भोपाल/जबलपुर। केंद्र की जन-विरोधी नीतियों के खिलाफ केंद्रीय श्रम संगठनों और ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर सोमवार से देशभर के 20 करोड़ से ज्यादा कामगार, कर्मचारी, अधिकारी और बैंक कर्मचारी हड़ताल पर हैं. इसी कड़ी में दस सूत्रीय मांगों को लेकर मध्यप्रदेश के 7 हजार व भोपाल जिले की 500 बैंक शाखा में ताले लटके रहे. राजधानी में 3 लाख करोड़ रुपए और पूरे मध्यप्रदेश में 8 लाख 70 हजार करोड़ से अधिक का बैंकिंग कारोबार ठप रहेगा. वहीं जबलपुर में भी लेबर यूनियन ने प्रदर्शन कर लंच का बहिष्कार कर दिया.
नीलम पार्क में धरना प्रदर्शन: बैंक कर्मचारी व सभी ट्रेड यूनियन के सदस्यों ने भोपाल के नीलम शाहजहानी पार्क में धरना दिया. इस दौरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. हड़ताल को ट्रेड यूनियंस सहित 10 केंद्रीय श्रमिक संगठनों ने समर्थन दिया है. बैंक यूनियन के संयुक्त मोर्चा के संयोजक वीके शर्मा ने बताया कि हमारी दस मांगे हैं. इनमें कर्मचारी बैंकों का निजीकरण रोकने, एनपीएस खत्म करने, 5 दिवसीय बैंकिंग सप्ताह लागू करने, पेंशन अपडेशन करने, खराब ऋणों की वसूली करने, बैंक जमा पर ब्याज दरों में वृद्धि करने, महंगी सेवा शुल्क का बोझ कम करने, आउटसोर्सिंग बंद करने,सभी ठेका कर्मचारियों को नियमित करना शामिल है.
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जबलपुर में प्रदर्शन, लंच का किया बहिष्कार: इधर जबलपुर में ऑर्डिनेंस फैक्ट्री खमरिया में लेबर यूनियन ने केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन किया, इस दौरान कर्मचारियों ने गेट नंबर 2 के बाहर नारेबाजी भी की. कर्मचारियों ने प्रदर्शन करते हुए लंच का भी बहिष्कार कर दिया. साथ ही कहा कि 29 मार्च को सुबह 8 बजे गेट नंबर 4 पर नारेबाजी की जायेगी. लेबर यूनियन के अध्यक्ष पुस्पेंद्र सिंह और महामंत्री अर्नब दास गुप्ता ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने देश के तमाम सुरक्षा संस्थानों के निगमीकरण की घोषणा की है, जिसे कर्मचारी कभी स्वीकार नहीं करेंगे. सरकार के फैसले के खिलाफ न्यायालय की शरण में जा चुके हैं. हमें न्याय मिलने की उम्मीद है, अपना संघर्ष अंतिम दौर तक जारी रखेंगे. (Central labor organization on strike) (7 thousand banks closed in MP)