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कमलनाथ सरकार भोपाल को देगी नया आयाम, झीलों की नगरी के इतिहास से रूबरू होगी दुनिया की आवाम

राजधानी भोपाल के इतिहास को लोगों तक पहुंचाने के लिए कमलनाथ सरकार एक समिति का गठन करने जा रही है. जिससे भोपाल शहर के इतिहास को सवारने का काम किया जाएगा और उससे लोगों को रूबरू कराया जाएगा. ताकि भोपाल की पहचान विश्व पटल पर और भी बड़ी हो सके.

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Published : Dec 10, 2019, 7:00 PM IST

भोपाल। पांच पहाड़ियों पर बसा नवाबों का शहर भोपाल जितना अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर है. उतना ही यह शहर अपनी गंगा-जमुनी तहजीब के लिए भी जाना जाता है. जो अपने आंचल में इतिहास की कई स्मृतिया समेटे हुए हैं. लेकिन भोपाल के इस गौरवशाली इतिहास से लोग आज भी अंजान है. लेकिन राज्य सरकार के द्वारा एक नवाचार के तहत लोगों को झीलों की नगरी के इतिहास से रूबरू कराया जाएगा. जिसकी शुरुआत प्रदेश की कमलनाथ सरकार शुरु करने जा रही है.

कमलनाथ सरकार भोपाल को देगी नया आयाम

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने घोषणा की है कि भोपाल शहर का कई हजारों साल का इतिहास रहा है. इसकी अपनी संस्कृति रही है लेकिन आने वाली पीढ़ी को इस से कैसे अवगत कराया जाए, इसके लिए अभी से प्रयास करने होंगे. ताकि आने वाली युवा पीढ़ी इन परंपराओं और सभ्यताओं को जान सके. जिसके लिए जल्द एक समिति बनाई जाएगी और यह समिति इस इतिहास को संजोने का काम करेगी.

सीएम की इस पहल का भोपाल वासियों ने तहे दिल से स्वागत किया है. क्योंकि झीलों की नगरी को इस नए प्रयोग से दुनियाभर में एक अलग पहचान मिलेगी. भोपाल मेयर आलोक शर्मा ने भी सरकार की इस योजना को भोपाल के इतिहास को संवारने में एक जरुरी कदम बताया. राजधानी को संवारने के लिए बनाई जाने वाली इस योजना का प्रोजेक्ट तैयार हो चुका है. जिस पर मंत्री पीसी शर्मा और जयवर्धन सिंह ने कहा कि सरकार इस दिशा में तेजी से काम करेगी. जो जल्द ही नवाबों के शहर को नयी दिशा देगा.

कमलनाथ सरकार के इस प्रोजेक्ट से झीलों की नगरी की खूबसूरती में चार चांद लग जाएगे. यानि विश्व पटल पर नवाबी ठाठ, देशी अंदाज, और भोपाली शान पूरी दुनिया को एक नए अंदाज में देखने मिलेगी.

भोपाल। पांच पहाड़ियों पर बसा नवाबों का शहर भोपाल जितना अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर है. उतना ही यह शहर अपनी गंगा-जमुनी तहजीब के लिए भी जाना जाता है. जो अपने आंचल में इतिहास की कई स्मृतिया समेटे हुए हैं. लेकिन भोपाल के इस गौरवशाली इतिहास से लोग आज भी अंजान है. लेकिन राज्य सरकार के द्वारा एक नवाचार के तहत लोगों को झीलों की नगरी के इतिहास से रूबरू कराया जाएगा. जिसकी शुरुआत प्रदेश की कमलनाथ सरकार शुरु करने जा रही है.

कमलनाथ सरकार भोपाल को देगी नया आयाम

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने घोषणा की है कि भोपाल शहर का कई हजारों साल का इतिहास रहा है. इसकी अपनी संस्कृति रही है लेकिन आने वाली पीढ़ी को इस से कैसे अवगत कराया जाए, इसके लिए अभी से प्रयास करने होंगे. ताकि आने वाली युवा पीढ़ी इन परंपराओं और सभ्यताओं को जान सके. जिसके लिए जल्द एक समिति बनाई जाएगी और यह समिति इस इतिहास को संजोने का काम करेगी.

सीएम की इस पहल का भोपाल वासियों ने तहे दिल से स्वागत किया है. क्योंकि झीलों की नगरी को इस नए प्रयोग से दुनियाभर में एक अलग पहचान मिलेगी. भोपाल मेयर आलोक शर्मा ने भी सरकार की इस योजना को भोपाल के इतिहास को संवारने में एक जरुरी कदम बताया. राजधानी को संवारने के लिए बनाई जाने वाली इस योजना का प्रोजेक्ट तैयार हो चुका है. जिस पर मंत्री पीसी शर्मा और जयवर्धन सिंह ने कहा कि सरकार इस दिशा में तेजी से काम करेगी. जो जल्द ही नवाबों के शहर को नयी दिशा देगा.

