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कोरोना के खौफ में थानों में की गई बैरिकेडिंग, विंडो से शिकायत करेंगे फरियादी - कोरोन की चपेट में आ रहे पुलिसकर्मी

भोपाल में कोरोना संक्रमण इतना बढ़ रहा है कि 24 घंटे जनता के लिए खुले रहने वाले थानों में भी अब बैरिकेडिंग की जा रही है, ताकि फरियादी सीधे थाने में न आ सकें, जबकि शिकायत के लिए विंडो बनाई गई है.

bhopal news
थानों में बैरिकेडिंग
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Published : Aug 18, 2020, 11:02 PM IST

भोपाल। कोरोना संक्रमण की दहशत इस कदर बढ़ती जा रही है कि अब राजधानी भोपाल के थानों में बैरिकेडिंग कर दी गई है. ऐसा शायद पहली ही बार होगा कि 24 घंटे खुले रहने वाले थानों के मेन गेट को बैरिकेडिंग कर बंद कर दिया गया है. इतना ही नहीं थानों के गेट पर ये भी लिखा गया है कि शिकायतकर्ता सीधे थाने में प्रवेश न करें और विंडो के जरिए पुलिस जवान से संपर्क करें.

कोरोना के चलते थानों में बैरिकेडिंग

पिछले पांच महीनों से मध्यप्रदेश में कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है. इस वैश्विक महामारी में पुलिस के जवान लगातार ड्यूटी पर तैनात हैं. शायद यही वजह है कि भोपाल में बड़ी संख्या में पुलिस के जवान और उनके परिवार के सदस्य कोरोना संक्रमित हुए हैं. ऐसा इसलिए की फील्ड में ड्यूटी के दौरान पुलिसकर्मी लगातार आम जनता के सीधे संपर्क में आते हैं. यही वजह है कि भोपाल के सभी थानों को सुरक्षित करने के लिए ये कदम उठाया गया है.

बिना अनुमति थाने के अंदर नहीं मिलेगा प्रवेश
बिना अनुमति थाने के अंदर नहीं मिलेगा प्रवेश

थानों के मेन गेट पर की गई बैरिकेडिंग

राजधानी के एमपी नगर थाने के मेन गेट पर बैरिकेडिंग कर दी गई है. थाने के मेन गेट पर पोस्टर लगाकर लिखा गया है कि शिकायतकर्ता सीधे थाने में प्रवेश न करें. शिकायत के लिए एक विंडो सिस्टम बनाया गया है, इस विंडो के इस तरफ शिकायतकर्ता बैठकर अपनी शिकायत दर्ज करवाते हैं तो वहीं विंडो की दूसरी तरफ पुलिस जवान शिकायत सुनते हैं. इसके लिए कांच की खिड़की पर एक टॉप बॉक्स सिस्टम भी लगाया गया है, ताकि फरियादी और पुलिस दोनों को एक दूसरे की आवाज सुनाई दे.

थाने के मेनगेट पर की गई बैरिकेडिंग
थाने के गेट पर बैरिकेडिंग

सीधे संपर्क में नहीं आ रहे शिकायतकर्ता

एमपी नगर थाना टीआई सूर्यकांत अवस्थी ने बताया कि बैरिकेडिंग करने से थाने में आने जाने वाले शिकायतकर्ता सीधे थाने के अंदर प्रवेश नहीं करते हैं. जिससे पुलिस जवानों से उनका सीधा संपर्क नहीं हो पाता. सीधा संपर्क नहीं होने से जवान और शिकायतकर्ता दोनों ही सुरक्षित रहते हैं, इसके अलावा थाने में मास्क, सैनिटाइजर और ग्लब्स की व्यवस्था भी की गई है. साथ ही समय-समय पर पूरे थाना परिसर और पुलिस वाहनों को भी सैनिटाइज किया जाता है, पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जरूरत पड़ने पर शिकायतकर्ता के बयानों को वीडियो कॉल के जरिए दर्ज किया जा रहा है.

पांच पुलिसकर्मियों की हो चुकी है कोरोना से मौत

प्रदेश और खास तौर पर राजधानी भोपाल में कोरोना संक्रमण की चपेट में कई पुलिसकर्मी और उनके परिवार के सदस्य आ चुके हैं. प्रदेश भर में पांच पुलिस अधिकारी और कर्मचारी कोरोना के चलते शहीद हो गए हैं. कोरोना के चलते पुलिसकर्मियों के लिए समय-समय पर पुलिस मुख्यालय दिशा निर्देश भी जारी करता है. इसके बावजूद भी पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं. शायद यही वजह है कि 24 घंटे खुले रहने वाले थानों को भी एक तरह से सील कर दिया गया है और यहां आने वाले लोगों को सीधे प्रवेश नहीं दिया जा रहा है.

