरिया की नगरपालिका परिषद पाली
- डिण्डोरी की नगर परिषद डिण्डोरी, शहपुरा
- मण्डला की नगर परिषद बम्हनीबंजर, बिछिया, निवास, नगरपालिका परिषद मण्डला, नैनपुर
- बालाघाट की नगर परिषद बैहर, नगरपालिका परिषद मलाजखण्ड
- सिवनी की नगर परिषद लखनादौन
- छिंदवाड़ा की नगर परिषद मोहगांव हवेली, हर्रई, नगरपालिका परिषद पांढुर्ना, सौंसर, दमुआ, जुन्नारदेव
- बैतूल की नगर परिषद चिचोली, आठनेर, नगरपालिका परिषद सारणी
- रायसेन की नगर परिषद देवरी
- खण्डवा की नगर परिषद छनेरा, पुनासा
- बुरहानपुर की नगरपालिका परिषद नेपानगर
- खरगोन की नगर परिषद मण्डलेश्वर, महेश्वर, भीकनगांव
- अलीराजपुर की नगर परिषद चन्द्रशेखर आजाद नगर, जोबट, नगरपालिका परिषद अलीराजपुर
- झाबुआ की नगर परिषद थांदला, पेटलावद, रानापुर, नगरपालिका परिषद झाबुआ
- रतलाम जिले की नगर परिषद सैलाना में मतदान होगा.
इनकी साख दांव पर: 18 जिलों के 46 नगरीय निकाय चुनाव में प्रदेश के मंत्री गोपाल भार्गव, मंत्री भूपेंद्र सिंह से लेकर सीएम शिवराज और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की साख भी दांव पर लगी है. छिंदवाड़ा में सांसद नकुल नाथ के साथ 3 दिन तक डेरा डालने वाले कमलनाथ की साख भी इस पर टिकी हुई है. ये नगरीय निकाय चुनाव 2023 से पहले बड़ा सियासी संदेश देने वाले साबित होंगे.
बीजेपी को 7 में हार का सामना करना पड़ा: बता दें इससे पहले हुए निकाय चुनाव में प्रदेश की 16 नगर निगम में बीजेपी का कब्जा था, लेकिन बीजेपी को 7 में हार का सामना करना पड़ा था. इसमें पांच पर कांग्रेस, कटनी में निर्दलीय और सिंगरौली में आम आदमी पार्टी ने जीत दर्ज की थी. यही कारण है कि बीजेपी ज्यादा से ज्यादा नगर पालिका और नगर परिषद जीतने में जुटी हुई थी.