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आरिफ मसूद के लेटर पर विवाद, भाजपा ने बताया दबाव की राजनीति

कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को खंडवा में हुई गोकशी को लेकर एक पत्र लिखा था जो अब विवाद का कारण बन गया है. भाजपा का कहना है कि कांग्रेस दबाव की राजनीति कर रही है.

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Published : Feb 10, 2019, 4:20 AM IST

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भोपाल। राजधानी भोपाल के मध्य विधानसभा से नवनिर्वाचित विधायक आरिफ मसूद का मुख्यमंत्री कमलनाथ को लिखा पत्र अब विवादों में घिर गया है. भाजपा ने इसे दबाव की राजनीति करार दिया है, वहीं कांग्रेस ने इसे विधायक की जिम्मेदारी बताया है.

विधायक आरिफ मसूद ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को एक पत्र लिखकर खंडवा जिले में हुई गोकशी की घटना को लेकर आपत्ति दर्ज कराई थी, साथ ही उन्होंने इस घटना की एसआईटी से जांच कराने की मांग भी रखी थी. विधायक ने अपने पत्र के माध्यम से खंडवा कलेक्टर को तुरंत प्रभाव से हटाने की मांग भी की है.

पत्र में गोकशी की घटना को निंदनीय बताते हुए विधायक ने प्रशासन पर एक तरफा कार्रवाई का आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि प्रशासन ने आरोपी के परिजनों का पक्ष सुना ही नहीं गया है. इस पूरे मामले पर भाजपा प्रवक्ता हिदायतुल्ला शेख का कहना है कि विधायक आरिफ मसूद ने केवल कल लेटर नहीं लिखा है, बल्कि उसे सोशल मीडिया और पत्रकारों में भी वायरल किया है. मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि तुष्टीकरण के मामले में इस तरह से क्यों किया जा रहा है यदि कोई अधिकारी कार्रवाई कर रहा है तो उनका पक्ष भी सुन लेना चाहिए.

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पत्र विवाद पर कांग्रेस-बीजेपी की प्रतिक्रिया
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कांग्रेस के प्रवक्ता अब्बास हफीज का कहना है कि आरिफ मसूद निर्वाचित विधायक हैं कांग्रेस का हर एक विधायक अपनी जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी से निभाता है. कांग्रेस के विधायक का दायित्व है कि जनता की समस्याओं और परेशानियों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाये, इसलिए कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया है. जो परेशानियां सामने आ रही है उन्हें दूर करने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सभी की बात सुनकर उसे एक उचित प्लेटफार्म पर रखकर उसका निदान करने वाले मुख्यमंत्री है, उनकी सोच है कि कोई भी व्यक्ति न्याय से वंचित नहीं होना चाहिए और मुख्यमंत्री इस तरह के मामलों में हस्तक्षेप जरूर करते हैं, जहां पर न्याय की कमी महसूस होती है.

भोपाल। राजधानी भोपाल के मध्य विधानसभा से नवनिर्वाचित विधायक आरिफ मसूद का मुख्यमंत्री कमलनाथ को लिखा पत्र अब विवादों में घिर गया है. भाजपा ने इसे दबाव की राजनीति करार दिया है, वहीं कांग्रेस ने इसे विधायक की जिम्मेदारी बताया है.

विधायक आरिफ मसूद ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को एक पत्र लिखकर खंडवा जिले में हुई गोकशी की घटना को लेकर आपत्ति दर्ज कराई थी, साथ ही उन्होंने इस घटना की एसआईटी से जांच कराने की मांग भी रखी थी. विधायक ने अपने पत्र के माध्यम से खंडवा कलेक्टर को तुरंत प्रभाव से हटाने की मांग भी की है.

पत्र में गोकशी की घटना को निंदनीय बताते हुए विधायक ने प्रशासन पर एक तरफा कार्रवाई का आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि प्रशासन ने आरोपी के परिजनों का पक्ष सुना ही नहीं गया है. इस पूरे मामले पर भाजपा प्रवक्ता हिदायतुल्ला शेख का कहना है कि विधायक आरिफ मसूद ने केवल कल लेटर नहीं लिखा है, बल्कि उसे सोशल मीडिया और पत्रकारों में भी वायरल किया है. मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि तुष्टीकरण के मामले में इस तरह से क्यों किया जा रहा है यदि कोई अधिकारी कार्रवाई कर रहा है तो उनका पक्ष भी सुन लेना चाहिए.

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पत्र विवाद पर कांग्रेस-बीजेपी की प्रतिक्रिया
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कांग्रेस के प्रवक्ता अब्बास हफीज का कहना है कि आरिफ मसूद निर्वाचित विधायक हैं कांग्रेस का हर एक विधायक अपनी जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी से निभाता है. कांग्रेस के विधायक का दायित्व है कि जनता की समस्याओं और परेशानियों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाये, इसलिए कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया है. जो परेशानियां सामने आ रही है उन्हें दूर करने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सभी की बात सुनकर उसे एक उचित प्लेटफार्म पर रखकर उसका निदान करने वाले मुख्यमंत्री है, उनकी सोच है कि कोई भी व्यक्ति न्याय से वंचित नहीं होना चाहिए और मुख्यमंत्री इस तरह के मामलों में हस्तक्षेप जरूर करते हैं, जहां पर न्याय की कमी महसूस होती है.

