भोपाल। हॉकी की नर्सरी कहा जाने वाला भोपाल इन दिनों ऐशबाग स्टेडियम को लेकर फिर चर्चाओं में है. यह वही ऐशबाग स्टेडियम है जिसने कई मशहूर खिलाड़ी और ओलंपियन हिंदुस्तान को दिए हैं. खेल विभाग और नगर निगम अब नए सिरे से इसे तैयार कर रहा है. 42 साल पहले 1980 के दशक में इस स्टेडियम का निर्माण हुआ था. जिसके बाद यह पहला मौका है जब ऐशबाग स्टेडियम को नया रूप दिया जा रहा है. इसके लिए नगर निगम ने ऐशबाग स्टेडियम के पुराने और जर्जर हो चुके पवेलियन को तोड़ने का काम शुरू किया है.
स्टेडियम मे होंगे कई बदलाव
स्टेडियम में पवेलियन बनने के बाद आसपास बनी बैठक व्यवस्था को भी तोड़कर बदलाव की तैयारी है, इसके लिए नगर निगम प्लानिंग कर रहा है, क्योंकि वहां की दुकानों की जिम्मेदारी नगर निगम के पास हैं. नगर निगम कमिश्नर केवीएस चौधरी ने कहा कि, ऐशबाग का पवेलियन तोड़ने के वर्क ऑर्डर हो चुके हैं, इसके पवेलियन एंड को तोड़ने का काम भी शुरू किया जा चुका है. खेल विभाग के संयुक्त संचालक बीएस यादव के अनुसार, नगर निगम पवेलियन को तोड़ेगा. उसके बाद नए सिरे से इंटरनेशनल स्टेडियम की सुविधाओं के हिसाब से नया पवेलियन बनाया जाएगा और बाद में टर्फ बिछाने का काम किया जाएगा. फिलहाल चार करोड़ की लागत से यह नया इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलप होगा.
स्टेडियम ने दिए कई बड़े खिलाड़ी
अंतरराष्ट्रीय ओलंपियन और हॉकी खिलाड़ी समीर दाद कहते हैं कि, निश्चित ही स्टेडियम के नए स्वरूप में आने से खिलाड़ियों को फायदा होगा और भोपाल एक बार फिर हॉकी मैं अपनी पहचान बनाएगा. हॉकी के सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट ओबेदुल्ला गोल्ड कप का साक्षी यही स्टेडियम है. ऐशबाग स्टेडियम की पहचान ओबेदुल्ला गोल्ड कप के नाम से ही देशभर में होती है, जहां कई राष्ट्रीय स्तर की टीमें इस मैच को खेलने के लिए आया करती थीं. इस स्टेडियम से हॉकी ओलंपियन असलम शेर खान, जलालुद्दीन, समीर दाद, इनामउर रहमान जैसे खिलाड़ी भारतीय टीम के लिए निकले हैं.