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MP में खुलने लगे महावैक्सीनेशन 'रिकॉर्ड के राज', गृहमंत्री बोले हमारी नहीं कोविन पोर्टल की गलती - MP में खुलने लगे महावैक्सीनेशन 'रिकॉर्ड के राज'

एमपी में हुए रिकॉर्ड तोड़ टीकाकरण की पोल खुलती नजर आ रही है. वैक्सीनेशन के नाम पर हुए इस गड़बड़झाले के कई मामले सामने आने लगे हैं. जिनमें कहीं बच्चों को तो कहीं मर चुके लोगों को वैक्सीन लगा दिए जाने के मामले सामने आए हैं

mp bhopal a 13 year old child were also vaccinated
MP में खुलने लगे महावैक्सीनेशन 'रिकॉर्ड के राज'
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Published : Jun 29, 2021, 11:03 PM IST

भोपाल। पूरे देश के साथ मध्य प्रदेश में भी 16 जनवरी से वैक्सीनेशन चल रहा है. बीते 21 जून को देश के कई राज्यों में वैक्सीनेशन महा अभियान भी चलाया गया और प्रदेश ने 17 लाख से ज्यादा लोगों का 1 दिन में वैक्सीनेशन करके रिकॉर्ड बनाया. ऐसा कर सीएम शिवराज सिंह चौहान और उनकी सरकार ने खूब वाहवाही भी बटोरी, लेकिन अब इस रिकॉर्ड तोड़ टीकाकरण की पोल खुलती नजर आ रही है. वैक्सीनेशन के नाम पर हुए इस गड़बड़झाले के कई मामले सामने आने लगे हैं. जिनमें कहीं बच्चों को तो कहीं मर चुके लोगों को वैक्सीन लगा दिए जाने के मामले सामने आए हैं जबकि कुछ ऐसे हैं कि जिन्हें दोनों डोज लग गए हैं लेकिन जो सर्टिफिकेट मिला है उसमें 1 ही डोज लगा है.तो कहीं किसी और के आधार नंबर पर दूसरे का रजिस्ट्रेशन कर दिया गया है. इस गड़बड़ी को लेकर राज्य सरकार इसे कोविन एप की गलती बताकर पल्लाझाड़ रही है.

MP में खुलने लगे महावैक्सीनेशन 'रिकॉर्ड के राज'

13 साल के बच्चे को लगा दी वैक्सीन!

राजधानी भोपाल के टीला जमालपुरा इलाके की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाले 13 साल के वेदांत डांगरे को भी वैक्सीन लगने का मैसेज आया है. खास बात यह है कि वेदांत अभी 13 साल का है और वैक्सीनेशन के लिए एलिजिबिल नहीं है. बावजूद इसके उसे वैक्सीन लगाए जाने का मैसेज भेजा गया है. इसके साथ ही कुछ लोगों ने यह शिकायत है कि बिना वैक्सीन लगवाए ही उनके मोबाइल पर वैक्सीन लगवाए जाने का मैसेज आ चुका है. जबकि कई लोगों का कहना है कि उनके जो परिजन कोरोना से मर चुके हैं उन्हें भी वैक्सीन लगाए जाने के मैसेज परिजनों को भेजे जा रहे हैं. इस गड़बड़झाले को लेकर कांग्रेस भी सवाल उठा रही है. उसका आरोप है कि प्रदेश सरकार ने रिकॉर्ड बनाने के लिए वैक्सीनेशन के नाम पर नौटंकी की है.

MP में खुलने लगे महावैक्सीनेशन 'रिकॉर्ड के राज'

दो डोज लगे, सर्टिफिकेट में 1 ही
भोपाल के ही सेकंड बस स्टाप निवासी और कांग्रेस प्रवक्ता फिरोज सिद्दीकी ने अप्रैल में पहला डो़ज लगवाया था और इसका सर्टिफिकेट भी लिया. जून में उन्होंने दूसरा डोज लगवाया और सर्टिफिकेट भी लिया लेकिन इस बार मिले सर्टिफिकेट में फर्स्ट डोज ही लिखा है. जबकि सिद्दीकी की माताजी और पिताजी ने भी वैक्सीन के दोनों डोज लगवा लिए हैं, लेकिन उन्हें नॉट वैक्सीनेटेड बताया जा रहा है.

आधार नंबर किसी का वैक्सीनेशन दूसरे का
राजधानी के ही लालघाटी इलाके की पंचवटी कॉलोनी में रहने वाले शाहवर हसन का कहना है कि उनके आधार कार्ड नंबर पर किसी और ने वैक्सीनेशन करा लिया था. जब वे वैक्सीनेशन सेंटर्स पर पहुंचे तो उन्हें इसकी जानकारी मिली. जिसके बाद हसन ने दूसरी आईडी पेन कार्ड का उपयोग करते हुए अपना वैक्सीनेशन कराया है.हसन कहते हैं कि सरकार को इसकी जांच करानी करानी चाहिए.

