भोपाल। कैंसर पीड़ितों के लिए एक खुशखबरी है. दरअसल, राजधानी भोपाल में मुंह और ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित लोगों को सुविधा पहुंचाने के लिए स्क्रीनिंग की नई व्यवस्था शुरू की गई है, जिसका लाभ लेकर पता किया जाएगा कि, कैंसर के शुरुआती लक्षण है या नहीं.
स्क्रीनिंग के साथ मिलेगी यह खास सुविधा
कैंसर के अगर शुरुआती स्तर और लक्ष्मण को पकड़ लिया जाए तो यह ठीक हो जाता है, लेकिन इसकी स्थिति अगर बिगड़ जाए तो इंसान का बचना मुश्किल होता है. ऐसे में कैंसर के शुरुआती लक्षणों की जांच के लिए अब भोपालवासियों को इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा. भोपाल के काटजू अस्पताल में शुरुआती दौर की स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जा रही है. स्क्रीनिंग के साथ ही, कैंसर के बचाव के उपाय भी अस्पताल में बताए जाएंगे.
डॉक्टर और नर्स देंगे संपूर्ण जानकारी
बता दें कि, पुरुषों में तंबाकू और सिगरेट के सेवन से सबसे ज्यादा मुंह का कैंसर होता है, वहीं महिलाओं में हारमोंस के डेवलेप के चलते ब्रेस्ट कैंसर की समस्या सबसे अधिक पाई जाती है. जिसमें छोटे उम्र की लड़कियां भी शामिल हैं. ऐसे में अगर शुरुआती समय में इसके लक्षणों का पता चल जाए, तो इसका आगे इलाज करना आसान होता है. चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग कहते हैं कि, अभी अस्पताल में इसकी व्यवस्था की गई है. इसके माध्यम से डॉक्टर और नर्स ऐसे लोगों को संपूर्ण जानकारी बारे में देंगे.
तंबाकू खाने से नहीं होता हैं कैंसर : स्वास्थ्य मंत्री
क्या होता है ब्रेस्ट कैंसर
आमतौर पर ब्रेस्ट में कठोर दर्द या फिर गांठ महसूस हो तो वह ब्रेस्ट कैंसर की निशानी होती है. ब्रेस्ट कैंसर अनियमित खानपान और लाइफस्टाइल के साथ ही अनुवांशिक भी हो सकता है. इसी के साथ ब्रेस्ट कैंसर का एक कारण नशा भी होता है. शराब सिगरेट या ड्रग्स के सेवन से भी महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर होता है. इसके अलावा, हारमोंस चेंज के कारण भी ब्रेस्ट कैंसर होता है.
क्या होता है ओरल कैंसर
तंबाकू और धूम्रपान के सेवन से मुंह यानी ओरल कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा होता है. गले के आसपास सूजन, मुंह में लंबे समय तक छाले, मुँह में मखमली सफेद व लाल धब्बे, 2 सप्ताह के भीतर ठीक ना होने वाले चेहरे व गर्दन के घाव, मुंह में दर्द, अकारण वजन का घटना, मुंह के आसपास बदलाव आना, मसूड़े और मुंह के अन्य हिस्से में सूजन व गांठ पढ़ना, मुंह से बिना किसी वजह खून बहना, मुंह गर्दन व चेहरे के आसपास बिना वजह सुनसुनाहट या सुन्न रहना, आदि ओरल कैंसर की निशानी होते हैं.