भोपाल| निलंबित IPS अधिकारी पुरुषोत्तम शर्मा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं, पत्नी के साथ मारपीट के बाद निलंबित हो चुके पुरुषोत्तम शर्मा कि मामले में अब केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी अपनी ओर से सहमति दे दी है. और उनके निलंबन को भी सही ठहराया है, इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से पत्र जारी करते हुए निलंबन को सही मानने की पुष्टि की गई है, जिसके बाद राज्य शासन ने चार्जशीट भी जारी कर दिया है. पत्र केंद्रीय गृह मंत्रालय के सचिव डीके घोष के द्वारा प्रदेश के मुख्य सचिव को भेजा गया है.
वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी पुरुषोत्तम शर्मा के निलंबन के मामले में केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय की स्वीकृति मिलने के बाद उनकी मुश्किलें और ज्यादा बढ़ सकती हैं क्योंकि केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय के द्वारा मध्यप्रदेश सरकार को निर्देशित किया गया है कि चार्जशीट मंत्रालय को भेजी जाए, इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. राज्य शासन द्वारा निलंबन की कार्रवाई को सही मानते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पुरुषोत्तम शर्मा को 27 नवंबर से पहले चार्जशीट सौंपने के निर्देश दिए थे, पत्र मिलने के बाद शासन स्तर से बुधवार को ही PHQ को चार्ज शीट भेज दी गई है, इसे देर शाम शर्मा के घर भी भेज दिया गया है, इसके पहले बहाली के लिए पुरुषोत्तम शर्मा ने कैट में भी याचिका लगाई थी पुरुषोत्तम शर्मा अभी तक राज्य शासन और केंद्र स्तर तक बहाली के लिए कई पत्र भी लिख चुके हैं.
बता दें कि अपनी पत्नी के साथ मारपीट करने का वीडियो वायरल होने के बाद निलंबित IPS अधिकारी पुरुषोत्तम शर्मा की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं, इस दौरान इस मामले का संज्ञान लेते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान के निर्देश के बाद सरकार ने उन्हें 29 सितंबर को निलंबित कर दिया था, हालांकि अपने निलंबन के खिलाफ पुरुषोत्तम शर्मा ने अपील कर रखी है.
क्या है पूरा मामला
निलंबित IPS अधिकारी पुरुषोत्तम शर्मा ने अपनी पत्नी के साथ मारपीट की थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, वीडियो वायरल होने के बाद से प्रदेश सरकार ने पहले उन्हें पद से हटाकर गृह विभाग में अटैच कर दिया था. गृह विभाग ने वायरल वीडियो को लेकर उन्हें नोटिस भेजा था और जवाब भी मांगा और उसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था.
पुरुषोत्तम शर्मा की बेटी ने मां को बताया मानसिक रूप से बीमार
वहीं निलंबित आईपीएस पुरुषोत्तम शर्मा के बच्चों की अलग राय है, बचाव में उतरी बेटी ने अपनी मां को मानसिक रूप से बीमार बताया था. साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और डीजीपी को पत्र लिखकर देवांशी शर्मा ने अपने पिता का समर्थन करते हुए उनके खिलाफ हुई कार्रवाई को गलत बताया.
निलंबित आईपीएस की बेटी ने अपने पत्र में लिखा था कि उनकी मां एक बार घर को आग लगाने की कोशिश कर चुकीं हैं. वहीं एक बार उन्होने अपनी जान देने की कोशिश भी की थी. जबकि आईपीएस की बेटी से बिल्कुल हटकर उनके बेटे की राय है.
पुरुषोत्तम शर्मा के बेटे ने पिता को बताया दोषी
सूत्रों के अनुसार निलंबित IPS के आईआरएस बेटे पर्थ शर्मा ने ही ये वीडियो मुख्यमंत्री, गृह मंत्री और पुलिस अधिकारियों को भेजा था और पिता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. हालांकि, उन्होंने भी इस मामले में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है. जबकि बेटी पिता के पक्ष में है.