भोपाल। नियमितीकरण ना किए जाने और 5 जून 2018 को बनाई गई सामान्य प्रशासन की संविदा नीति लागू करने जैसी मांगों को लेकर मध्य प्रदेश के संविदा स्वास्थ्य कर्मी लंबे समय से संघर्ष करते आ रहे हैं. समय-समय पर प्रदेश भर के इन संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने अलग-अलग तरीके से अपनी मांगों को रखने के लिए प्रदर्शन भी किया पर अब तक सरकार का ध्यान इस ओर नहीं गया है. जिसे लेकर आज एक बार फिर प्रदेश भर के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने अपने अपने कार्यस्थल में बैनर पोस्टर के साथ पोस्टकार्ड अभियान चलाकर प्रदर्शन किया है. प्रदर्शन में सभी कर्मचारियों ने इच्छामृत्यु की अनुमति की अपील राज्यपाल और मुख्यमंत्री से की है.
अपने प्रदर्शन के बारे में जानकारी देते हुए संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रांत अध्यक्ष सौरभ सिंह चौहान ने बताया कि सभी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी लंबे समय से नियमितीकरण, 90% वेतनमान, सामान्य प्रशासन संविदा नीति 2018 लागू करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, पर लगातार प्रदर्शन करने के बाद भी हमारे लिए सरकार की ओर से कुछ नहीं किया गया. इसके साथ ही कोविड-19 में ड्यूटी करने के बाद भी हमें कोरोना योद्धा का दर्जा नहीं दिया गया है. अब तक कोविड-19 की ड्यूटी के दौरान 6 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की मृत्यु हुई है, पर प्रदेश सरकार द्वारा किसी भी मृतक के परिवार को आर्थिक मदद और परिवार के सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति नहीं दी गई है. इसलिए हम चाहते हैं कि सरकार हमारी मांगों को जल्द से जल्द पूरा करें या फिर हमें इच्छा मृत्यु की अनुमति दें. इसके लिए आज प्रदेश भर के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने अपनी मांग कर मुख्यमंत्री और राज्यपाल के नाम भेजा है. बता दें कि इस पोस्टकार्ड अभियान और प्रदर्शन में प्रदेश भर के करीब 19000 स्वास्थ्य कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया है.