भोपाल। मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव के लिए हो रहा मतदान समाप्त हो गया है. 10 दिसंबर को शुरू हुआ मतदान 3 दिनों तक चला. मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए ऑनलाइन पद्धति से हुई वोटिंग में 1 लाख 11 हजार से ज्यादा युवा कांग्रेस के सदस्यों ने वोटिंग की है. मतदान के आज आखिरी दिन सर्वर में गड़बड़ी आने के कारण करीब 1 घंटे तक मतदान रुका रहा, लेकिन बाद में जितनी देर मतदान बाधित रहा उतनी देर समय बढ़ा दिया गया. 17 या 18 दिसंबर को चुनाव परिणाम घोषित होंगे.
1 लाख 11 हजार के ऊपर पहुंचा मतदान का आंकड़ा
मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव के लिए एक लाख 11 हजार 308 सदस्यों ने मतदान किया है, युवा कांग्रेस के सदस्यों की संख्या तीन लाख के ऊपर थी। करीब 35 प्रतिशत सदस्यों ने मतदान में हिस्सा लिया है. मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस ने इस आंकड़े को रिकॉर्ड मतदान बताया है. उम्मीद की जा रही थी कि 60 से 70 हजार युवा मतदान में हिस्सा लेंगे, यह आंकड़ा एक लाख पार होने से कांग्रेस संगठन भी उत्साहित है.
मतदान के अंतिम घंटे में आई सर्वर में गड़बड़ी
मतदान के आखिरी दिन करीब 3 बजे तक मतदान बिना किसी बाधा के संपन्न हुआ. अंतिम समय में सर्वर में गड़बड़ी आ जाने के कारण मतदान प्रक्रिया बाधित हो गई. गड़बड़ी को लेकर उम्मीदवारों और उनके समर्थकों में चुनाव प्रक्रिया में धांधली की आशंका जागी. हालांकि युवा कांग्रेस चुनाव प्राधिकरण द्वारा साफ कर दिया गया कि जितनी देर सर्वर में खराबी रहेगी, उतनी देर मतदान का समय बढ़ा दिया जाएगा. सर्वर ठीक होने के बाद मतदान का समय बढ़ाया गया और फिर मतदान समाप्त हुआ.
17-18 दिसंबर में चुनाव परिणाम आने की उम्मीद
मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के आज संपन्न हुए मतदान के बाद अब चुनाव परिणाम का इंतजार है. संभावना बताई जा रही है कि 17- 18 दिसंबर को चुनाव परिणाम आ सकते हैं. भारी मतदान के चलते अप्रत्याशित परिणाम की उम्मीद लगाई जा रही है.
मतदान के बाद त्रिकोणीय मुकाबले के आसार
अंदाजा लगाया जा रहा है ताकि युवा कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव में 60 से 70 हजार तक मतदान होगा लेकिन मतदान का आंकड़ा एक लाख 11 हजार के ऊपर पहुंचने से दावेदार और उनके समर्थक नेता अप्रत्याशित परिणाम की उम्मीद लगा रहे हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के बेटे डॉ. विक्रांत भूरिया. पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव के भतीजे संजय यादव और एनएसयूआई के प्रदेश प्रवक्ता विवेक त्रिपाठी के बीच मुकाबला माना जा रहा है.
दिग्गजों की साख भी दांव पर
वैसे तो चुनाव युवा कांग्रेस संगठन के थे, लेकिन इन चुनावों में कई दिग्गज हस्तक्षेप करते नजर आए. पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह जहां कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत भूरिया के पक्ष में नजर आए, तो पूर्व युवा कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी और मौजूदा युवा कांग्रेस अध्यक्ष कुणाल चौधरी संजय यादव के समर्थन में नजर आए.