जयपुर. राजस्थान के सीकर के एक युवक ने इंडियन आर्मी में शामिल होने के लिए ऐसा जज्बा दिखाया है, जिसकी हर ओर चर्चा हो रही है. 24 वर्षीय इस युवक का नाम सुरेश भिंचर है. खास बात यह है कि सुरेश ने 50 घंटे में 300 किलोमीटर का यह सफर पूरा किया और इस दौरान (Nagaur Youth Runs 300 km within 50 Hours) वह सड़क पर तिरंगा झंडा लेकर दौड़ता नजर आया. सुरेश भींचर 29 मार्च की रात 9 बजे सीकर के जिला स्टेडियम से रवाना हुआ जो 2 अप्रैल की शाम 6 बजे दिल्ली पहुंचा. यहां उसने सांसद हनुमान बेनीवाल से मुलाकात कर ज्ञापन दिया.
मतलब सुरेश ने कुल 50 घंटे में 300 किलोमीटर का यह सफर पूरा किया. सुरेश के अनुसार उसने 1 घंटे में 6 किलोमीटर की दौड़ पूरी करने का लक्ष्य रखा था और उसी रफ्तार के साथ उसने यह सफर तय किया. सफर में पेट्रोलिंग के लिए तीन दोस्त भी उसके साथ रहे. सुरेश के अनुसार उसने सिर्फ 1 दिन होटल में खाना खाया, बाकी का इंतजाम नौकरी की तैयारी करने वाले युवाओं ने अलग-अलग इलाकों में किया. सुरेश सीकर के एक डिफेंस एकेडमी से ट्रेनिंग ले रहा है और साल 2015 से सेना में भर्ती होना चाहता है, लेकिन किसी न किसी कारण से उसका यह सपना अब तक अधूरा है. राजस्थान के कई इलाकों में सुरेश की फर्राटेदार दौड़ चर्चा का विषय रहती है. सुरेश ने साल 2018 में नागौर में हुई सेना भर्ती में 1600 मीटर की दौड़ 4 मिनट 4 सेकंड में पूरी कर एक रिकॉर्ड बनाया था.
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बेनीवाल ने फेसबुक पर साझा की फोटो, लिखा- लोकसभा में उठाऊंगा मांग : आरएलपी संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने सुरेश भींचर के सौंपे ज्ञापन और मुलाकात का फोटो फेसबुक पर साझा किया. हनुमान बेनीवाल ने लिखा कि सेना भर्ती आयोजन (Youth Reached Delhi After Running From Sikar in Rajasthan) जल्द करवाने की मांग को लेकर यह ज्ञापन सुरेश ने दिया है. बेनीवाल ने कहा कि मैंने यह मांग पूर्व में भी उठाई थी और आने वाले दिनों में भी यहां लोकसभा में सरकार के समक्ष रखूंगा.
संसद में सरकार की ओर से आ चुका है इस मामले में जवाब : सेना भर्ती रैली आयोजन से जुड़ा मामला लोकसभा और राज्यसभा में पहले लग चुका है. तब सरकार की ओर से सामने आए जवाब में यह कहा गया था कि कोरोना महामारी के कारण साल 2020 और 2021 में भारतीय थल सेना में भर्ती प्रक्रिया स्थगित हुई, लेकिन इस पर कोई रोक नहीं लगाई गई है. जवाब में यह भी कहा गया कि कोरोना का प्रकोप कम हुआ है, लेकिन खत्म नहीं हुआ. इसके बावजूद, परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए वायुसेना और नौसेना में ऑनलाइन भर्ती प्रक्रिया जारी रही और कर्मियों की भर्ती की गई है.