भोपाल। मध्यप्रदेश में बच्चों के माता पिता के लिए एक डराने वाली खबर है. देशभर में बच्चों के लिए मध्यप्रदेश सबसे असुरक्षित राज्य बनकर उभरा है. साल 2020 में औसतन रोजाना करीब 46 बच्चों को हत्या, दुष्कर्म, अपहरण जैसे गंभीर अपराधों का शिकार होना पड़ा है. (Child Pornography raid) केस में मध्य प्रदेश में पड़े छापे इसी कड़ी से जुड़े हैं.
MP समेत देशभर के 14 राज्यों में CBI के छापे
बच्चों के अश्लील वीडियो बनाने और उन्हें सर्कुलेट करने के मामले में सीबीआई ने मंगलवार को देश के 14 राज्यों में छापे मारे हैं. बताया जा रहा है कि ऐसे 23 मामलों में 83 लोगों को आरोपी बनाया गया है. (cbi raid in child pornography case )इसी मामले में मध्य प्रदेश में ग्वालियर सहित कुछ शहरों में छापेमारी की खबर है.
मध्य प्रदेश में 3 जगहों पर छापे!
बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी 14 जगहों पर सीबीआई ने छापे मारे हैं. सूत्रों के मुताबिक इनमें मध्यप्रदेश के तीन बड़े शहर भी शामिल हैं. यहां कई अहम दस्तावेज सीबीआई के हाथ लगे हैं. सीबीआई की सर्च अभी भी जारी है. ग्वालियर में राहुल राणा नाम के शख्स के ठिकानों पर सीबीआई ने छापा मारा है. ग्वालियर के पिछोर थाना इलाके के बड़ी अकवाई में सीबीआई टीम पहुंची है.
MP में Child Pornography के 20 मामले
नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (NCRB) के 2020 के आंकड़ों के अनुसार बच्चों के खिलाफ ऑनलाइन पोर्नोग्राफी के सबसे ज्यादा मामले 14 राज्यों से आए हैं. इनमें यूपी-161, महाराष्ट्र-13, कर्नाटक-122, केरल में 101 केस फाइल हुए थे. ओडिशा में 71, तमिलनाडू में 28, असम में 21 और मध्यप्रदेश में 20 मामले सामने आए हैं. इनके अलावा हिमाचल में 17, हरियाणा में 16, आंध्र प्रदेश में 15, पंजाब में 8, राजस्थान में 6 केस चाइल्ड पोर्नोग्राफी के सामने आए हैं.
2020 में MP में 17 हजार से ज्यादा बच्चे बने शिकार
प्रदेश में बच्चों के खिलाफ होने वाले क्राइम का रेट 59.1% है. 2019 में 19,028 मामले दर्ज हुए थे. NCRB की रिपोर्ट में बच्चों के साथ सोशल मीडिया के जरिए भी अपराध हुए हैं. देशभर के अन्य राज्यों के मुकाबले मध्यप्रदेश टॉप पर है, (MP top crime against children) जबकि इस मामले में महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर है. यहां 2020 में 14,371 केस दर्ज हुए.
MP में रोजाना 6 महिलाओं से रेप
MP में महिलाओं के साथ भी अपराध बढ़े हैं. 2020 में रेप के 2,339 केस दर्ज किए गए. यहानि रोजाना करीब 6 महिलाएं दुष्कर्म का शिकार हो रही हैं. 2020 में महिलाओं ने 25,640 केस दर्ज करवाए हैं
SC-ST उत्पीड़न के मामले 20% बढ़े
प्रदेश में SC-ST के लोग भी सुरक्षित नहीं हैं. 2020 में 20% उत्पीड़न के मामले बढ़े हैं. प्रदेश में अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत 2,401 केस दर्ज हुए हैं.
बच्चों को लेकर सतर्क रहें
साइबर चोरी, कैटफिशिंग और साइबर बुलिंग, आपत्तिजनक कटेंट जैसे अपराध का बच्चे शिकार हो रहे हैं. साइबर अपराधियों के लिए बच्चे सबसे आसान शिकार हैं. कई मामलों में साइबर अपराधियों की वजह से बच्चे जान तक गंवा चुके हैं. (Child Pornography case)