दमोह। चुनावी साल हो और राजनेता एक-दूसरे पर अजब-गजब बयान न दें, ऐसा भला कैसे हो सकता है. एमपी में विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है, साल के अंत में चुनाव होना है और पार्टियां एक-दूसरे पर बयान देने से पीछे नहीं हट रही हैं. ऐसा ही कुछ बयान मध्यप्रदेश के दमोह जिले से सामने आया है. जहां कांग्रेस से पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर करारा हमला बोला है. सज्जन सिंह वर्मा ने सिंधिया को दोगला बताते हुए कुछ और भी विवादित टिप्पणी की है.
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सिंधिया के खून में कई नाम: पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा दमोह के हटा में चल रहे बुंदेली मेला में शामिल होने पहुंचे हैं. सज्जन सिंह वर्मा भी अपनी बेबाक बयानबाजी के लिए जाने जाते हैं. ऐसा ही कुछ हाल दमोह में देखने भी मिला. जहां उन्होंने केंद्रीय मंत्री सिंधिया पर एक विवादास्पद बयान दे दिया है. पूर्व मंत्री ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जो किया उसे एमपी की जनता ने अपनी आंखों से देखा है. जिन लोगों को हम अपना आदर्श मानते थे. उस आदर्श का सपना टूटा है. मध्यप्रदेश की जनता कांग्रेस को इतनी बंपर मेजॉरिटी देगी कि भाजपाई भी कितना खरीदेंगे. सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के खून में ऐसे कई नाम हैं. जिनमें दोगलापन था, वह दोगला खून कांग्रेस से बाहर जा चुका है. अब शुद्ध खून वाले लोग कांग्रेस में हैं.
शिवराज को बताया पाखंडी: इस दौरान पूर्व मंत्री ने सीएम शिवराज को पाखंडी भी बताया है. उन्होंने कहा कि हमने 27 लाख किसानों का 11.50 हजार करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया है. शिवराज सिंह जैसे पाखंडी अपने भाषणों में तो कहते हैं कि कांग्रेस ने कोई कर्ज माफ नहीं किया, लेकिन जब हम सदन में सवाल उठाते हैं तो वह कहते हैं कि कांग्रेस ने कर्ज माफ किया है. इस बार हम पूरी मेजॉरिटी के साथ सत्ता में आ रहे हैं. कांग्रेस की ही सरकार बनेगी. पूर्व मंत्री वर्मा ने कहा कि हम चाहते हैं कि जनहित के सारे मुद्दे अपने वचन पत्र में रखें.
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बीजोपी में दोगलापन: इसके अलावा पूर्व मंत्री ने भाजपा के कद्दावर नेता व पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया की खुलकर तारीफ की. पूर्व मंत्री ने कहा कि एक बात समझ लीजिए जयंत मलैया भाजपा के पुरोधा पुरुष हैं. जिन्होंने बीजेपी को अपने खून से सींचा है, लेकिन यह एक ऐसी गद्दार पार्टी है, जो लोग अपने खून पसीने से पार्टी को सीचते हैं, जैसे लाल कृष्ण आडवाणी, जसवंत सिंह इनमें जयंत मलैया जी का भी नाम शामिल है, इन्हें भाजपा उठाकर बाहर फेंक दिया. मलैया कुंठा से भरे हुए आदमी हैं. अभी जो कार्यक्रम हुआ था, उसमें जयंत मलैया की कुंठा निकलकर सामने आई. बीजेपी को समझना और सतर्क रहना चाहिए कि वह दोगलापन न करें, जो अपना है उसे अपनाए.