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Mhow Violence Case: थाने पर पथराव करने वाले 120 लोगों के खिलाफ केस दर्ज, मृतक आदिवासी को भी बनाया आरोपी

इंदौर जिले के महू के बड़गोनंदा थाना क्षेत्र में थाने पर पथराव और हुड़दंग करने वाले 120 लोगों के खिलाफ पुलिस ने गुरुवार देर रात प्रकरण दर्ज कर लिया है. वहीं इस पूरे मामले में पुलिस ने मृतका युवती के माता-पिता, गोली के कारण जिस युवक की मौत हुई उसके खिलाफ भी पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है. जिसको लेकर कांग्रेस कई तरह के सवाल खड़े कर रही है.

Case registered against 120 people in Mhow
महू में 120 लोगों के खिलाफ केस दर्ज
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Published : Mar 17, 2023, 10:47 AM IST

इंदौर। बड़गोनंदा थाना क्षेत्र में एक युवती की संदिग्ध मौत के बाद ग्रामीणों ने थाने का घेराव कर आरोपी के खिलाफ सख्त सजा की मांग की थी. इस दौरान पुलिस और ग्रामीण आमने-सामने हो गए और ग्रामीणों ने थाने पर हमला कर दिया. जिसके कारण 5 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए तो वहीं पुलिस ने भी जवाबी हमला करते हुए गोली चला दी. जिसमें एक युवक भी चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई. फिलहाल इस पूरे घटनाक्रम में लगातार पुलिस के द्वारा जांच पड़ताल की जा रही है, तो वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस पूरे मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं. पुलिस ने थाने पर पथराव और हमला करने वाले 120 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है, जिनमें मृतक आदिवासी युवक भी शामिल है.

पुलिस ने मृतक को भी बनाया आरोपी: इस मामले में पुलिस ने थाने पर पथराव और हमला करने वाले 120 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है. जिसमें मृतका के परिजन व माता-पिता शामिल हैं, और पुलिस की गोली में जिस ग्रामीण की मौत हुई उसे भी पुलिस ने आरोपी बनाया है. जिनमें से कुछ लोगों को नामजद भी रखा गया है. जिन लोगों पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है उसमें जयस और भीम आर्मी के भी कुछ कार्यकर्ता और सदस्य शामिल हैं. जैसे ही इस पूरे मामले की जानकारी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को लगी तो उन्होंने प्रदेश सरकार को घेरने की कोशिश की है.

यह है पूरा मामला: बड़गोंदा थाना क्षेत्र में MPPSC की तैयारी कर रही छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. मृतका का पोस्टमार्टम करवा कर पुलिस ने उसका शव परिजनों को सौंपा तो वह आक्रोशित हो गए और उन्होंने ग्रामीणों के साथ मिलकर थाने पर पथराव कर दिया. ग्रामीणों का आरोप था कि युवती के साथ उसके परिचित युवक ने साथियों सहित गैंगरेप कर उसकी हत्या कर दी. ग्रामीणों ने थाने पर पथराव कर दिया, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. जबावी हमला करते हुए पुलिस ने आंसू गैस छोड़े, और फायरिंग भी की, जिसमें एक आदिवासी युवक की मौत हो गई.

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5 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू: पुलिस फायरिंग में मृत ग्रामीण की मौत के बाद संभावित तनाव के मद्देनजर पांच थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू की गई थी. वहीं क्षेत्र में एसडीएम स्तर के अधिकारियों के साथ व्यापक पुलिस बल भी तैनात किया गया है. कलेक्टर इंदौर इलैया राजा टी ने बताया कि संबंधित घटना में इंदौर एडीएम को अजयदेव शर्मा को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है. वहीं महू, किशनगंज, मानपुर समेत 5 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लगाते हुए यहां रैली धरना प्रदर्शन इत्यादि पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.

इंदौर। बड़गोनंदा थाना क्षेत्र में एक युवती की संदिग्ध मौत के बाद ग्रामीणों ने थाने का घेराव कर आरोपी के खिलाफ सख्त सजा की मांग की थी. इस दौरान पुलिस और ग्रामीण आमने-सामने हो गए और ग्रामीणों ने थाने पर हमला कर दिया. जिसके कारण 5 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए तो वहीं पुलिस ने भी जवाबी हमला करते हुए गोली चला दी. जिसमें एक युवक भी चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई. फिलहाल इस पूरे घटनाक्रम में लगातार पुलिस के द्वारा जांच पड़ताल की जा रही है, तो वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस पूरे मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं. पुलिस ने थाने पर पथराव और हमला करने वाले 120 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है, जिनमें मृतक आदिवासी युवक भी शामिल है.

पुलिस ने मृतक को भी बनाया आरोपी: इस मामले में पुलिस ने थाने पर पथराव और हमला करने वाले 120 लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है. जिसमें मृतका के परिजन व माता-पिता शामिल हैं, और पुलिस की गोली में जिस ग्रामीण की मौत हुई उसे भी पुलिस ने आरोपी बनाया है. जिनमें से कुछ लोगों को नामजद भी रखा गया है. जिन लोगों पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है उसमें जयस और भीम आर्मी के भी कुछ कार्यकर्ता और सदस्य शामिल हैं. जैसे ही इस पूरे मामले की जानकारी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को लगी तो उन्होंने प्रदेश सरकार को घेरने की कोशिश की है.

यह है पूरा मामला: बड़गोंदा थाना क्षेत्र में MPPSC की तैयारी कर रही छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. मृतका का पोस्टमार्टम करवा कर पुलिस ने उसका शव परिजनों को सौंपा तो वह आक्रोशित हो गए और उन्होंने ग्रामीणों के साथ मिलकर थाने पर पथराव कर दिया. ग्रामीणों का आरोप था कि युवती के साथ उसके परिचित युवक ने साथियों सहित गैंगरेप कर उसकी हत्या कर दी. ग्रामीणों ने थाने पर पथराव कर दिया, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. जबावी हमला करते हुए पुलिस ने आंसू गैस छोड़े, और फायरिंग भी की, जिसमें एक आदिवासी युवक की मौत हो गई.

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5 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू: पुलिस फायरिंग में मृत ग्रामीण की मौत के बाद संभावित तनाव के मद्देनजर पांच थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू की गई थी. वहीं क्षेत्र में एसडीएम स्तर के अधिकारियों के साथ व्यापक पुलिस बल भी तैनात किया गया है. कलेक्टर इंदौर इलैया राजा टी ने बताया कि संबंधित घटना में इंदौर एडीएम को अजयदेव शर्मा को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है. वहीं महू, किशनगंज, मानपुर समेत 5 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लगाते हुए यहां रैली धरना प्रदर्शन इत्यादि पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.

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