भोपाल। मध्य प्रदेश में घटित हो रही घटनाओं को लेकर राज्य मानव अधिकार आयोग सख्त है. आयोग ने समाचार पत्रों व विभिन्न माध्यमों से प्रकाशित हुई खबरों को संज्ञान में लेकर 3 मामलों में जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब तलब किया है. वहीं एक मामले में मानव अधिकार आयोग के दखल के बाद आरोपी की गिरफ्तारी की गई है. मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग के सदस्य राजीव कुमार टंडन ने तीन मामलों में संज्ञान लेकर संबंधितों को नोटिस जारी किया.
युवक के पिता को पेड़ से बांधकर पीटा : छतरपुर जिले के चंदला के पंचमपुर गांव में एक व्यक्ति को तालिबानी सजा दिए जाने पर 50 साल के उद्धा अहिरवार को पेड़ से बांधकर दो दिन तक पीटा गया. उसका कसूर सिर्फ इतना था कि उद्धा का बेटा एक लड़की को भगाकर ले गया था. पेड़ से बांधने और बेरहमी से मारपीट से उद्धा इतना आहत हुआ कि छूटने के बाद उसने जान दे दी. घटना दस दिन पुरानी है. पुलिस को इसकी जानकारी तक नहीं लगी. घटना का वीडियो वायरल होने पर पुलिस हरकत में आई और 6 आरोपियों पर केस दर्ज किया. इस पूरे मामले में आरोपी वे लोग हैं, जिनकी बेटी को उद्धा का बेटा भगाकर ले गया था. आरोपी उद्धा से कह रहे थे जब तक उनकी लड़की वापस नहीं आती, तब तक नहीं छोड़ेंगे. इस मामले में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने एसपी छतरपुर से घटना का संपूर्ण विवरण एवं कार्रवाई संबंध में 15 दिन में जवाब मांगा है.
यात्री वाहन से ढोया बायो मेडिकल वेस्ट : जिला अस्पताल दमोह से निकलने वाला बायो मेडिकल वेस्ट अनुबंधित वाहन के स्थान पर दूसरे खुले यात्री वाहन में ले जाया जा रहा है. इससे संक्रमण फैलने की आशंका बनी रहती है और यह नियम विरुद्ध भी है. जिला अस्पताल बायो मेडिकल वेस्ट इकट्ठा करने वाले ने बताया कि अनुबंध वाली गाड़ी उपलब्ध नहीं होने के कारण दूसरे वाहन में वेस्ट ले जा रहे हैं. इस तरह अत्यावश्यक सेवा में भी घोर लापरवाही जारी है और जिला अस्पताल प्रबंधन का भी इस ओर कोई ध्यान नहीं है. मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने मामले में सीएमएचओ दमोह से जवाब मांगा है. आयोग ने पूछा है कि कितने वाहनों का किस प्रयोग हेतु अनुबंध किया गया है, यह जानकारी दें और अस्पताल में वेस्ट मैनेजमेंट के लिये क्या व्यवस्थाएं की गई हैं, यह भी बताएं.
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खदान में डूबने से दो मासूमों की मौत : छतरपुर जिले के लवकुशनगर अनुविभाग के अंतर्गत दिदवारा गांव में तीन बच्चे नहाने के लिये पत्थर की खदान में उतरे थे और गहरे पानी में डूब गये. हादसे में दो मासूम भाई-बहन की मौत हो गई. एक बच्चे को बचा लिया गया. यह पत्थर खदान कई दिनों से खुली हुई है. जहां अक्सर गांव के लोग नहाने आदि के लिये उतर जाते हैं. आयोग ने मामले में कलेक्टर व एसपी छतरपुर से घटना के संपूर्ण विवरण सहित जवाब मांगा है. आयोग ने पूछा है कि इस खुली खदान को खनन हेतु किसे दिया गया था.