भोपाल। शून्यकाल में जीतू पटवारी को नोटिस जारी किए जाने का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस के सीनियर विधायक डॉक्टर गोविंद सिंह ने कहा कि जारी किया किया गया नोटिस नियमों के विपरीत है. एक चुने हुए प्रतिनिधि के मौलिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है. विधानसभा सचिवालय मनमाने तरीके से विधायक को नोटिस जारी कर रही है. विधायक पर आरोप लगाने को लेकर सरकार को खेद व्यक्त करना चाहिए. उधर, संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सरकार विधायक को नोटिस जारी करने के मामले में कोई भी खेद व्यक्त नहीं करेगी.
विधानसभा अध्यक्ष बोले- नियमों के तहत जारी किया गया नोटिस
कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को नोटिस जारी किए जाने को लेकर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि जारी किए गए नोटिस में नियमों का पूरी तरह से पालन किया गया है. उन्होंने कहा कि नोटिस विधानसभा नियम आचरण संहिता के तहत जारी किया गया है. राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान यदि कोई विधायक विघ्न डालता है या उसका बहिष्कार करता है तो उसे राज्यपाल का अनादर माना जाएगा.
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कांग्रेस विधायकों ने किया सदन से वॉकआउट
विधानसभा अध्यक्ष के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकार मनमानी पूर्ण तरीके से काम कर रही है और कांग्रेस विधायकों को नियमों के विपरीत जाकर नोटिस जारी किए जा रहे हैं. विधानसभा अध्यक्ष के जवाब से संतुष्ट होकर कांग्रेस विधायकों ने सदन से वाकआउट कर दिया.
जीतू पटवारी ने ट्वीट कर किया था बहिष्कार का ऐलान
गौरतलब है कि जीतू पटवारी ने बजट पर राज्यपाल के अभिभाषण के पहले ट्वीट कर इसके बहिष्कार का ऐलान किया था. उन्होंने ट्वीट कर लिखा था कि प्रदेश हित में राज्यपाल के अभिभाषण का बहिष्कार कर रहा हूं, क्योंकि चिरनिद्रा में सोए बीजेपी सरकार को जगाना जरूरी है. हालांकि जीतू पटवारी अपने इस कदम के बाद सदन में अलग-थलग पड़ गए थे. संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा द्वारा जीतू पटवारी के इस तरह अभिभाषण का विरोध जताए जाने को लेकर उन्होंने इसे गलत परंपरा बताया था. उधर नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने भी इसे गलत परंपरा बताते हुए राज्यपाल के अभिभाषण के बहिष्कार को कांग्रेस का स्टैंड नहीं बताया था. (Notice issued by assembly to Jitu Patwari)