MP में खुलने लगे महावैक्सीनेशन 'रिकॉर्ड के राज'

राज्य सरकार बोली पोर्टल की गलती

MP में खुलने लगे महावैक्सीनेशन 'रिकॉर्ड के राज'
वैक्सीनेशन को रिकॉर्ड बनाने की नौटंकी बताने वाली कांग्रेस और लोगों की वैक्सीनेशन को लेकर आ रही शिकायतों से प्रदेश सरकार पल्लाझाड़ रही है. मध्यप्रदेश सरकार के प्रवक्ता और गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि कोविन एप भारत सरकार का पोर्टल है, भोपाल का पोर्टल नहीं है. उन्होंने कहा कि कोविन पोर्टल से एक आधार नंबर से और एक फोन नंबर पर 4 लोगों का ही रजिस्ट्रेशन हो सकता है, दूसरा हो ही नहीं सकता. फिर भी अगर मामले सामने आ रहे हैं तो हम इसकी जानकारी लेंगे.

सतना में भी सामने आया ऐसा ही मामला
सतना के रहने वाले चयनेंद्र पांडेय बताते हैं कि दिनांक 24 जून को शाम 4 बजकर 10 मिनट पर 3 मैसेज आया, पहला मैसेज कालिंदी , दूसरा मैसेज चंदन और तीसरा मैसेज कातिक राम के नाम से आया, सभी मैसेज में इस बात का जिक्र था कि आपको टीका लग चुका है, जबकि मेरा नाम चयनेंद्र है, ये मोबाइल नम्बर मैं 15 सालों से यूज़ कर रहा हूं और मैने अभी तक टीका नहीं लगवाया है.

1 जुलाई से 3 तक फिर शुरू होगा महाअभियान
प्रदेश सरकार 1 जुलाई से 3 जुलाई तक मप्र में फिर से वैक्सीनेशन महाअभियान शुरू होने जा रहा है.

  • प्रदेश में 28 जून 2021 तक 2 करोड़ से अधिक लोगों को वैक्सीनेशन हो चुका है.
  • पहला डोज 1 करोड़ 77 लाख 25 हजार 546 लोगों को और 23 लाख 81 हजार 449 लोगों को दूसरा डोज लग चुका है.
  • प्रदेश में इंदौर वैक्सीनेशन के मामले में अव्वल है जबकि राजधानी भोपाल दूसरे नंबर पर है.
  • मप्र में 18 साल से ऊपर के कुल 5 करोड़ 26 लाख लोगों को वैक्सीन के दो-दो डोज लगने हैं.

भोपाल। पूरे देश के साथ मध्य प्रदेश में भी 16 जनवरी से वैक्सीनेशन चल रहा है. बीते 21 जून को देश के कई राज्यों में वैक्सीनेशन महा अभियान भी चलाया गया और प्रदेश ने 17 लाख से ज्यादा लोगों का 1 दिन में वैक्सीनेशन करके रिकॉर्ड बनाया. ऐसा कर सीएम शिवराज सिंह चौहान और उनकी सरकार ने खूब वाहवाही भी बटोरी, लेकिन अब इस रिकॉर्ड तोड़ टीकाकरण की पोल खुलती नजर आ रही है. वैक्सीनेशन के नाम पर हुए इस गड़बड़झाले के कई मामले सामने आने लगे हैं. जिनमें कहीं बच्चों को तो कहीं मर चुके लोगों को वैक्सीन लगा दिए जाने के मामले सामने आए हैं जबकि कुछ ऐसे हैं कि जिन्हें दोनों डोज लग गए हैं लेकिन जो सर्टिफिकेट मिला है उसमें 1 ही डोज लगा है.तो कहीं किसी और के आधार नंबर पर दूसरे का रजिस्ट्रेशन कर दिया गया है. इस गड़बड़ी को लेकर राज्य सरकार इसे कोविन एप की गलती बताकर पल्लाझाड़ रही है.

MP में खुलने लगे महावैक्सीनेशन 'रिकॉर्ड के राज'

13 साल के बच्चे को लगा दी वैक्सीन!

