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शत-प्रतिशत मतदान के लिए कई कार्यक्रम आयोजित, लोगों में भी उत्साह - भोपाल

निर्वाचन आयोग द्वारा मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए स्वीप कार्यक्रम के तहत कई तरह के जागरूकता अभियान प्रदेशभर में चलाए जा रहे हैं. कई तरह की चुनावी पाठशाला, नुक्कड़ नाटक, रंगोली और पेंटिंग प्रतियोगिता, चित्र प्रदर्शनी, फेसबुक लाइव कराए जा रहे हैं. साथ ही लोगों को चुनावी तारीख को लेकर भी जागरूक किया जा रहा है.

मतदाता जागरूकता अभियान
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Published : May 4, 2019, 9:33 AM IST

भोपाल। लोकसभा चुनाव 2019 में चुनाव आयोग मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए लगातार कई तरह के जागरूकता अभियान चला रही है. स्वीप कार्यक्रम के तहत कई गतिविधियां आयोजित कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है.

इसके अंतर्गत कई तरह की चुनावी पाठशाला, तो कई जगह नुक्कड़ नाटक आयोजित किए जा रहे हैं. नुक्कड़ नाटक के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा फंड भी दिया जा रहा है. इसके साथ ही प्रभात फेरी, कई तरह की गोष्ठी, लोक गीतों का कार्यक्रम, रंगोली और पेंटिंग प्रतियोगिता और चित्र प्रदर्शनी लगाई जा रही है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम प्रधान, सामाजिक कार्यकर्ता और सोशल मीडिया द्वारा मतदान के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है.

मतदाता जागरूकता अभियान

लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए डमी पोलिंग बूथ पर वोटिंग प्रक्रिया का प्रदर्शन भी किया जा रहा है. साथ ही लोगों को अपने जिले में किस तारीख को मतदान करना है, इसकी भी जानकारी दी जा रही है. इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से मतदाताओं के बीच मताधिकार के महत्व का संदेश पहुंचाने का प्रयास हो रहा है.

निर्वाचन अधिकारी अभिजीत अग्रवाल ने बताया कि मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए इस बार सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसके लिए फेसबुक लाइव शुरू किया है, जिसका बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिला है. उन्होंने बताया कि मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, रेडियो, सोशल मीडिया और सिनेमाघरों में भी लगातार प्रचार-प्रसार किया जा रहा है और लोगों को मतदान के लिए जागरूक किया जा रहा है.

भोपाल। लोकसभा चुनाव 2019 में चुनाव आयोग मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए लगातार कई तरह के जागरूकता अभियान चला रही है. स्वीप कार्यक्रम के तहत कई गतिविधियां आयोजित कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है.

इसके अंतर्गत कई तरह की चुनावी पाठशाला, तो कई जगह नुक्कड़ नाटक आयोजित किए जा रहे हैं. नुक्कड़ नाटक के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा फंड भी दिया जा रहा है. इसके साथ ही प्रभात फेरी, कई तरह की गोष्ठी, लोक गीतों का कार्यक्रम, रंगोली और पेंटिंग प्रतियोगिता और चित्र प्रदर्शनी लगाई जा रही है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम प्रधान, सामाजिक कार्यकर्ता और सोशल मीडिया द्वारा मतदान के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है.

मतदाता जागरूकता अभियान

लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए डमी पोलिंग बूथ पर वोटिंग प्रक्रिया का प्रदर्शन भी किया जा रहा है. साथ ही लोगों को अपने जिले में किस तारीख को मतदान करना है, इसकी भी जानकारी दी जा रही है. इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से मतदाताओं के बीच मताधिकार के महत्व का संदेश पहुंचाने का प्रयास हो रहा है.

निर्वाचन अधिकारी अभिजीत अग्रवाल ने बताया कि मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए इस बार सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसके लिए फेसबुक लाइव शुरू किया है, जिसका बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिला है. उन्होंने बताया कि मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, रेडियो, सोशल मीडिया और सिनेमाघरों में भी लगातार प्रचार-प्रसार किया जा रहा है और लोगों को मतदान के लिए जागरूक किया जा रहा है.

Intro: (स्पेशल स्टोरी )

स्वीप के माध्यम से वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने पर दिया जा रहा है विशेष ध्यान , किए जा रहे हैं कई कार्यक्रम


भोपाल | लोकसभा चुनाव 2019 में चुनाव आयोग के द्वारा मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए लगातार कई जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं निर्वाचन आयोग के माध्यम से भी मध्य प्रदेश में वोटिंग प्रतिशत को और अच्छा करने के लिए स्वीप के माध्यम से कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं वहीं कई तरह के विज्ञापन भी जारी किए जा रहे हैं .


निर्वाचन आयोग की कवायत है कि आधिकारिक रूप से मतदान का प्रतिशत बढ़ाया जाए जिससे मध्य प्रदेश को इस कवायद में प्रथम स्थान मिल सके इसी के अंतर्गत स्वीप कार्यक्रम के तहत कई तरह के जागरूकता अभियान प्रदेशभर में चलाए जा रहे हैं . इसके तहत कई तरह की चुनावी पाठशाला आयोजित की जा रही है तो वहीं कई जगह नुक्कड़ नाटक भी आयोजित किए जा रहे हैं वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम प्रधान सामाजिक कार्यकर्ता और सोशल मीडिया मैं भी सक्रियता बनाई गई है और कई लोगों को इस अभियान से जोड़ा भी जा रहा है लोगों को जागरूक करने के लिए प्रभात फेरी का भी आयोजन किया जा रहा है वहीं कई तरह की गोष्ठी आयोजित की जा रही है लोक गीतों का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है चित्र प्रदर्शनी लगाई जा रही है तो वहीं पेंटिंग प्रतियोगिता और रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जा रहा है लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए कल्पित मतदान एवं डमी बूथ पर वोटिंग प्रक्रिया का प्रदर्शन भी किया जा रहा है साथ ही लोगों को अपने जिले में किस तारीख को मतदान करना है इसकी भी जानकारी जागरूक कार्यकर्ताओं के द्वारा दी जा रही है .


