भोपाल। छतरपुर की बंदर हीरा खदान की नीलामी से उत्साहित कमलनाथ सरकार को अब बुंदेलखंड की खनिज संपदा से उम्मीद जागी है. सरकार ने अब बुंदेलखंड के दूसरे इलाकों में हीरा और आयरन की खोज शुरू कर दी है. इसके लिए 24 क्षेत्रों को चिन्हित किया गया है. जिसके सर्वे का काम नेशनल डेवलपमेंट हैदराबाद की कंपनी को दिया गया है.
बुंदेलखंड अंचल के पन्ना जिले की पहचान दुनियाभर में अपने हीरे के लिए रही है. मध्यप्रदेश में छतरपुर जिले की 15 ईयर खदान की नीलामी के बाद अब आदित्य बिरला ग्रुप जल्दी काम शुरू करेगी. छतरपुर जिले में आने वाली हीरा बंदर हीरा खदान 364 हेक्टेयर में फैली है. जिसमें 34.2 मिलियन कैरेट हीरा होने की संभावना है. खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल के मुताबिक बंदर हीरा खदान की नीलामी के बाद से अब सरकार को हर साल करीब 700 करोड़ का राजस्व प्राप्त होगा.
बुंदेलखंड के 24 क्षेत्रों में जागी खनिज संसाधन की उम्मीदें
प्रदेश सरकार को बुंदेलखंड के दूसरे क्षेत्रों में हीरा मिलने की उम्मीद हैं. इसके लिए सरकार ने नेशनल मिनरल डेवलपमेंट हैदराबाद द्वारा राज्य सरकार के साथ एमओयू साइन किया है. जिसके तहत प्रदेश के पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, दमोह, सीधी, जबलपुर, कटनी सहित इन सभी जिलों की 24 जगहों को चिन्हित कर हीरा और आयरन की खोज का सर्वे शुरु किया जाएगा.
बुंदेलखंड क्षेत्र के अलावा बालाघाट, छिंदवाड़ा और जबलपुर जिले में मैगजीन खनिज की खोज के लिए इंडिया लिमिटेड नागपुर की कंपनी को सर्वे का काम दिया गया है. खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल के मुताबिक बुंदेलखंड इलाका खनिज संपदा से भरपूर है और इस इलाके में हीरा और आयरन की खोज के लिए सर्वे कार्य किया जा रहा है. उम्मीद है यहां भरपूर खनिज संपदा प्राप्त होगी.