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नई शराब नीति के बहाने शिवराज को अपनों की चुनौती, शराबबंदी पर उमा भारती का ट्विटर वार

मध्य प्रदेश में इन दिनों शराबबंदी पर बीजेपी नेताओं में तकरार जारी है. नई शराब नीति पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अपनों से ही चुनौती मिल रही है. प्रदेश में शराबबंदी और नशामुक्ति को लेकर उमा भारती खुलकर सामने आ गई हैं और लगातार ट्वीट कर सरकार को घेर रही हैं. वहीं इसपर कांग्रेस ने भी प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है.

Uma Bharti's challenge to Shivraj Singh on new liquor policy
नई शराब नीति पर शिवराज सिंह को उमा भारती की चुनौती
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Published : Apr 6, 2022, 6:57 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में नई शराब नीति के बहाने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार को अपने ही चुनौती देने लगे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती तो खुलकर शराब नीति का विरोध कर रही हैं, तो विधायक तक ने दुकान बंद कराने के लिए धरना दे डाला. प्रदेश में एक अप्रैल से नई शराब नीति लागू कर दी गई है, जिसमें शराब सस्ती तो हुई ही है, साथ में एक ही स्थान पर एक देशी और विदेशी शराब मिल रही है. इसके अलावा अहाते भी शुरू कर दिए गए, यह स्थितियां कई जगह विवाद का कारण बन रही हैं. उमा भारती तो भोपाल में एक शराब की दुकान पर पत्थरबाजी तक कर चुकी हैं, उसके बाद से शराब को लेकर तकरार जारी है.

  • 1. मुझे खुशी है कि शिवराज जी ने अति शीघ्र सरकार की तरफ से नशा मुक्ति अभियान चलाने की घोषणा कर दी है।

    — Uma Bharti (@umasribharti) April 4, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

जनजागृति अभियान के हिमायती हैं मुख्यमंत्री: उमा भारती लगातार ट्वीट के जरिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ प्रदेश की सरकार को घेरने में लगी हैं. उन्होंने तो प्रदेश की नई शराब नीति को भाजपा की सोच के खिलाफ बताया है, वहीं शिवराज सिंह चौहान साफ कर चुके हैं कि शराबबंदी के पक्ष में नहीं है, मगर जनजागृति अभियान के हिमायती हैं. प्रदेश के कई हिस्सों में भाजपा से जुड़े लोग शराब दुकानों के सामने प्रदर्शन कर चुके हैं, जगह-जगह ज्ञापन भी सौंपे गए तो वहीं रीवा में भाजपा के विधायक केपी त्रिपाठी ने तो दुकान बंद कराने के लिए धरना दे दिया था. भाजपा के कई नेता दबी जुबान से शराब बिक्री पर अंकुश लगाने के पक्षधर हैं, तो वहीं कई नेता प्रदेश के लिए राजस्व को भी जरूरी बता चुके हैं.

  • 3. यह सरकार की नीति है कि स्कूल, कॉलेज, मंदिर एवं जहां नागरिकों एवं महिलाओं को आपत्ति हो, के पास शराब की दुकान ना हो। ऐसी जगहों पर खुले अहाते में शराब पिलाना जैसी इन सब बातों पर जहां आपत्ति है उसमें भी सरकार अपनी नीति का क्रियान्वयन सुनिश्चित करे।

    — Uma Bharti (@umasribharti) April 4, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

नई शराब नीति पर कांग्रेस भी हमलावर: प्रदेश की नई शराब नीति के जरिए भाजपा के नेता शिवराज सिंह चौहान को ही चुनौती देने में लग गए हैं और अपरोक्ष रूप से इसकी अगुवाई पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती करती नजर आ रही हैं. यही कारण है कि उमा भारती और चौहान के बीच अब बातचीत का रास्ता भी लगभग बंद हो गया है, यह बात उमा भारती ने अपने ट्वीट के द्वारा सार्वजनिक की है. एक तरफ जहां भाजपा के लोग मुख्यमंत्री चौहान के सामने चुनौती खड़ी करने में लगे हैं, तो दूसरी ओर कांग्रेस भी शिवराज सिंह चौहान पर नई शराब नीति को लेकर हमले बोल रही है.