कमलनाथ सरकार के इस प्रोजेक्ट से झीलों की नगरी की खूबसूरती में चार चांद लग जाएगे. यानि विश्व पटल पर नवाबी ठाठ, देशी अंदाज, और भोपाली शान पूरी दुनिया को एक नए अंदाज में देखने मिलेगी.

Intro:भोपाल के इतिहास को लोगों से रूबरू कराने के लिए बनेगी समिति मुख्यमंत्री ने की घोषणा , सभी ने किया स्वागत


भोपाल | भोपाल का अपना वर्षों का इतिहास रहा है इस शहर में कई राजाओं और नवाब रहे हैं जिनका इतिहास लोगों को अभी भी मालूम नहीं है लेकिन राज्य सरकार के द्वारा एक नवाचार के तहत लोगों को इस इतिहास से रूबरू कराया जाएगा जिसके लिए जल्द ही एक समिति का गठन किया जाएगा और यह समिति भोपाल के इतिहास को लोगों तक पहुंचाने का काम करेगी .


Body:मुख्यमंत्री कमलनाथ ने घोषणा की है कि भोपाल शहर का कई हजारों साल का इतिहास रहा है इसकी अपनी संस्कृति रही है लेकिन आने वाली पीढ़ी को इस से कैसे अवगत कराया जाए इसके लिए अभी से प्रयास करने होंगे ताकि आने वाली युवा पीढ़ी इन परंपराओं और सभ्यताओं को जान सके इसलिए भोपाल के गौरवशाली इतिहास का विधिवत लेखन किया जाना भी जरूरी है जिसके लिए जल्द एक समिति बनाई जाएगी और यह समिति इस इतिहास को संजोने का काम करेगी .


जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि आज हमारे द्वारा मुख्यमंत्री से मांग की गई है कि मुंबई में जिस तरह से सी लिंक बना हुआ है इससे लोगों का समय बचता है और आवागमन में काफी सुविधा उपलब्ध हो जाती है इसका निर्माण भोपाल में भी होना चाहिएइस विषय को लेकर महापौर आलोक शर्मा से भी बात हुई है उन्होंने बताया है कि इससे लेकर डीपीआर तैयार की गई है डीपीआर को जल्द ही सरकार से अनुमति लेकर इस पर काम किया जाएगा इसके बन जाने के बाद भोपाल को और ज्यादा मजबूती प्रदान होगी उन्होंने कहा कि सरकार का यही प्रयास है कि भोपाल देश के अग्रणी शहरों में गिना जाए

प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि यह बेहद सही कदम उठाया गया है मुख्यमंत्री ने जो समिति बनाने का निर्णय लिया है इसका हम सभी लोग स्वागत करते हैंमुख्यमंत्री के द्वारा मंत्री पीसी शर्मा और महापौर आलोक शर्मा से बातचीत करने के बाद ही यह घोषणा की गई है निश्चित रूप से सभी राजनीतिक दलों को मिलकर भोपाल के विकास के लिए आगे आना चाहिए . उन्होंने कहा कि समिति के बंजारे के बाद भोपाल के इतिहास को और बेहतर तरीके से संवारा जा सकता है समिति के माध्यम से पुराने इतिहास को लेकर चर्चा होनी चाहिए और इसका विधिवत लेखन भी बेहद जरूरी है इसके बन जाने से नई योजनाओं का भी काफी बेहतर तरीके से क्रियान्वयन हो सकेगा


Conclusion:भोपाल महापौर आलोक शर्मा का कहना है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ से आज हमने मांग की है कि भोपाल के इतिहासकारों को एक साथ जोड़ कर एक बड़ी समिति का गठन किया जाए उन्होंने समिति बनाने का ऐलान किया है जिसका हम सभी स्वागत करते हैं यह भोपाल के इतिहास को संवारने के लिए बेहद जरूरी कदम है इस समिति के बन जाने से आने वाली पीढ़ी को भोपाल के हजारों वर्ष पुराने इतिहास से रूबरू कराया जा सकेगा इस समिति के माध्यम से भोपाल के पुराने इतिहास की गवाह धरोहरों को भी बचाने का प्रयास किया जाएगा जो इस समय काफी जर्जर अवस्था में है लेकिन इन्हें फिर से एक बार संवारा जाएगा ताकि यहां पर पर्यटन के क्षेत्र को भी बढ़ावा मिल सके.
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