भोपाल। देशभर में 18 साल से अधिक के लोगों को मुफ्त में बूस्टर डोज लगाया जा रहा. (Corona Booster Dose) इसकी शुरुआत 15 जुलाई से पूरे देश में हो गई है. ऐसे में अब मध्यप्रदेश में बूस्टर डोज को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. मध्य प्रदेश में आचार संहिता के चलते 20 जुलाई तक किसी भी सरकारी आयोजन पर रोक है. ऐसे में मध्य प्रदेश सरकार 21 जुलाई को बड़े पैमाने पर प्रदेश में बूस्टर डोज को लेकर जागरूकता अभियान शुरू करने जा रही है. खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बूस्टर डोज का महत्व बताएंगे. (Corona Vaccine Booster Dose) इस आयोजन को लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं.
कांग्रेस का सरकार पर निशाना: कांग्रेस नेता के.के मिश्रा (Congress Leader K.K Mishra statement) ने सरकार पर फिजूलखर्ची का आरोप लगाते हुए कहा कि, प्रदेश सरकार हर कार्यक्रम को इवेंट का रूप देती है. ऐसे में जब पूरे देश में 15 जुलाई से अभियान शुरू हो गया है, तो 21 जुलाई को बड़ा इवेंट क्यों किया जा रहा है. कांग्रेस ने आयोजन को इवेंट का नाम दिया, तो प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने भी इसको लेकर कांग्रेस पर पलटवार किया.
स्वास्थ्य मंत्रालय का बड़ा फैसला- अब 9 की जगह 6 महीने बाद ही लगवा सकते हैं बूस्टर डोज
बीजेपी का पलटवार: चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग (Medical Education Minister Vishwas Sarang) का कहना है कि, कांग्रेस को हर मुद्दे पर राजनीति करना होता है. कांग्रेस उसी मुद्दे में पर आपत्ति क्यों करती है, जिससे जनता को फायदा होता है. क्या कांग्रेस यह नहीं चाहती कि बूस्टर डोज लगाया जाए और प्रदेश की जनता की जान बचाई जा सके. क्या कांग्रेस चाहती है कि, जनता कोरोना के संकट से जूझती रहे.? फिलहाल तो मध्यप्रदेश में बूस्टर डोज कई जगह 15 जुलाई से लगना शुरू हो गया है, लेकिन मध्य प्रदेश में इसका मुख्य कार्यक्रम 21 जुलाई को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होगा. प्रदेश की बीजेपी सरकार का यह आयोजन एक बार फिर कांग्रेस के निशाने पर है.