राजधानी भोपाल के टीला जमालपुरा इलाके की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाले 13 साल के वेदांत डांगरे को भी वैक्सीन लगने का मैसेज आया है. खास बात यह है कि वेदांत अभी 13 साल का है और वैक्सीनेशन के लिए एलिजिबिल नहीं है. बावजूद इसके उसे वैक्सीन लगाए जाने का मैसेज भेजा गया है. इसके साथ ही कुछ लोगों ने यह शिकायत है कि बिना वैक्सीन लगवाए ही उनके मोबाइल पर वैक्सीन लगवाए जाने का मैसेज आ चुका है. जबकि कई लोगों का कहना है कि उनके जो परिजन कोरोना से मर चुके हैं उन्हें भी वैक्सीन लगाए जाने के मैसेज परिजनों को भेजे जा रहे हैं. इस गड़बड़झाले को लेकर कांग्रेस भी सवाल उठा रही है. उसका आरोप है कि प्रदेश सरकार ने रिकॉर्ड बनाने के लिए वैक्सीनेशन के नाम पर नौटंकी की है.

MP में खुलने लगे महावैक्सीनेशन 'रिकॉर्ड के राज'

दो डोज लगे, सर्टिफिकेट में 1 ही
भोपाल के ही सेकंड बस स्टाप निवासी और कांग्रेस प्रवक्ता फिरोज सिद्दीकी ने अप्रैल में पहला डो़ज लगवाया था और इसका सर्टिफिकेट भी लिया. जून में उन्होंने दूसरा डोज लगवाया और सर्टिफिकेट भी लिया लेकिन इस बार मिले सर्टिफिकेट में फर्स्ट डोज ही लिखा है. जबकि सिद्दीकी की माताजी और पिताजी ने भी वैक्सीन के दोनों डोज लगवा लिए हैं, लेकिन उन्हें नॉट वैक्सीनेटेड बताया जा रहा है.

आधार नंबर किसी का वैक्सीनेशन दूसरे का
राजधानी के ही लालघाटी इलाके की पंचवटी कॉलोनी में रहने वाले शाहवर हसन का कहना है कि उनके आधार कार्ड नंबर पर किसी और ने वैक्सीनेशन करा लिया था. जब वे वैक्सीनेशन सेंटर्स पर पहुंचे तो उन्हें इसकी जानकारी मिली. जिसके बाद हसन ने दूसरी आईडी पेन कार्ड का उपयोग करते हुए अपना वैक्सीनेशन कराया है.हसन कहते हैं कि सरकार को इसकी जांच करानी करानी चाहिए.

MP में खुलने लगे महावैक्सीनेशन 'रिकॉर्ड के राज'

राज्य सरकार बोली पोर्टल की गलती

MP में खुलने लगे महावैक्सीनेशन 'रिकॉर्ड के राज'
वैक्सीनेशन को रिकॉर्ड बनाने की नौटंकी बताने वाली कांग्रेस और लोगों की वैक्सीनेशन को लेकर आ रही शिकायतों से प्रदेश सरकार पल्लाझाड़ रही है. मध्यप्रदेश सरकार के प्रवक्ता और गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि कोविन एप भारत सरकार का पोर्टल है, भोपाल का पोर्टल नहीं है. उन्होंने कहा कि कोविन पोर्टल से एक आधार नंबर से और एक फोन नंबर पर 4 लोगों का ही रजिस्ट्रेशन हो सकता है, दूसरा हो ही नहीं सकता. फिर भी अगर मामले सामने आ रहे हैं तो हम इसकी जानकारी लेंगे.

सतना में भी सामने आया ऐसा ही मामला
सतना के रहने वाले चयनेंद्र पांडेय बताते हैं कि दिनांक 24 जून को शाम 4 बजकर 10 मिनट पर 3 मैसेज आया, पहला मैसेज कालिंदी , दूसरा मैसेज चंदन और तीसरा मैसेज कातिक राम के नाम से आया, सभी मैसेज में इस बात का जिक्र था कि आपको टीका लग चुका है, जबकि मेरा नाम चयनेंद्र है, ये मोबाइल नम्बर मैं 15 सालों से यूज़ कर रहा हूं और मैने अभी तक टीका नहीं लगवाया है.

1 जुलाई से 3 तक फिर शुरू होगा महाअभियान
प्रदेश सरकार 1 जुलाई से 3 जुलाई तक मप्र में फिर से वैक्सीनेशन महाअभियान शुरू होने जा रहा है.

  • प्रदेश में 28 जून 2021 तक 2 करोड़ से अधिक लोगों को वैक्सीनेशन हो चुका है.
  • पहला डोज 1 करोड़ 77 लाख 25 हजार 546 लोगों को और 23 लाख 81 हजार 449 लोगों को दूसरा डोज लग चुका है.
  • प्रदेश में इंदौर वैक्सीनेशन के मामले में अव्वल है जबकि राजधानी भोपाल दूसरे नंबर पर है.
  • मप्र में 18 साल से ऊपर के कुल 5 करोड़ 26 लाख लोगों को वैक्सीन के दो-दो डोज लगने हैं.
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