हैदराबाद : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के एक ट्वीट पर राजनीतिक विवाद छिड़ गया है. राहुल ने कहा कि 2014 से पहले लिंचिंग शब्द सुनने में नहीं आता था. उनके इस ट्वीट पर भाजपा ने तीखा हमला किया है. पार्टी ने उन्हें राजीव गांधी का वीडियो दिखाया, जिसमें उन्होंने कहा था कि जब भी कोई बड़ा पेड़ गिरता (इंदिरा गांधी की हत्या) है तो धरती थोड़ी हिलती है.
भारतीय जनता पार्टी की तरफ से आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने राहुल पर निशाना साधा. उन्होंने राहुल गांधी के ट्वीट का ट्वीट कर उत्तर दिया. उन्होंने पूर्व पीएम राजीव गांधी का वीडियो शेयर किया.
-
Meet Rajiv Gandhi, father of mob lynching, justifying blood curdling genocide of Sikhs. Congress took to streets, raised slogans like ‘khoon ka badla khoon se lenge', raped women, wrapped burning tyres around necks of Sikh men while dogs gorged on charred bodies dumped in drains. https://t.co/LFAoAgIGVl pic.twitter.com/ntNovHNF3W
— Amit Malviya (@amitmalviya) December 21, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">Meet Rajiv Gandhi, father of mob lynching, justifying blood curdling genocide of Sikhs. Congress took to streets, raised slogans like ‘khoon ka badla khoon se lenge', raped women, wrapped burning tyres around necks of Sikh men while dogs gorged on charred bodies dumped in drains. https://t.co/LFAoAgIGVl pic.twitter.com/ntNovHNF3W
— Amit Malviya (@amitmalviya) December 21, 2021Meet Rajiv Gandhi, father of mob lynching, justifying blood curdling genocide of Sikhs. Congress took to streets, raised slogans like ‘khoon ka badla khoon se lenge', raped women, wrapped burning tyres around necks of Sikh men while dogs gorged on charred bodies dumped in drains. https://t.co/LFAoAgIGVl pic.twitter.com/ntNovHNF3W
— Amit Malviya (@amitmalviya) December 21, 2021
इस वीडियो में राजीव गांधी कह रहे हैं कि जब इंदिराजी की हत्या हुई थी, तो हमारे देश में कुछ दंगे फसाद हुए थे. हमें मालूम है कि भारत की जनता के दिल में कितना क्रोध आया, कितना गुस्सा आया और कुछ दिनों के लिए लगा कि भारत हिल रहा है. लेकिन जब भी कोई बड़ा पेड़ गिरता है, तो धरती थोड़ी हिलती है.
इसी वीडियो पर भाजपा नेता अमित मालवीय ने टिप्पणी की. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि राजीव गांधी, मॉब लिंचिंग के जन्मदाता से मिलिए, जो सिखों के जनसंहार को सही ठहरा रहे हैं. कांग्रेस के लोग सड़कों पर उतरे, 'खून का बदला खून से लेंगे' के नारे लगाए गए, महिलाओं से रेप किया गया, सिखों के गले में जलते टायर डाल दिए गए, जले हुए शवों को नालों में बहा दिया गया.'
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल को आड़े हाथ लिया
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने 1984 के दंगे को, जिसमें हजारों सिख मारे गए थे, लिंचिंग का ‘‘सबसे बड़ा उदाहरण’’ बताया. उन्होंने मीडिया के लिए ‘‘दलाली’’ शब्द का इस्तेमाल करने के लिए भी राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया और कहा कि यह शर्म की बात है. ठाकुर ने दावा किया कि राहुल गांधी ने तीसरी बार इस प्रकार से पत्रकारों पर हमला बोला है. उन्होंने ‘‘मीडिया के एक बड़े धड़े’’ से आग्रह किया कि वह इस पर अपनी राय रखें. उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी का यह बयान आपातकाल के दिनों की याद दिलाती है जब मीडिया पर प्रतिबंध लगा दिए गए थे.
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने भी किया हमला
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि 1984 के सिख दंगों में सैंकड़ों की संख्या में सिखों की हत्या कर दी गई थी और इसके लिए कांग्रेस के कुछ नेताओं को जिम्मदार ठहराया जाता है. उन्होंने 1989 के भागलपुर दंगों का भी उल्लेख किया और सवाल किया कि क्या वह मार डालने यानी लिंचिंग की घटना नहीं थी. उन्होंने कहा, कि भीड़ द्वारा टायर जलाकर सिखों के गले में डालकर उनकी हत्या की गई थी. क्या यह लिंचिंग नहीं थी.
भाजपा नेता मंजिंदर सिंह सिरसा ने भी साधा निशाना
ये भी पढ़ें : निलंबित सांसद अखिलेश सिंह का माफी मांगने से इनकार, कहा- किसानों और जनहित के मुद्दों को संसद में उठाना क्या गुनाह है?