भोपाल। कोरोना संक्रमण की दहशत इस कदर बढ़ती जा रही है कि अब राजधानी भोपाल के थानों में बैरिकेडिंग कर दी गई है. ऐसा शायद पहली ही बार होगा कि 24 घंटे खुले रहने वाले थानों के मेन गेट को बैरिकेडिंग कर बंद कर दिया गया है. इतना ही नहीं थानों के गेट पर ये भी लिखा गया है कि शिकायतकर्ता सीधे थाने में प्रवेश न करें और विंडो के जरिए पुलिस जवान से संपर्क करें.

कोरोना के चलते थानों में बैरिकेडिंग

पिछले पांच महीनों से मध्यप्रदेश में कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है. इस वैश्विक महामारी में पुलिस के जवान लगातार ड्यूटी पर तैनात हैं. शायद यही वजह है कि भोपाल में बड़ी संख्या में पुलिस के जवान और उनके परिवार के सदस्य कोरोना संक्रमित हुए हैं. ऐसा इसलिए की फील्ड में ड्यूटी के दौरान पुलिसकर्मी लगातार आम जनता के सीधे संपर्क में आते हैं. यही वजह है कि भोपाल के सभी थानों को सुरक्षित करने के लिए ये कदम उठाया गया है.

बिना अनुमति थाने के अंदर नहीं मिलेगा प्रवेश
बिना अनुमति थाने के अंदर नहीं मिलेगा प्रवेश

थानों के मेन गेट पर की गई बैरिकेडिंग

राजधानी के एमपी नगर थाने के मेन गेट पर बैरिकेडिंग कर दी गई है. थाने के मेन गेट पर पोस्टर लगाकर लिखा गया है कि शिकायतकर्ता सीधे थाने में प्रवेश न करें. शिकायत के लिए एक विंडो सिस्टम बनाया गया है, इस विंडो के इस तरफ शिकायतकर्ता बैठकर अपनी शिकायत दर्ज करवाते हैं तो वहीं विंडो की दूसरी तरफ पुलिस जवान शिकायत सुनते हैं. इसके लिए कांच की खिड़की पर एक टॉप बॉक्स सिस्टम भी लगाया गया है, ताकि फरियादी और पुलिस दोनों को एक दूसरे की आवाज सुनाई दे.

थाने के मेनगेट पर की गई बैरिकेडिंग
थाने के गेट पर बैरिकेडिंग

सीधे संपर्क में नहीं आ रहे शिकायतकर्ता

एमपी नगर थाना टीआई सूर्यकांत अवस्थी ने बताया कि बैरिकेडिंग करने से थाने में आने जाने वाले शिकायतकर्ता सीधे थाने के अंदर प्रवेश नहीं करते हैं. जिससे पुलिस जवानों से उनका सीधा संपर्क नहीं हो पाता. सीधा संपर्क नहीं होने से जवान और शिकायतकर्ता दोनों ही सुरक्षित रहते हैं, इसके अलावा थाने में मास्क, सैनिटाइजर और ग्लब्स की व्यवस्था भी की गई है. साथ ही समय-समय पर पूरे थाना परिसर और पुलिस वाहनों को भी सैनिटाइज किया जाता है, पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जरूरत पड़ने पर शिकायतकर्ता के बयानों को वीडियो कॉल के जरिए दर्ज किया जा रहा है.

पांच पुलिसकर्मियों की हो चुकी है कोरोना से मौत

प्रदेश और खास तौर पर राजधानी भोपाल में कोरोना संक्रमण की चपेट में कई पुलिसकर्मी और उनके परिवार के सदस्य आ चुके हैं. प्रदेश भर में पांच पुलिस अधिकारी और कर्मचारी कोरोना के चलते शहीद हो गए हैं. कोरोना के चलते पुलिसकर्मियों के लिए समय-समय पर पुलिस मुख्यालय दिशा निर्देश भी जारी करता है. इसके बावजूद भी पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं. शायद यही वजह है कि 24 घंटे खुले रहने वाले थानों को भी एक तरह से सील कर दिया गया है और यहां आने वाले लोगों को सीधे प्रवेश नहीं दिया जा रहा है.

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