भोपाल। कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद अपराधियों पर नकेल कसने के लिए काफी प्रयास किये जा रहे हैं. अपराधी अब सोशल मीडिया प्लेटफार्म का उपयोग करके अपराध जगत में अपनी धमक कायम करने का प्रयास कर रहे हैं. सोशल प्लेटफॉर्म पर नजर रखने के लिये पुलिस ने अलग से सेल बना रखी है, इसके बाद भी अपराधी बेखौफ होकर इसका प्रयोग कर रहे हैं. हथियारों का प्रदर्शन करने के अलावा, खरीदी-बिक्री के मामले भी सामने आए है. हालांकि पुलिस ने इन मामलों में शिकायत मिलने के बाद कार्रवाई की है.
![Demonstration and purchase of weapons through social media](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/15320500_bhopaliiy.jpg)
हाईटेक अपराधी पुलिस के लिए नई चुनौती: अपराध की दुनिया में अपनी धमक बनाए रखने के लिए बदमाश सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सक्रिय हैं. यह पुलिस के लिए नई चुनौती है, लेकिन पुलिस के आला-अफसर इस बात को स्वीकारने के लिए तैयार नहीं हैं. सोशल मीडिया पर हाईटेक हो चुके बदमाशों के आगे अनट्रेंड पुलिस पिछड़ रही है. ताजा मामला पुलिस के उन अफसरों को चुनौती स्वीकार कर लेने के लिए काफी है, जो हाईटैक हो चुके बदमाशों के आगे अनट्रेंड पुलिस की नाकामी छिपाने के लिए गोल-मोल जबाव देकर इतिश्री कर ले रहे हैं. नई उम्र के बदमाशों ने सोशल मीडिया को अपराध की दुनिया में दस्तक बनाए रखने और अपनी दहशत फैलाने के लिए नया हथियार बनाया है.
इंस्टाग्राम और फेसबुक के जरिए सक्रिय हैं बदमाश: बदमाश सोशल मीडिया के जरिए गैंग बना रहे हैं, उस पर पोस्ट कर रहे हैं, ताकि लोगों में दहशत रहे और नए लड़के उनसे प्रभावित होकर उनके संपर्क में आ सकें. लेकिन पुलिस के अफसर इसे हजम नहीं कर पा रहे हैं. दरअसल, फेसबुक पेज पर सोनू कुमार के नाम से एक पेज बना हुआ है, जिस पर अवैध देसी हथियारों के फोटो पड़े हैं. देसी कट्टा, पिस्टल के साथ कारतूस भी फोटो में दिख रहे हैं. फोटो पर लिखा है, जिस किसी भाई को देसी कट्टा, पिस्टल, रिवॉल्वर चाहिए, व्हाट्सएप नंबर पर संपर्क करें. ऑल इंडिया में कहीं भी, इसके साथ मोबाइल नंबर भी शेयर किया है.
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सोशल मीडिया के जरिए अपराधी हो रहे ग्लैमराइज: भोपाल एडिशनल सीपी सचिन अतुलकर ने बताया कि हमारी सोशल मॉनिटरिंग सेल लगातार मॉनिटर करती है और कार्रवाई करती है. लेकिन मॉनिटरिंग सेल की बात करें, तो राजधानी भोपाल में अभी तक सोशल मीडिया पर सक्रिय ऐसा कोई बदमाश पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा जो सोशल मीडिया पर एक्टिव हो. इससे पहले भी कई ऐसे वीडियो फोटो सामने आ चुके हैं, शिकायत के बाद ही पुलिस ने ऐसे अपराधियों की घरपकड़ की है. सोशल मीडिया नई पीढ़ी को अपराध की दुनिया में बढ़ावा देने का जरिया बन गया है और नए जमाने के आगे हमारी अनट्रेंड पुलिस पिछड़ रही है. पुलिस कमिश्नरी में भी ऑनलाइन चुनौती दे रहे बेखौफ बदमाश और अपराधियों के बढ़ते दुस्साहस से नए पुलिस सिस्टम के सामने चुनौती है.
सोशल मीडिया सेल के माध्यम से लगातार मॉनिटरिंग की जाती है. अगर कोई भी व्यक्ति आपत्तिजनक या अफवाह के रूप में कुछ भी पोस्ट करता है, साथ ही अगर हथियारों का प्रदर्शन या हिंसा के संबंध में कोई भी सामग्री अपलोड करता है तो उसपर कार्रवाई की जा रही है. उसी क्रम में इस मामले में भी पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया है.
- सचिन अतुलकर, एडिशनल सीपी भोपाल