जोधपुर. राजस्थान के जोधपुर शहर के जालोरी गेट चौराहा पर सोमवार रात को हंगामा के बाद जिले में इंटरनेट सेवा अगले आदेश तक ठप कर दी गई है. सोमवार रात चौराहे पर स्थित स्वतंत्रता सेनानी बाल मुकुंद बिस्सा की मूर्ति पर झंडा लगाने और चौराहे के सर्किल पर ईद से जुड़े बैनर लगाने से विवाद की शुरुआत हुई. इसके अलावा ईद की नमाज को लेकर चौराहे तक लाउडस्पीकर लगाने को लेकर नाराज (Protest against loudspeakers at Jalori Gate) लोगों का हुजूम एकत्र हो गया. लोगों ने नारेबाजी करते हुए झंडे बैनर हटा (Tension on eid in Jodhpur) दिए . इस दौरान इसका विरोध भी हुआ. दूसरा पक्ष भी सक्रिय हो गया था. चौराहे पर कई गाड़ियों के कांच फोड़ दिए गए और पथराव हुआ. भीड़ ने लाउड स्पीकर उतार दिए. पुलिस ने घटनाक्रम के बाद कार्रवाई करते हुए 50 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है. विवाद में करीब 12 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.
इंटरनेट सेवा ठप: मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने पूरे जोधपुर जिले में अगले आदेशों तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी है. मंगलवार अलसुबह जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने इसका आदेश जारी कर दिया. वहीं, जोधपुर में अब भी हालात तनावग्रस्त बने हुए हैं. इस बीच उपद्रवियों ने वरिष्ठ विधायक सूर्यकांता व्यास के आवास के नजदीक एक गाड़ी को आग के हवाले कर दिया. बढ़ते बवाल पर केन्द्रीय मंत्री और जिले से सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत ने नाराजगी जताई है. भाजपा विधायक व्यास और सांसद शेखावत जालोरी गेट पर धरने पर बैठ गए हैं. संवेदनशीलता को देखते हुए शहर में अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात की गई है. भीतरी शहर में तानव की स्थिति को देखते हुए पुलिस ने भीतरी शहर में रूट मार्च किया है.
जालोरी गेट चौराहा पर ईद के झंडे और बैनर लगाने को लेकर हुए विवाद में सोमवार रात से मंगलवार अलसुबाह तक पुलिस में शांति बनाकर ईदगाह में नमाज अदा करवा दी. लेकिन नमाज के बाद एक बार फिर जालोरी गेट सर्किल पर बवाल हुआ लोगों ने पथराव किया (Stone pelting after Namaj at jalori gate) शनिश्चर्जी के थान के पास वाहनों में तोड़फोड़ की है. झंडे को लेकर मचे हुड़दंग के बाद पुलिस ने सर्किल पर तिरंगा लहरा दिया. पुलिस को इस दौरान हालात नियंत्रित करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. पथराव में कई पुलिसकर्मी भी चोटिल होने की खबर है. किसी तरह शांति व्यवस्था कायम कराने के बाद आसपास की सड़कों पर लोगों के भीड़ जुटी तो पुलिस ने अपना दायरा बढ़ाया और लोगों की आवाजाही रोकी.
जोधपुर पुलिस कमिश्नर नवज्योति गोगई ने कहा कि सभी को कानून की पालना करनी पड़ेगी जो कानून की पालना नहीं करेगा (Tension On Eid In Jodhpur) उसके विरूद्ध कार्रवाई होगी. उन्होंने बताया कि जो भी शिकायत देगा उसका मामला दर्ज होगा. इसका बाद पुलिस ने भी कुछ लोगों को चिन्हित किया है. पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज करने की बात कही है. पुलिस कमिश्नर ने कुछ पुलिसकर्मियों के घायल होने की भी पुष्टि की है. मौके पर कलेक्टर हिमांशु गुप्ता भी पहुंचे और हालात का जायजा लिया. इसके अलावा दोनों पक्षों में शांति बनाने के लिए प्रबुद्ध लोगों से बातचीत के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं.गौरतलब है कि जालोरी गेट सर्किल पर अपने अपने झंडे लगाने को लेकर दो समुदाय आपस में भिड़ गए थे. इन्हें काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े थे.
वाहनों में तोड़ फोड़: सोमवार रात के बाद से इलाके में लगातार तनाव की स्थिति बनी रही. इस दौरान कई जगह पर गाड़ियों के साथ छोड़े गए यहां तक कि जालेर गढ़ पुलिस चौकी का भी कांच तोड़ दिया गया. मंगलवार को नमाज के बाद अनियंत्रित भीड़ ने शनिश्चर्जी के थान के पास लोगों के खड़े वाहनों में तोड़फोड़ की और कुछ लोगों के साथ मारपीट भी की.
