मण्डला। जिले की मवई विकासखंड की ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले किकरा गांव के ग्रामीण, जो वन भूमि पर खेती किसानी करते हैं और पट्टाधारक हैं, जिनका नवीनीकरण भी हो चुका है. बाबजूद इसके तकरीबन 60 से 65 किसानों का जिसमें बैगा जनजाति की बहुतायत है. इन सभी किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का आज तक लाभ नहीं मिला है. जिससे परेशान होकर सभी आदिवासी इकट्ठा होकर गुहार लगाने कलेक्टर के पास पहुंचे.
सीएम शिवराज सिंह चौहान के द्वारा भी मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि की घोषणा के बाद से बहुत से किसानों तक इसकी राशि पहुंच चुकी है. जबकि किकरा गांव के बहुत से किसान अब भी इसकी राह तक रहे हैं. 120 किलोमीटर दूर से जिला मुख्यालय पहुंचे इन आदिवासी किसानों ने बताया कि स्थानीय स्तर पर पटवारी और वन विभाग के अधिकारियों से संपर्क करने के बाद जब इन्हें राशि नहीं मिल पा रही है, जिससे वे सभी इकट्ठा होकर गुहार लगाने कलेक्टर के दरबार पहुंचे हैं.
बता दें कि किसान सम्मान निधि योजना के तहत केंद्र सरकार के द्वारा 6 हजार और प्रदेश सरकार के द्वारा 4 हजार की राशि किसानों को दी जाती है. लेकिन इस किसानों को कोई लाभ नहीं मिला है. पहले बारिश,फिर फिर सूखा और इसके बाद सरकारी तंत्र किसी न किसी रूप में अन्नदाताओं के सामने ऐसी मुसीबतें पैदा कर देते की किसानों का खेती से मोहभंग होता जा रहा है लेकिन अन्नदाताओं के पास ऐसा कोई विकल्प भी नहीं जिससे कि उनका परिवार चल सके. यही वजह है कि माटी पुत्र दर-दर भटकने को मजबूर हैं.