  • 1. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री आदरणीय मेरे बड़े भाई श्री शिवराज सिंह चौहान जी से 1984 से मार्च 2022 तक सम्मान एवं स्नेह के संबंध बने रहे, शिवराज जी ऑफिस जाते समय या मेरे हिमालय प्रवास के समय या मेरे किसी भजन का स्मरण आने पर या तो मुझसे मिलते थे या फोन करते थे।

    — Uma Bharti (@umasribharti) April 4, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इनपुट - आईएएनएस

भोपाल। मध्य प्रदेश में नई शराब नीति के बहाने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार को अपने ही चुनौती देने लगे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती तो खुलकर शराब नीति का विरोध कर रही हैं, तो विधायक तक ने दुकान बंद कराने के लिए धरना दे डाला. प्रदेश में एक अप्रैल से नई शराब नीति लागू कर दी गई है, जिसमें शराब सस्ती तो हुई ही है, साथ में एक ही स्थान पर एक देशी और विदेशी शराब मिल रही है. इसके अलावा अहाते भी शुरू कर दिए गए, यह स्थितियां कई जगह विवाद का कारण बन रही हैं. उमा भारती तो भोपाल में एक शराब की दुकान पर पत्थरबाजी तक कर चुकी हैं, उसके बाद से शराब को लेकर तकरार जारी है.

  • 1. मुझे खुशी है कि शिवराज जी ने अति शीघ्र सरकार की तरफ से नशा मुक्ति अभियान चलाने की घोषणा कर दी है।

    — Uma Bharti (@umasribharti) April 4, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

जनजागृति अभियान के हिमायती हैं मुख्यमंत्री: उमा भारती लगातार ट्वीट के जरिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ प्रदेश की सरकार को घेरने में लगी हैं. उन्होंने तो प्रदेश की नई शराब नीति को भाजपा की सोच के खिलाफ बताया है, वहीं शिवराज सिंह चौहान साफ कर चुके हैं कि शराबबंदी के पक्ष में नहीं है, मगर जनजागृति अभियान के हिमायती हैं. प्रदेश के कई हिस्सों में भाजपा से जुड़े लोग शराब दुकानों के सामने प्रदर्शन कर चुके हैं, जगह-जगह ज्ञापन भी सौंपे गए तो वहीं रीवा में भाजपा के विधायक केपी त्रिपाठी ने तो दुकान बंद कराने के लिए धरना दे दिया था. भाजपा के कई नेता दबी जुबान से शराब बिक्री पर अंकुश लगाने के पक्षधर हैं, तो वहीं कई नेता प्रदेश के लिए राजस्व को भी जरूरी बता चुके हैं.

  • 3. यह सरकार की नीति है कि स्कूल, कॉलेज, मंदिर एवं जहां नागरिकों एवं महिलाओं को आपत्ति हो, के पास शराब की दुकान ना हो। ऐसी जगहों पर खुले अहाते में शराब पिलाना जैसी इन सब बातों पर जहां आपत्ति है उसमें भी सरकार अपनी नीति का क्रियान्वयन सुनिश्चित करे।

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नई शराब नीति पर कांग्रेस भी हमलावर: प्रदेश की नई शराब नीति के जरिए भाजपा के नेता शिवराज सिंह चौहान को ही चुनौती देने में लग गए हैं और अपरोक्ष रूप से इसकी अगुवाई पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती करती नजर आ रही हैं. यही कारण है कि उमा भारती और चौहान के बीच अब बातचीत का रास्ता भी लगभग बंद हो गया है, यह बात उमा भारती ने अपने ट्वीट के द्वारा सार्वजनिक की है. एक तरफ जहां भाजपा के लोग मुख्यमंत्री चौहान के सामने चुनौती खड़ी करने में लगे हैं, तो दूसरी ओर कांग्रेस भी शिवराज सिंह चौहान पर नई शराब नीति को लेकर हमले बोल रही है.

  • 1. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री आदरणीय मेरे बड़े भाई श्री शिवराज सिंह चौहान जी से 1984 से मार्च 2022 तक सम्मान एवं स्नेह के संबंध बने रहे, शिवराज जी ऑफिस जाते समय या मेरे हिमालय प्रवास के समय या मेरे किसी भजन का स्मरण आने पर या तो मुझसे मिलते थे या फोन करते थे।

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इनपुट - आईएएनएस

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