ETV Bharat / briefs

पुरातत्व विभाग के दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों पर गहराए संकट के बादल, कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

पुरातत्व विभाग के करीबन 600 दैनिक वेतन भोगियों की नौकरी अब खतरे में है. जिसके चलते परेशान मजदूर अपनी समस्या को लेकर आज कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.

दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों ने सौंपा ज्ञापन
author img

By

Published : Mar 30, 2019, 2:59 PM IST

विदिशा। भोपाल सर्किल में आने वाले पुरातत्व विभाग के तकरीबन 600 दैनिक वेतन भोगियों की नौकरी पर संकट गहराने लगा है. कर्मचारियों का आरोप है कि पुरातत्व विभाग में निजीकरण व्यवस्था दाखिल हो गई है, जिससे अब मजदूरों की नौकरी खतरे में आ गई है.

कर्मचारियों ने यह भी बताया कि कई लोग सालों से दैनिक वेतन भोगी के रूप में काम कर रहे हैं. इसमें विदिशा, ग्यारसपुर, सांची, भोजपुर, भीमबेटका जैसे स्पॉट भी शामिल हैं. यहां बड़ी संख्या में दैनिक वेतन भोगी काम कर रहे हैं. पुरातत्व विभाग के कर्मचारियों ने शासन से गुहार लगाते हुए कहा है कि अचानक विभाग में ठेकेदारी प्रथा शुरू हो गई है, जिस कारण धीरे-धीरे मजदूरों को निकाला जाने लगा है, ऐसे में अब मजदूर कहां जाएंगे.

दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों ने सौंपा ज्ञापन

परेशान मजदूरों ने कलेक्टर को अपनी समस्या से अवगत कराते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा, साथ ही मजदूरों के हित में फैसला लेने की मांग भी की. विदिशा ही नहीं, भोपाल सर्किल में आने वाले तमाम पुरातत्व विभाग के स्पॉट पर बड़ी संख्या में दैनिक वेतन भोगी काम कर रहे हैं. यहां कई कर्मचारी ऐसे भी हैं जिन्हें करीब एक वर्ष से वेतन नहीं मिला है.

विदिशा। भोपाल सर्किल में आने वाले पुरातत्व विभाग के तकरीबन 600 दैनिक वेतन भोगियों की नौकरी पर संकट गहराने लगा है. कर्मचारियों का आरोप है कि पुरातत्व विभाग में निजीकरण व्यवस्था दाखिल हो गई है, जिससे अब मजदूरों की नौकरी खतरे में आ गई है.

कर्मचारियों ने यह भी बताया कि कई लोग सालों से दैनिक वेतन भोगी के रूप में काम कर रहे हैं. इसमें विदिशा, ग्यारसपुर, सांची, भोजपुर, भीमबेटका जैसे स्पॉट भी शामिल हैं. यहां बड़ी संख्या में दैनिक वेतन भोगी काम कर रहे हैं. पुरातत्व विभाग के कर्मचारियों ने शासन से गुहार लगाते हुए कहा है कि अचानक विभाग में ठेकेदारी प्रथा शुरू हो गई है, जिस कारण धीरे-धीरे मजदूरों को निकाला जाने लगा है, ऐसे में अब मजदूर कहां जाएंगे.

दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों ने सौंपा ज्ञापन

परेशान मजदूरों ने कलेक्टर को अपनी समस्या से अवगत कराते हुए उन्हें ज्ञापन सौंपा, साथ ही मजदूरों के हित में फैसला लेने की मांग भी की. विदिशा ही नहीं, भोपाल सर्किल में आने वाले तमाम पुरातत्व विभाग के स्पॉट पर बड़ी संख्या में दैनिक वेतन भोगी काम कर रहे हैं. यहां कई कर्मचारी ऐसे भी हैं जिन्हें करीब एक वर्ष से वेतन नहीं मिला है.

Intro:भौपाल सर्किल में आने वाले पुरात्तब विभाग के करीबन 600 दैनिक वेतन भोगियों की नोकरी पर संकट गहराने लगा है कर्मचारियों का आरोप है अब पुरात्तब बिभाग में निजीकरण व्यवस्था दाखिल हो गई है कर्मचारियों ने यह भी बताया दैनिक वेतन भोगी रूप में कई लोगो की आधे से अधिक जीवन निकल चुका है इसमे विदिशा , ग्यारसपुर ,सांची ,भोजपुर , भीमबेटका जेंसे के स्पॉट है जहां बड़ी संख्या में दैनिक वेतन भोगी काम कर रहे हैं ।


Body:पुरात्तब विभाग के कर्मचारियों ने शासन से गुहार लगाते हुए कहा हम लोगो ने अपना आधा जीवन पुरात्तब विभाग में लगा दिया अचनाक विभाग में ठेकेदारी प्रथा शुरू हो गई जिससे धीरे धीरे कर हम मजदूरों को निकाला जाने लगा ऐंसे में हम लोग अब कहाँ जाएंगे कलेक्टर को पूरी समस्या से अबगत कराया हैं ।


Conclusion:यह हाल विदिशा का ही नही बल्कि भौपाल सर्किल में आने वाले तमाम पुरात्तब सपाट का है जहां अधिक संख्या में दैनिक वेतन भोगी काम कर रहे है अब ठेकेदारी प्रथा शुरू होने से इन मजदूरों की नोकरी पर संकट गहराने लगा है नाम नही बताने की शर्त पर एक कर्मचारी बताते है स्तूप पर काम करने वाले ऐंसे कई कर्मचारी है जिनका वेतन करीब एक वर्ष से नही मिला ।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.