भिंड : मध्य प्रदेश के भिंड जिले के गोहद थाने में सुरेंद्र सिंह कुशवाह नाम के शख्स ने छह नवंबर को अपने बेटे संदीप की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. सुरेंद्र ने जानकारी दी थी कि उनका बेटा घर से गया और फिर वापस नहीं लौटा.
आठ नवंबर को पीड़ित पिता के पास एक फोन आया जिसमें उसे बताया गया कि उसका बेटा अपहरणकर्ताओं के पास है. उसकी सलामती के लिए ढाई लाख रुपए देने होंगे. पिता ने फोन कॉल की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि अपहरणकर्ता उसी का बेटा है. उसने प्रमिका के खर्चे उठाने के लिए खुद के अपहरण की साजिश रची.
पुलिस ने युवक को ग्वालियर से किया बरामद
पीड़ित द्वारा अपहरण और फिरौती की बात सामने आते ही पुलिस ऐक्शन में आ गई. पुलिस पूरे मामले की गहन जांच में जुटी. जिसके बाद सामने आए साक्ष्यों के आधार पर किडनैप हुए युवक संदीप के ग्वालियर में होने की जानकारी मिली. मोबाइल लोकेशन के जरिए पुलिस ने संदिप को ट्रैक कर बरामद किया. इसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ.
पुलिस पूछताछ में हुआ खुलासा
युवक संदीप लगातार पुलिस को घुमा रहा था. जांच अधिकारियों ने जब उससे पूछताछ की, तो मामले का खुलासा हुआ. पुलिस ने बताया कि संदीप ने खुद अपने अपहरण की साजिश रची थी. उसका अपहरण नहीं हुआ था. वह अपनी मर्जी से घर से गया था. उसे पैसों की जरूरत थी, लेकिन घर से पैसे न मिलने पर उसने ऐसा कदम उठाया. इस पूरे मामले का खुलासा होने पर पुलिस ने आरोपी युवक पर मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है.
प्रेमिका के खर्चे उठाने के लिए रची साजिश
पूछताछ में युवक ने बताया कि गुड़गांव की एक लड़की से उसका प्रेम प्रसंग चल रहा है. जिससे मिलने जाने और उसके खर्चे उठाने के लिए उसके पास पैसे नहीं थे. उसने बहाना बनाकर घरवालों से भी पैसे मांगे, लेकिन घरवालों ने माना कर दिया. इसलिए वह पहले घर से गायब हुआ. उसके बाद दो दिन बाद उसने अपने मोबाइल फोन में एक वॉइस चेंजर ऐप डाउनलोड किया. उसकी मदद से आवाज बदलकर अपने पिता को खुद के नंबर से फोन किया और अपहरणकर्ता बनकर ढाई लाख की फिरौती मांगी.
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