भोपाल. मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र सरकार के बीच अब ऑक्सीजन को लेकर वॉर छिड़ गया है. यह तनातनी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन को लेकर हुई है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को महाराष्ट्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि महाराष्ट्र की सरकार मध्य प्रदेश आ रहीं ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीनें रोकने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि, महाराष्ट्र से पहले मध्यप्रदेश ने कंसंट्रेटर मशीनों का ऑर्डर दिया था, लेकिन अब महाराष्ट्र सरकार मशीन निर्माता कंपनियों पर मध्यप्रदेश की सप्लाई रोक कर पहले महाराष्ट्र के लिए आपूर्ति करने का दबाव बना रही है. शिवराज के इस बयान पर शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने जवाब देते हुए कहा है कि हम ऐसा पाप नहीं करते.
हमारी सरकार का सिद्धांत जियो और जीने दो
मध्यप्रदेश को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीनों की सप्लाई रोकने के आरोपों पर पलटवार करते हुए शिवसेना के सांसद ने कहा कि हमारी सरकार जियो और जीने दो के सिद्धांत पर काम करती है. शिवराज के आरोपों पर शिवसेना सांसद ने उलटे आरोप लगाया कि महाराष्ट्र को उसके हक की चीजें ही नहीं मिल रही हैं ऐसे में हम दूसरों का क्यों छीनेंगे.
आपात स्थिति के लिए मंगाई जा रही हैं मशीनें
सीएम शिवराज सिंह ने बताया कि प्रदेश में 2 हजार ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर मशीनों की पहली खेप आ चुकी है। जबकि इसकी दूसरी खेप में 650 मशीनें आएंगी. सीएम ने बताया कि इसके अलावा, जिला स्तर पर करीब 1300 मशीनें खरीदी जा चुकी हैं. इन मशीनों को प्रदेश में आपात स्थिति से निपटने के लिए रिजर्व करके रखा जा रहा है.
1 लाख रेमडेसिविर के लिए नया ऑर्डर
मुख्यमंत्री ने कोरोना समीक्षा बैठक में बताया कि, प्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन की किसी भी तरह की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी. सीएम ने बतााया कि सरकार ने रेमडेसिविर के 1 लाख डोज का नया आर्डर भी दे दिया है। ये इंजेक्शन भी प्रदेश को जो जल्दी ही मिल जाएंगे. प्रदेश में अबतक 42 हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई आ चुकी है।