भोपाल। 17 जून से स्कूलों में प्रवेश उत्सव शुरू होगा, इसके साथ ही स्कूली छात्रों का वैक्सीनेशन कार्यक्रम भी शुरू हो जाएगा. प्रदेश में 12 से 14 साल तथा 15 से 17 साल तक के बच्चों का वैक्सीनेशन होना है, जिसमें फर्स्ट और सेकंड डोज जो बचा हुआ है वो और इसके साथ ही बुजुर्गों का भी निशुल्क वैक्सीनेशन किया जा रहा है.
वंचित बच्चे होंगे वैक्सीनेट: 17 जून से एक बार फिर मध्य प्रदेश में स्कूल खुल रहे हैं. इसके साथ ही प्रवेश उत्सव की शुरु होगा. स्कूलों में जहां बच्चों की आमद होगी, वही गर्मी की छुट्टियां और एग्जाम के पहले जिन बच्चों को कोरोना का पहला डोज लगा था और जो बच्चे दूसरे डोज से वंचित रह गए थे, उन्हें एक बार फिर वैक्सीनेट किया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए पूरा खाका तैयार कर लिया है. मध्य प्रदेश के हर स्कूलों में जिला स्तर पर इसके लिए व्यवस्था की गई है.
बच्चों को जब पहला टीका लगा था, उस समय दूसरे टीके के तिथि आने तक बच्चों के एग्जाम आ गए थे और उसके बाद गर्मी की छुट्टियां पड़ गई थी. जिसके बाद एक बार फिर से अब स्कूल खोले जा रहे हैं, वहीं विश्व स्तर पर भी कई जगह कोविड बढ़ रहा है और इसके लगातार कई वेरिएंट भी सामने आ रहे हैं. ऐसे में बच्चे और बुजुर्गों को टीका लगना बेहद जरूरी है, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने शेड्यूल भी जारी कर दिया है.
- संतोष शुक्ला, वैक्सीनेशन प्रभारी
जानें किस उम्र के कितने बच्चों को लगे हैं टीके: मध्य प्रदेश में 12 से 14 साल तक के 30 लाख 44 हजार बच्चे हैं, जिनमें से 22 लाख 68 हजार 77 बच्चों को पहला तथा 11 लाख आठ हजार 92 बच्चों को दूसरा टीका भी लग चुका है. लेकिन अभी भी लगभग 11 लाख बच्चों को दूसरा टीका लगना बाकी है, जबकि 7 लाख बच्चों को पहला डोज लगना बाकी है. इसी तरह 15 से 17 साल की उम्र के मध्य प्रदेश में लगभग 48 लाख बच्चे हैं. इसमें से 41,70,173 बच्चों को पहला टीका लग चुका है, जबकि दूसरा टीका लगवाने वाले बच्चों की संख्या 32 लाख 35 हजार 345 है. ऐसे ही बुजुर्गों की संख्या मध्यप्रदेश में 71 लाख 62 हजार 15 है. जिनमें से 66 लाख 11 हजार 152 बुजुर्गों को पहला टीका, जबकि 66 लाख 73 हजार 854 लोगों को दूसरा टीका लग चुका है. अभी भी कई बुजुर्गों को पहला और दूसरा टीका लगना बाकी है, जबकि प्रिकॉशन डोज हर बुजुर्गों के लिए आवश्यक है. वह मात्र 8 लाख 34,000 को ही लगा है.