भोपाल। राजधानी भोपाल में कोरोना संक्रमण की रफ्तार पिछले कुछ दिनों से कम होती दिख रही है. जुलाई महीने की तुलना में देखा जाए तो अगस्त महीने के दूसरे सप्ताह में नए मामलों में कमी देखने को मिली है. हालांकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि स्थिति पर काबू पा लिया गया हो, हालात अब भी नियंत्रण से बाहर ही नजर आ रहे हैं.
![Tests are also being done in large quantity in Rajdhani Bhopal](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/covid_1208newsroom_1597227575_901.jpg)
जहां जुलाई महीने में शहर में रोजाना 150 से ज्यादा मामले सामने आते थे, वहीं अब लगभग 1 सप्ताह से इनकी संख्या 120-100 के बीच सिमट गई है. आज भी राजधानी में संक्रमण के 86 नए मामले सामने आए हैं तो क्या इस स्थिति को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि भोपाल में कोरोना संक्रमण का पीक समय गुजर गया है और अब धीरे-धीरे मामले कम होते जाएंगे?
इस बारे में एम्स के निदेशक डॉ. सरमन सिंह का कहना है कि कोरोना वायरस के अलावा जो वायरस पहले आए थे, उनमें यह देखा गया था कि वायरस के फैलने के 100 से 105 दिन के अंदर उसका पीक समय आ गया हो, लेकिन कोरोना वायरस एक नए तरह का वायरस है और इसके बारे में यह नहीं कहा जा सकता कि इसका पीक समय कब होगा. भारत में जहां लॉकडाउन किया जा रहा है, वहां मामले कम हैं. इस बारे में बता देना कि कब कहां पीक समय होगा, यह कहना कठिन है.
![Sanitation work in progress by Bhopal Municipal Corporation](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12:51:50:1597130510_tn-nmk-01-corona-case-increased-script-vis-7205944_11082020110844_1108f_1597124324_588.jpg)
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान का भोपाल की स्थिति के बारे में कहना है कि भोपाल में अभी वायरल लोड ज्यादा है. हम इस बात का विश्लेषण कर अपनी टेस्टिंग को उसी तरह से बढ़ा रहे हैं, पर हम यह दावे के साथ नहीं कह सकते हैं कि हम पीक पर पहुंच गए हैं.
![Fewer cases are being reported in Bhopal in August than in July.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12:01:03:1597127463_tn-tvr-01-corona-possitive-medical-admit-patient-script-tn10029_11082020112503_1108f_1597125303_594.jpg)
ऐसी संभावना है कि आगे और ज्यादा मामले बढ़ सकते हैं. पीक कब आएगा, इसका अनुमान हम आज की तारीख में नहीं लगा सकते. कम्युनिटी मेडिसिन और एम्स की टीम 15 दिन से ज्यादा का अनुमान नहीं लगा सकती है, इस कारण ये नहीं बता सकते कि पीक कब आएगा और पीक में एक दिन में कितने मामले सामने आ सकते हैं, यह एक बहुत बड़ी चुनौती है.
भारत के कई शहरों में यह देखने मिला है कि वहां एक समय में कोरोना संक्रमण के मामले एकदम से बढ़े, लेकिन फिर धीरे-धीरे कम भी होते गए और वर्तमान में राजधानी भोपाल में भी यही ट्रेंड सामने आया है. यदि विशेषज्ञों की मानें तो आने वाले समय में मामले और बढ़ सकते हैं.
स्टेट बुलेटिन के मुताबिक भोपाल में पिछले 1 सप्ताह के आंकड़े
तारीख | नए मामले |
6 अगस्त | 155 |
7 अगस्त | 131 |
8 अगस्त | 138 |
9 अगस्त | 142 |
10 अगस्त | 89 |
11 अगस्त | 100 |
12 अगस्त | 86 |