रतलाम। खारवा कला गांव में सन 2001 में ग्राम पंचायत द्वारा जनसहयोग के माध्यम से एक तालाब का निर्माण कराया गया था, जो की राजस्व की भूमि पर था और सभी ग्रामीणों के उपयोग के लिए खुदवाया गया था. लेकिन इस तलाब पर गांव के भूमाफिया ने कब्जा कर लिया है. यही नहीं तालाब पर अतिक्रमण कर पूरी तरह से गिट्टी से भर दिया गया है. इसकी शिकायत ग्राम पंचायत ने अनुविभागीय अधिकारी आलोट को एवं चौकी प्रभारी खारवा कला से की है और सभी ग्रामवासियों ने अतिक्रमण हटाने के लिए पंचायत को आवेदन दिया है.
इस तालाब के पास की भूमि पर ग्राम पंचायत ने पेयजल के लिए टंकी निर्माण का भी प्रस्ताव पास किया था, लेकिन ऐसा लगता है कि माफिया ने पूरी ही भूमि अपने कब्जे में कर ली है. इस मामले में राजस्व विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत की भी आशंका जताई जा रही है. क्योंकि बिना उनकी मिलीभगत के सरकारी जमीन पर कब्जा कैसे हो सकता है. एक तरफ तो प्रदेश सरकार माफियाओं के खिलाफ अभियान चला रही है. वहीं दूसरी तरफ नगर में ऐसे अनेकों जगह पर माफियाओं ने कब्जा कर रखा है, जिससे यही लगता है कि माफिया बेखौफ होकर राजस्व भूमि पर अपना कब्जा जमाने में लगे हुए हैं.
हैरानी की बात ये है कि इस मामले की जानकारी नायब तहसीलदार रमेश मसारे को तो है, लेकिन तहसीलदार रमेश सिसोदिया इस मामले से पूरी तरह अनभिज्ञ हैं. नायब तहसीलदार ने बताया कि उक्त स्थान पर 2001 में ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच पीरू सिंह दांगी द्वारा जन सहयोग एवं राहत राशि से एक तलाई का निर्माण करवाया गया था. अब उस स्थान पर माफिया ने पूरी तरह से कब्जा जमा लिया है. पंचायत द्वारा इसकी शिकायत की गई है. लेकिन संबंधित पटवारी के होम क्वॉरेंटाइन होने के कारण हमें अब तक जानकारी नहीं मिली है. पटवारी से जल्द ही जानकारी निकाली जाएगी एवं माफिया पर कार्रवाई की जाएगी.