Intro:कांग्रेस विधायक का लेटर दबाव की राजनीति भाजपा

भोपाल राजधानी भोपाल के मध्य विधानसभा से नवनिर्वाचित विधायक आरिफ मसूद का मुख्यमंत्री कमलनाथ को लिखा पत्र अब विवादों में घिर गया है भारतीय जनता पार्टी ने विधायक के द्वारा इससे दबाव की राजनीति करार दिया है तो वहीं कांग्रेस ने विधायक की जिम्मेदारी बताया है आपको बता दें कि विधायक आरिफ मसूद ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को एक पत्र लिख खंडवा जिले में घटित हुई गोकशी की घटना को लेकर आपत्ति दर्ज कराई थी साथ ही उन्होंने इस घटना की एसआईटी से जांच कराने की मांग भी रखी थी
कागज विधायक ने अपने पत्र के माध्यम से खंडवा कलेक्टर को तुरंत प्रभाव से हटाने की मांग भी की है पत्र में गोकशी की घटना को निंदनीय बताते हुए विधायक ने प्रशासन पर एक तरफा कार्यवाही का आरोप लगाया है उन्होंने आरोप लगाया है कि प्रशासन ने आरोपी के परिजनों का पक्ष सुना ही नहीं



Body:इस पूरे मामले पर भाजपा प्रवक्ता हिदायतुल्ला शेख का कहना है कि विधायक आरिफ मसूद ने केवल कल लेटर नहीं लिखा है बल्कि उसे सोशल मीडिया और पत्रकारों में भी वायरल किया है मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि तुष्टीकरण के मामले में इस तरह से क्यों किया जा रहा है यदि कोई अधिकारी कार्यवाही कर रहा है तो उनका पक्ष भी सुन लेना चाहिए अरे मसूद केवल एक पक्ष की बात कर रहे हैं तो दूसरा पक्ष कहां है उन्होंने कहा कि एक पक्ष तो अपराधी है और दूसरा पक्ष प्रशासन है अपने पत्र के माध्यम से कलेक्टर को हटाने की मांग किए जाने से केवल यही प्रदर्शित हो रहा है कि कांग्रेस विधायक मुख्यमंत्री पर दबाव बना रहे हैं क्योंकि यह बैसाखी पर चलने वाली सरकार है कांग्रेस की यही तो राजनीति है कि दबाव बनाओ और अपने दूसरे काम करवा लो किसी के चार ट्रांसफर करवा लो या फिर अपने मतलब के दो-तीन काम करवा लो और यह कांग्रेस के सभी विधायक कर रहे हैं क्योंकि सभी ने देखा है कि इनकी सरकार के मंत्री भी इसी प्रकार की बयानबाजी करते हैं जबकि वह उनका विभाग है ही नहीं फिर भी वह उसमें हस्तक्षेप करते हैं इस पूरे मामले में गृह मंत्री कुछ भी बोलने से बच रहे हैं वह केवल यही कह रहे हैं कि जो कार्यवाही हुई है वह ठीक है मुख्यमंत्री इस मामले में कुछ भी नहीं बोल रहे हैं केंद्रीय नेतृत्व कुछ और बयान दे रहा है दिग्विजय सिंह के बयान भी कुछ और आ रहे हैं यही वजह है कि मुख्यमंत्री आपस में ही गिर गए हैं उनकी मुख्य वजह यह केवल यही है कि वे जानते हैं कि उनके पास बहुमत के विधायक नहीं है इसीलिए कभी भी अपने पद से हटाए जा सकते हैं वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भोपाल आकर भरी सभा में भी कह देते हैं कि मुख्यमंत्री को हटा दिया जाएगा इसलिए मुख्यमंत्री कमलनाथ की क्या हालत हो गई है यह बता पाना उचित नहीं होगा


Conclusion:कांग्रेस के प्रवक्ता अब्बास हफीज का कहना है कि आरिफ मसूद निर्वाचित विधायक हैं कांग्रेसका हर एक विधायक अपनी जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी से निभाता है कांग्रेस के विधायक का दायित्व है कि जनता की समस्याओं और परेशानियों को मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाए इसलिए कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया है जो परेशानियां सामने आ रही है उन परेशानियों को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ को उन्होंने पत्र लिखा है और मुख्यमंत्री कमलनाथ सभी की बात सुनकर उसे एक उचित प्लेटफार्म पर रखकर उसका निदान करने वाले मुख्यमंत्री है क्योंकि उनकी सोच है कि कोई भी व्यक्ति न्याय से वंचित नहीं होना चाहिए और मुख्यमंत्री इस तरह के मामलों में हस्तक्षेप जरूर करते हैं जहां पर न्याय की कमी महसूस होती है .
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