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MP में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कर चोरी करने वालों तक पहुॅंचने में मददगार, 27 सौ से अधिक कारोबारियों को किया गया चिह्नित - आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस एवं डाटा एनालिटिक्स का उपयोग

MP में कर विभाग ने टैक्स चोरी करने वाले 27 सौ से अधिक कारोबारियों को चिह्नित किया है और उनके खिलाफ कार्रवाई जारी है. सूक्ष्म विश्लेषण कर टैक्स चोरी कर रहे व्यापारियों एवं टैक्स चोरी के लिए अपनाये जा रहे हथकंडों के विरुद्ध लगातार कार्रवाई की जा रही है. ऐसे 2757 व्यवसायियों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है.

Tax evasion cases in Madhya Pradesh
मध्य प्रदेश में टैक्स चोरी के मामले
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Published : Jun 9, 2022, 5:33 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के वाणिज्यिक कर विभाग को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए कर चोरी करने वालों तक पहुॅंचने में मदद मिली है. विभाग ने 27 सौ से अधिक कारोबारियों को चिह्नित किया है और उनके खिलाफ कार्रवाई जारी है. वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा आधिकारिक तौर पर उपलब्ध कराई गई जानकारी में बताया गया है कि, विभाग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का निरंतर उपयोग कर रहा है. विभाग द्वारा जीएसटी एवं अन्य संबंधित पोर्टल पर उपलब्ध विस्तृत डेटा का सूक्ष्म विश्लेषण कर टैक्स चोरी कर रहे व्यापारियों एवं टैक्स चोरी के लिए अपनाये जा रहे हथकंडों के विरुद्ध लगातार कार्रवाई की जा रही है. ऐसे 2757 व्यवसायियों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है. इन व्यावसायियों में 1342 प्रदेश एवं 1415 डीलर केंद्र क्षेत्राधिकार से संबंधित हैं.

GST Billing Scam : एमपी में सामने आया 100 करोड़ रुपये से अधिक का जीएसटी बिलिंग घोटाला

रिटर्न फाइलिंग की समीक्षा से प्रदेश पांच अग्रणी राज्यों में: डाटा एनालिटिक्स के उपयोग से जीएसटी अधिनियम नियम के प्रावधानों का पालन सुनिश्चित किया जा रहा है, जिससे कर राजस्व में वृद्धि हो रही है. माह मई 2022 में विभाग को जीएसटी में दिए गए मासिक लक्ष्य के मुकाबले 1944 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त किया, जो लक्ष्य का 103 प्रतिशत है. रिटर्न फाइलिंग की निरंतर समीक्षा से प्रदेश देश के पांच अग्रणी राज्यों में है. वाणिज्यिक कर आयुक्त लोकेश कुमार जाटव के निर्देश पर विभाग द्वारा गड़बड़ी करने वाले व्यापारियों पर नजर रखी जा रही हैं. इसी क्रम में विभाग द्वारा रिटर्न फाइलिंग के अतिरिक्त आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस एवं डाटा एनालिटिक्स का उपयोग कर संबंधी प्रक्रियाओं में विभिन्न रिस्क पैरामीटर पर संदिग्ध व्यावसायियों का चिन्हांकन किया जा रहा है.

इनपुट - आईएएनएस

भोपाल। मध्य प्रदेश के वाणिज्यिक कर विभाग को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए कर चोरी करने वालों तक पहुॅंचने में मदद मिली है. विभाग ने 27 सौ से अधिक कारोबारियों को चिह्नित किया है और उनके खिलाफ कार्रवाई जारी है. वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा आधिकारिक तौर पर उपलब्ध कराई गई जानकारी में बताया गया है कि, विभाग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का निरंतर उपयोग कर रहा है. विभाग द्वारा जीएसटी एवं अन्य संबंधित पोर्टल पर उपलब्ध विस्तृत डेटा का सूक्ष्म विश्लेषण कर टैक्स चोरी कर रहे व्यापारियों एवं टैक्स चोरी के लिए अपनाये जा रहे हथकंडों के विरुद्ध लगातार कार्रवाई की जा रही है. ऐसे 2757 व्यवसायियों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है. इन व्यावसायियों में 1342 प्रदेश एवं 1415 डीलर केंद्र क्षेत्राधिकार से संबंधित हैं.

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रिटर्न फाइलिंग की समीक्षा से प्रदेश पांच अग्रणी राज्यों में: डाटा एनालिटिक्स के उपयोग से जीएसटी अधिनियम नियम के प्रावधानों का पालन सुनिश्चित किया जा रहा है, जिससे कर राजस्व में वृद्धि हो रही है. माह मई 2022 में विभाग को जीएसटी में दिए गए मासिक लक्ष्य के मुकाबले 1944 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त किया, जो लक्ष्य का 103 प्रतिशत है. रिटर्न फाइलिंग की निरंतर समीक्षा से प्रदेश देश के पांच अग्रणी राज्यों में है. वाणिज्यिक कर आयुक्त लोकेश कुमार जाटव के निर्देश पर विभाग द्वारा गड़बड़ी करने वाले व्यापारियों पर नजर रखी जा रही हैं. इसी क्रम में विभाग द्वारा रिटर्न फाइलिंग के अतिरिक्त आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस एवं डाटा एनालिटिक्स का उपयोग कर संबंधी प्रक्रियाओं में विभिन्न रिस्क पैरामीटर पर संदिग्ध व्यावसायियों का चिन्हांकन किया जा रहा है.

इनपुट - आईएएनएस

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