भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय से निष्कासित छात्रों का समर्थन करते हुए बीजेपी ने यूनिवर्सिटी प्रबंधन की कार्रवाई को गलत करार दिया है, साथ ही छात्रों के निष्कासन को वापस लेने की मांग की है. पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और नरोत्तम मिश्रा ने छात्रों पर की गई कार्रवाई पर निशाना साधते हुए लोकतंत्र को कुचलने वाला प्रयास करार दिया है.
एमसीयू के कुलपति ने 23 छात्रों को पुलिस से छड़प के मामले में निष्कासित कर दिया है. जिसके बाद से ही विवाद गर्माता जा रहा है. बीजेपी नेता इसे गलत कार्रवाई बताते हुए छात्रों को प्रताणित करने का आरोप लगा रहे हैं. शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर निष्कासित किए गए छात्रों का निष्कासन तुरंत वापस लेने की मांग की है. उन्होंने लिखा कि छात्रों की मांगे जायज हैं, लेकिन इस तरह की कार्रवाई कर सरकार लोकतंत्र को दबाने की कोशिश कर रही है.
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माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों पर कार्रवाई निंदनीय और दमनकारी है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की पढ़ाई करने वाले इन बच्चों पर की गई कार्रवाई तानाशाही पूर्ण है। क्या @OfficeOfKNath सरकार के 1 साल का यही तोहफा है? #MCU प्रशासन तत्काल इन बच्चों का निष्कासन समाप्त करें। pic.twitter.com/jMu52fIBVS
— Gopal Bhargava (Leader of Opposition) (@bhargav_gopal) December 17, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों पर कार्रवाई निंदनीय और दमनकारी है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की पढ़ाई करने वाले इन बच्चों पर की गई कार्रवाई तानाशाही पूर्ण है। क्या @OfficeOfKNath सरकार के 1 साल का यही तोहफा है? #MCU प्रशासन तत्काल इन बच्चों का निष्कासन समाप्त करें। pic.twitter.com/jMu52fIBVS
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नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने लिखा कि, माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के छात्रों पर की गई कार्रवाई निंदनीय है. नेता प्रतिपक्ष ने भी छात्रों के निष्कासन को तुरंत वापस लिए जाने की मांग की है.
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जिस सरकार की जिम्मेदारी छात्रों के भविष्य को उज्जवल बनाने की होनी चाहिए थी,वह आज छात्रों को भी अपनी दमनकारी नीतियों का शिकार बना रही है,जो उचित नहीं है। माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय में छात्रों को निष्कासित कर देना उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है जो पूर्णतः दुर्भाग्यपूर्ण है pic.twitter.com/eLtIT6cUlu
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) December 17, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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बीजेपी के अन्य कई नेताओं ने भी इस मुद्दे पर ट्वीट कर कमलनाथ सरकार पर निशाना साधा है. पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सरकार की इस नीति को दमनकारी बताया है. बीजेपी इस मुद्दे को विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सदन में भी उठा सकती है. जिससे सदन में हंगामा होने के आसार हैं.