Body:अक्सर देखा जाता है कि विधानसभा चुनाव के दौरान तो मतदान का प्रतिशत अच्छा रहता है लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान का प्रतिशत कम हो जाता है लेकिन अब लगातार निर्वाचन आयोग के द्वारा जागरूकता कार्यक्रम किए जा रहे हैं जिसकी वजह से लोक मतदान के प्रति जागरूक भी हो रहे हैं .

निर्वाचन आयोग के द्वारा मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए कई जिलों में स्थानीय बोली में नारे जिंगल और लोकगीतों के माध्यम से भी मतदाताओं को उनके वोट का अधिकार का उपयोग करने के लिए जागरुक करने का काम किया जा रहा है वोट की अपील के कट आउट को वोटरों को लुभाने के लिए भी इस्तेमाल किया जा रहा है मतदान के लिए प्रेरित करने हेतु आयोग इस बार कई जगह रंगोली तो कहीं वॉकथन के बहाने वोटरों को जागरुक करने का प्रयास किया जा रहा है .


आयोग के द्वारा कई जगह पर मतदान के लिए प्रेरित करने हेतु प्रदर्शनी भी लगाई जा रही है अधिकारियों के द्वारा लगातार नवा चारों को लोगों के सामने प्रस्तुत किया जा रहा है जिसे लोग पसंद भी कर रहे हैं इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से मतदाताओं के बीच मताधिकार के महत्व का संदेश पहुंचाने का प्रयास हो रहा है .


Conclusion:निर्वाचन अधिकारी अभिजीत अग्रवाल ने बताया कि हम मतदान बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं इस बार हमने सोशल मीडिया पर कई नई चीजें की है जिसमें हम लगातार लोगों से जुड़ने का प्रयास कर रहे हैं हमने फेसबुक लाइव शुरू किया है जिसका हमें बहुत अच्छा रिस्पांस मिला है हमने सभी जिलों में इसे शुरू किया है और इसके परिणाम भी काफी सार्थक मिल रहे हैं लोग फेसबुक पर लाइव आ रहे हैं और हम से सवाल पूछ रहे हैं और किसी भी परेशानी का हल हम उन्हें उसी दौरान बता रहे हैं लोगों से जुड़ने का एक अच्छा माध्यम यह साबित हो रहा है उन्होंने बताया कि मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए प्रिंट मीडिया इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सोशल मीडिया और सिनेमाघरों में भी लगातार प्रचार-प्रसार अलग-अलग माध्यम से किया जा रहा है ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में घर से बाहर निकले और मतदान के दिन अपने मत का प्रयोग करें उन्होंने बताया कि यह प्रक्रिया सभी जगह लागू है .


उन्होंने बताया कि मतदान की जागरूकता के लिए नुक्कड़ नाटक या अन्य कई चीजें हैं जिसके माध्यम से समाज के बीच में जाकर मतदान के लिए जागरूक किया जाता है इसके लिए हमारे द्वारा सभी जिलों की टीमों को अलग से फंड दिया जाता है उन्हें निर्वाचन आयोग के द्वारा दिशा निर्देश दिए जाते हैं इसके तहत कॉलेज मार्केट अन्य कैंपस या फिर अन्य कई जगह ऐसी होती है जहां लोगों को या युवाओं को जागरूक करने के लिए कई तरह के कार्यक्रम किए जाते हैं उनमें से एक नुक्कड़ नाटक भी है जिससे हमारा मतदाताओं से सीधा जुड़ाव होता है उन्होंने बताया कि इस बार मध्य प्रदेश में 4 चरणों में मतदान होना है और हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती यही है कि हम लोगों को जागरूकता के माध्यम से यह भी बता सके कि उनके शहर में मतदान किस तारीख को है इसलिए हम इस योजना के माध्यम से लगातार प्रयास कर रहे हैं कि लोगों को मतदान की तारीख जरूर बताई जाए इसके साथ ही सभी शहरों जिलों में दीवारों पर लेखन का काम भी किया जा रहा है इस में जागरुकता को लेकर स्लोगन लिखे जा रहे हैं साथ ही मतदान की तारीख भी लिखी जा रही है मतदान प्रतिशत को लेकर उन्होंने बताया कि निश्चित रूप से जिस तरह से विधानसभा चुनाव हुए थे उस दौरान मतदान का प्रतिशत काफी अच्छा रहा था ऐसा पहली बार था जब मध्यप्रदेश में 75 प्रतिशत मतदान हुआ था उन्होंने कहा कि अभी मध्य प्रदेश में प्रथम चरण के मतदान में ही प्रतिशत आ रहा है जिससे हम आशान्वित हैं कि इस बार मध्य प्रदेश का मतदान प्रतिशत काफी अच्छा रहने वाला है हम उसके लिए लगातार प्रयासरत हैं .
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