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राम मंदिर की शुरुआत 1985 में राजीव गांधी ने की थी, आज अगर वो होते तो बहुत खुश होते: कमलनाथ - bhopal news

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने आवास पर हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया. इस दौरान उन्होंने राम मंदिर के भूमि पूजन को लेकर बहुत सी बातें कहीं हैं.

Former Chief Minister Kamal Nath
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ
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Published : Aug 4, 2020, 3:35 PM IST

भोपाल। राम मंदिर के भूमि पूजन के ठीक 1 दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज अपने निवास पर हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया. कमलनाथ की अपील पर कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने घर और मंदिरों में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए हनुमान चालीसा का पाठ किया. इस अवसर पर कमलनाथ ने कहा कि आज हमें बड़ी खुशी है. इसलिए हमने हनुमान चालीसा का पाठ किया है. इसकी शुरुआत 1985 में राजीव गांधी ने की थी और उन्होंने 1989 में अपने पहले भाषण में कहा था कि देश में रामराज स्थापित होना चाहिए. हम राजीव गांधी को प्रणाम करते हैं, जिन्होंने राम मंदिर के ताले खोले थे. आज अगर राजीव गांधी होते तो बड़े प्रसन्न होते. वहीं बीजेपी के आरोपों पर उन्होंने कहा कि हम धर्म को राजनीति के मंच से नहीं जोड़ते हैं. क्या बीजेपी का धर्म और भगवान के नाम पर पेटेंट हैं ?

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ

11 चांदी की ईंट जाएंगी अयोध्या-

इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि आज बहुत शुभ दिन है. पूजन और हनुमान चालीसा का पाठ हुआ है. हम 11 चांदी की ईंट मध्यप्रदेश की जनता की ओर से अयोध्या भेज रहे हैं. ये हमारे कांग्रेस परिवार के लोगों ने दान देकर खरीदी है. आज ऐतिहासिक दिन है, जिस दिन का इंतजार पूरे देश को था. भारत एक ऐसा देश है, जैसा पूरे विश्व में कोई देश नहीं है. जहां इतनी जातियां, भाषाएं और धर्म हैं. ये केवल भारत में है. भारत एक झंडे के नीचे खड़ा है. आज जो मंदिर का निर्माण होने जा रहा है, ये हमारी भारतीय समाज और भारतीय जनता के आशीर्वाद से होने जा रहा है.

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ

धर्म के नाम पर राजनीति नहीं करते-

हनुमान चालीसा के आयोजन को लेकर भाजपा की आलोचना पर उन्होंने कहा कि यही अंतर है, हम धर्म को राजनीतिक मंच पर नहीं लाते हैं. क्या बीजेपी का धर्म या भगवान पर पेटेंट हैं? क्या बीजेपी ने धर्म की एजेंसी ले ली है ? क्या उनका धर्म का ठेका है ? जो उनके पेट में दर्द होता है, जब भी हम कोई धार्मिक कार्यक्रम करते हैं. इसको इवेंट नहीं बनाते हैं.

मुहूर्त पर सियासत-

मुहूर्त को लेकर हो रही सियासत के सवाल पर उन्होंने कहा कि आज अपना कार्यक्रम किया है, मध्य प्रदेश की जनता की खुशहाली और विकास के लिए हनुमान चालीसा का पाठ किया है. मुहूर्त सही हो या गलत हो मैंने कोई मुहूर्त देखकर नहीं किया है. हमारे लिए साधु-संत और पूज्य शंकराचार्य का आशीर्वाद मिला तो हमने ये कार्यक्रम किया. बीजेपी द्वारा कांग्रेस पर राम मंदिर को लेकर पार्टी लाइन से ना होने के आरोप पर उन्होंने कहा कि पार्टी लाइन वो सोचते हैं ये हमारी भावनाओं की बात है.

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ

भोपाल। राम मंदिर के भूमि पूजन के ठीक 1 दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज अपने निवास पर हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया. कमलनाथ की अपील पर कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने घर और मंदिरों में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए हनुमान चालीसा का पाठ किया. इस अवसर पर कमलनाथ ने कहा कि आज हमें बड़ी खुशी है. इसलिए हमने हनुमान चालीसा का पाठ किया है. इसकी शुरुआत 1985 में राजीव गांधी ने की थी और उन्होंने 1989 में अपने पहले भाषण में कहा था कि देश में रामराज स्थापित होना चाहिए. हम राजीव गांधी को प्रणाम करते हैं, जिन्होंने राम मंदिर के ताले खोले थे. आज अगर राजीव गांधी होते तो बड़े प्रसन्न होते. वहीं बीजेपी के आरोपों पर उन्होंने कहा कि हम धर्म को राजनीति के मंच से नहीं जोड़ते हैं. क्या बीजेपी का धर्म और भगवान के नाम पर पेटेंट हैं ?

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ

11 चांदी की ईंट जाएंगी अयोध्या-

इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि आज बहुत शुभ दिन है. पूजन और हनुमान चालीसा का पाठ हुआ है. हम 11 चांदी की ईंट मध्यप्रदेश की जनता की ओर से अयोध्या भेज रहे हैं. ये हमारे कांग्रेस परिवार के लोगों ने दान देकर खरीदी है. आज ऐतिहासिक दिन है, जिस दिन का इंतजार पूरे देश को था. भारत एक ऐसा देश है, जैसा पूरे विश्व में कोई देश नहीं है. जहां इतनी जातियां, भाषाएं और धर्म हैं. ये केवल भारत में है. भारत एक झंडे के नीचे खड़ा है. आज जो मंदिर का निर्माण होने जा रहा है, ये हमारी भारतीय समाज और भारतीय जनता के आशीर्वाद से होने जा रहा है.

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ

धर्म के नाम पर राजनीति नहीं करते-

हनुमान चालीसा के आयोजन को लेकर भाजपा की आलोचना पर उन्होंने कहा कि यही अंतर है, हम धर्म को राजनीतिक मंच पर नहीं लाते हैं. क्या बीजेपी का धर्म या भगवान पर पेटेंट हैं? क्या बीजेपी ने धर्म की एजेंसी ले ली है ? क्या उनका धर्म का ठेका है ? जो उनके पेट में दर्द होता है, जब भी हम कोई धार्मिक कार्यक्रम करते हैं. इसको इवेंट नहीं बनाते हैं.

मुहूर्त पर सियासत-

मुहूर्त को लेकर हो रही सियासत के सवाल पर उन्होंने कहा कि आज अपना कार्यक्रम किया है, मध्य प्रदेश की जनता की खुशहाली और विकास के लिए हनुमान चालीसा का पाठ किया है. मुहूर्त सही हो या गलत हो मैंने कोई मुहूर्त देखकर नहीं किया है. हमारे लिए साधु-संत और पूज्य शंकराचार्य का आशीर्वाद मिला तो हमने ये कार्यक्रम किया. बीजेपी द्वारा कांग्रेस पर राम मंदिर को लेकर पार्टी लाइन से ना होने के आरोप पर उन्होंने कहा कि पार्टी लाइन वो सोचते हैं ये हमारी भावनाओं की बात है.

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