राजगढ़: राज्यमंत्री नारायण सिंह पंवार ने 6 जनवरी को अपने विधानसभा क्षेत्र में एक नवीन निजी अस्पताल का फीता काटकर शुभारम्भ किया था. इस दौरान उनके साथ कांग्रेस के जिला पंचायत अध्यक्ष चंदर सिंह सोंधिया भी मौजूद थे. इस अस्पताल में शनिवार को एक महिला मरीज की मौत होने के बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया. सामने आया कि अस्पताल बगैर रजिस्ट्रेशन के ही संचालित किया जा रहा था. जिसको सील कर दिया गया.
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जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की रात बगैर रजिस्ट्रेशन के ब्यावरा शहर के मुल्तानपुरा में संचालित होने वाले एक मल्टीस्पेशलिस्ट अस्पताल में पचोर क्षेत्र की एक महिला मरीज को भर्ती किया गया था. जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई. परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. लेकिन बाद में आपस में समझौता हो गया. बगैर रजिस्ट्रेशन के संचालित होने वाले इस अस्पताल को ब्यावरा सिविल अस्पताल के मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर सौरीन दत्ता ने सीएमएचओ के निर्देश पर सील कर दिया.
महिला की मौत के बाद उजागर हुआ मामला
अस्पताल के डॉक्टर नीरज का कहना है "महिला सीरियस कंडीशन में अस्पताल में लाई गई थी, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है." वहीं महिला की मौत का मामला उजागर होने के बाद इसकी जांच करने पहुंचे ब्यावरा सिविल अस्पताल के डॉक्टर सौरीन दत्ता ने समस्त दस्तावेज और संबंधित डॉक्टर के बयान लेकर बगैर रजिस्ट्रेशन के संचालित होने वाले मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल को सील कर दिया.
सीएमएचओ ने कहा, अस्पताल के रजिस्ट्रेशन के लिए अभी सिर्फ दस्तावेज आए हैं
इस बारे में राजगढ़ जिला अस्पताल की सीएमएचओ डॉक्टर किरण वाडिया का कहना है "संबंधित अस्पताल के रजिस्ट्रेशन के लिए अभी सिर्फ दस्तावेज आए हैं. रजिस्ट्रेशन हुआ नहीं है. सीबीएमओ को भेजकर अस्पताल सील करवाने की कार्रवाई की जा रही है. जांच के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी."