भोपाल। कमनलाथ सरकार ने मिलावटखोरों पर सख्त कार्रवाई करने का मन बना लिया है. प्रदेश सरकार ने मिलावट खोरी करने वाले की सूचना पर देने पर 11 हजार रुपए के इनाम की घोषणा की है. प्रदेश के भिंड, मुरैना सहित कई जिलों में मिलावटखोरी के मामले सामने आए थे. जिसके बाद से ही प्रदेश सरकार एक्शन में नजर आ रही है. इससे पहले प्रदेश सरकार ने मिलावटखोरी करने वालों पर रासुका लगाने का फैसला किया है.
भोपाल जिला प्रशासन ने आदेश जारी कर कहा है की डेरी आइटम, या अन्य किसी भी खाद्य पदार्थों में मिलावट की जानकारी अगर कोई व्यक्ति देता है, तो उसे सरकार की तरफ से 11 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा. खाद्य विभाग ने जानकारी देने के लिए प्रदेशभर में जिला प्रशासन, एसडीएम और संबंधित विभाग के अधिकारियों के नंबर जारी किए हैं, जिन पर मिलावटखोरी की जानकारी दी जा सकती है.
सिंथेटिक दूध बनाए जाने का खुलासा होने के बाद प्रदेश भर में मिलावटी खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए जा रहे हैं. प्रदेशभर में अभी तक 15 सौ से ज्यादा सैंपल लिए गए. हालांकि रिपोर्ट अब तक केवल 100 सैंपल की ही आई है. कुछ सैंपल में मिलावट की बात सामने आ रही है. राजधानी भोपाल में स्थित प्रदेश की एक मात्र फूड लैंब में इन सैंपलों की जांच की जा रही है.
खाद्य अधिकारियों की भूमिका की हो रही जांच
भिंड, मुरैना, गुना और अन्य जिलों में पाए गए मिलावटी समान के बाद पुलिस सभी जिलों के खाद्य अधिकारियों की भूमिका की जांच में भी जुटी है. सवाल उठ रहा है कि यदि इतने लंबे समय से इन जिलों में सिंथेटिक दूध और खाद्य पदार्थों का काला कारोबार किया जा रहा था, तो इसकी भनक खाद्य विभाग के अधिकारियों को क्यों नहीं लगी. सवाल यह भी उठ रहा है कि कहीं इन खाद्य विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से तो यह काला कारोबार फल-फूल नहीं रहा था. इसलिए पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है.