भोपाल। नगरीय निकाय चुनाव के परिणाम से कांग्रेस में जश्न का माहौल है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के मुताबिक 2003 में कांग्रेस के खाते में 3 नगर निगम आई थी, जबकि 2015 में कांग्रेस के पास एक भी नहीं थी, इस बार कांग्रेस 5 नगर निगम महापौर पद जीतने में सफल रही है. बुरहानपुर और उज्जैन महापौर सीट बीजेपी कैसे जीती यह सभी जानते हैं. कमलनाथ ने कहा कि, ग्वालियर-चंबल इलाके में बीजेपी के सबसे बड़े नेता हैं वहीं सबसे बड़ी हार हुई है. बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कमलनाथ ने कहा कि बच्चा किसी को होता है और जश्न ये मनाते हैं.
एक जिले से ना देखें पार्टी का परफॉर्मेंस: पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि बुरहानपुर और उज्जैन में सिर्फ 500 से कम वोटों से हार हुई है. हम अपनी हार स्वीकार करते हैं, लेकिन बीजेपी यह दोनों सीटें कैसे जीती यह सभी को अच्छे से पता है. कमलनाथ ने आरोप लगाया कि, नगरीय निकाय चुनाव में पुलिस पैसा और प्रशासन का जमकर दुरुपयोग हुआ है. हालत यह रही कि, निकायों में कई पार्षदों को प्रचार करने तक से रोक दिया गया. यह प्रशासन का दुरुपयोग तो कर सकते हैं. लेकिन लोगों के दिल और दिमाग को नहीं खरीद सकते. यही वजह है कि, कांग्रेस 5 नगर निगम महापौर पद जीतने में सफल रही. पार्षद कम जीतने के सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि इसको किसी एक जिले से ना देखें. पूरे मध्यप्रदेश में कांग्रेस के पार्षदों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. चुनाव में हमारा बेहतर परफॉर्मेंस रहा है.
हार का अंतर कम: कमलनाथ ने कहा कि पिछली लोकसभा चुनाव में रतलाम से हम 50000 वोटों से हारे थे. इस बार महापौर चुनाव में हार का अंतर सिर्फ 12000 रहा. ऐसी ही स्थिति दूसरे स्थानों पर भी रही. कांग्रेस जहां हारी वहां पिछली बार के मुकाबले हार का अंतर काफी कम हुआ है. कमलनाथ ने कहा कि, इन चुनाव परिणामों से स्पष्ट है कि कांग्रेस अगले विधानसभा चुनाव में फिर आ रही है. कांग्रेस पार्टी पूरे जोश के साथ आगामी चुनाव की तैयारियों में उतरेगी.