सीहोर। मध्यप्रदेश में एनजीटी ने नर्मदा नदी से रेत खनन पर रोक लगाई है, लेकिन इसके बाद भी रेत के अवैध उत्खनन की शिकायत लगातार मिल रही थी. जिस पर कार्रवाई करते हुए माइनिंग और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने सीएम के गृह जिले के छिपानेर घाट से 200 डंपर अवैध रेत के स्टॉक को जब्त कर लिया है, जिसे लंबे समय से खोदकर भंडारित किया गया था.
दरअसल, पिछले 15 दिन में रेत माफियाओं ने जिले में दो बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया है. कुछ दिन पहले लाड़कुई चौकी के नजदीक वर्चस्व को लेकर रेत माफियाओं के बीच तनातनी इतनी बढ़ गई थी कि आधी रात में हवाई फायर हो गया. घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल था, इस मामले में पुलिस ने करीब 50 अज्ञात लोगों नामजद आरोपी बनाया था. इस घटना की जांच अभी पूरी भी नहीं हुई थी कि शुक्रवार को रेत माफियाओं ने क्षेत्र के जहाजपुरा घाट के करीब एक आरक्षक को ट्रेक्टर से कुचलने का प्रयास किया. घटना के दौरान आरक्षक के पैर में चोट आई और उन्हें होशंगाबाद अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, इस मामले में भी पुलिस ने विभिन्न धाराओं में दो लोगों पर मामला दर्ज किया है.
रेत माफिया के बढ़ते आतंक के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और छीपानेर घाट पर स्टॉक की गई अवैध रेत को दो जेसीबी समेत आधा दर्जन डंपर की मदद से हटाया जा रहा है. मंडी में खाली कराई जा रही रेत शासकीय अभिरक्षा में ले ली गई है, इस कार्रवाई के दौरान मौके पर जिला खनिज अधिकारी एसडीएम, एसडीओपी और पुलिस बल मौजूद रहे.