पुलिस को करना पड़ा बल प्रयोग: वहीं, सोमवार देर रात हंगामा बढ़ते देख लोगों को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने लाठियां भांजी और हल्का बल भी प्रयोग किया. जालोरी गेट से ईदगाह रोड पर अश्रु गैस के गोले दागे गए. देखते देखते भारी संख्या में जाब्ता तैनात किया गया. दोनो पक्षों के लोग जमा हो गए. पुलिस ने देर रात को पूरा इलाका लोगों से खाली करवा लिया इस दौरान मीडिया कर्मियों से पुलिस का विवाद हुआ. पत्रकारों पर लाठियां भांजी गई. जिसमें एक को चोट भी आई. जिसके विरोध में पत्रकार सड़क पर ही बैठ गए. इस दौरान कुछ लोग हथियार के साथ एकत्र होकर आए और पुलिस पर पथराव किया.
लाउडस्पीकर, झंडे को लेकर रोष: ईद से पहले आखिरी नमाज ईदगाह में पढ़ी जाती है. ईदगाह जालोरी गेट से थोड़ी सी दूरी पर है. नतीजतन, अच्छी खासी तादाद मे लोग जुटते हैं और एक दूसरे के गले लग ईद की मुबारकबाद देते हैं. बरसों से चली आ रही इस रिवायत के विरोध में सोमवार को लोग इकट्ठे हो गए. उन्होंने जालोरी गेट पर बड़े झंडे, बैनर और चौराहे पर लाउड स्पीकर लगाने का विरोध करने लगे, आपत्ति जताई गई. इस दौरान पुलिस का जाब्ता भी बढ़ता रहा. कुछ देर में भीड़ ज्यादा होने लगी तो झंडे बैनर फाड़ दिए और लाउड स्पीकर भी हटा दिया. जिसके विरोध में दूसरा पक्ष आ गया. पुलिस ने फिर हलका बल प्रयोग कर भीड़ को हटाया.
भारी पुलिस फोर्स तैनात: गौरतलब है जालोरी गेट पर स्वतंत्रता सैनानी बिस्सा की मूर्ति लगी है.यहां ईद झंडे लगाने को लेकर पहले भी विवाद होते होते टला था. सोमवार रात को यहां बड़े झंडे और लाउड स्पीकर लगाए गए तो मामले ने तूल पकड़ लिया. पुलिस ने एहतियातन लोगो की आवाजाही रोकने के लिए आखालिया चौराहा, सोजती गेट सहित अन्य क्षेत्रों से रास्ते बंद कर दिए लेकिन जालोरी गेट पर लोगों भीड़ होती रही. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कमिश्नरेट के दोनों डीसीपी, अन्य अधिकारी मौके पर जाब्ते के साथ बने हुए हैं.
सीएम गहलोत ने गठित की कमेटी, हालात का लिया जायजाः जोधपुर में उपद्रव की घटना को देखते हुए गहलोत सरकार ने टीम गठित की है. इस टीम में शामिल गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव, (Jodhpur incident on Eid) प्रभारी मंत्री सुभाष गर्ग, गृह विभाग के एसीएस अभय कुमार, एडीजी लॉ एण्ड ऑडर हवासिंह घुमरिया को हेलीकॉप्टर से जोधपुर भेजा गया है. कमेटी में शामिल मंत्रियों ने शाम को जोधपुर पहुंचकर शहर के हालात का जायजा लिया. कमेटी घटनाक्रम को लेकर अपनी रिपोर्ट सीएम को सौंपेगी. गृह राज्यमंत्री राजेंद्र यादव ने कहा कि जोधपुर में जो घटना हुई उसकी हम निंदा करते हैं. इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए. त्योहार के वक्त जो तनावपूर्ण माहौल बना है , उसे ठीक करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.
50 से ज्यादा गिरफ्तार, 12 से ज्यादा घायलः जोधपुर में हुई हिंसा के बाद पुलिस ने अब तक 50 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. करीब 12 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं. मंगलवार शाम को गृह राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह यादव, प्रभारी मंत्री सुभाष गर्ग ने दौरा किया. प्रभारी मंत्री ने मथुरादास माथुर अस्पताल एवं महात्मा गांधी अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की. साथ ही भीतरी शहर के कई इलाकों का दौरा भी किया. इसके बाद सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए गृह राज्य मंत्री से पूछा गया कि क्या है पुलिस की विफलता है तो उन्होंने इससे इनकार किया. लेकिन यह भी कहा कि अगर किसी की भी अधिकारी की लापरवाही सामने आई उसके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी.
सीएम ने की शांति की अपीलः सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि जोधपुर में जो तनाव पैदा हुआ है उसको लेकर लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं. कल रात की घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. राजस्थान में इस तरह की परंपरा नहीं रही है. यहां पर हमेशा लोग हर त्योहारों पर आपसी सद्भावना और भाईचारे से साथ रहे हैं. गहलोत ने अपील की है कि तमाम लोग शांति बनाए रखें और तनाव समाप्त करें. किसी तरह का टकराव नहीं रहना चाहिए. यह जो तनाव है वह किसी भी तरीके से ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना करने वालों को नहीं बख्शा जाएगा. उसके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अधिकारी को निर्देश दे दिए हैं.