हैदराबाद : तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (KCR) ने सुझाव दिया है कि देश के लिए नया संविधान लिखा जाना चाहिए. उन्होंने नए संविधान के पक्ष में कई दलीलें दीं. साथ ही कांग्रेस और भाजपा प्रहार किया है. केसीआर का कहना है कि 50 साल के सार्वजनिक जीवन के अनुभव के बाद उन्हें ऐसा कहना पड़ रहा है. राव ने कहा कि पिछले आठ साल में भाजपा सरकार और पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकारों ने संविधान से खिलवाड़ किया. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा और कांग्रेस नीत सरकारों ने संविधान में राज्यों को दी गईं शक्तियों को खत्म करने का प्रयास किया है.
वहीं, केसीआर के नए संविधान लाने के पक्ष में दिए बयान का भाजपा ने पुरजोर विरोध किया है और भगवा पार्टी ने गुरुवार को विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है. तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष एवं सांसद बंदी संजय कुमार ने बुधवार को कहा कि केसीआर द्वारा एक योजना तैयार की गई है, जो नए संविधान की वकालत करती है. भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि केसीआर की ऐसी योजना इसलिए है, क्योंकि वह संसद तथा विधानसभाओं में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के प्रतिनिधियों के चुने जाने को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं. इस कथित साजिश के पीछे केसीआर की सामंती और राजशाही सोच है.
उन्होंने कहा कि दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जैसी नेता को भी तब चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था, जब उन्होंने संविधान के मूल सिद्धांतों को बदलने की कोशिश की. उन्होंने कहा, 'जब इंदिरा गांधी जैसी नेता की संविधान बदलने की मंशा पूरी नहीं हो पाई, तो केसीआर आप क्या हैं?' उन्होंने केसीआर से अपनी टिप्पणी को लेकर माफी मांगनी की मांग की.
भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लक्ष्मण, सदन में पार्टी के नेता राजा सिंह और भाजपा पार्षद गुरुवार सुबह 11 बजे से शाम चार बजे तक हैदराबाद स्थित पार्टी कार्यालय में 'भीम दीक्षा' प्रदर्शन करेंगे. भाजपा कार्यकर्ता गुरुवार को राज्यभर के मंडल मुख्यालयों पर सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक विरोध प्रदर्शन भी करेंगे.
केसीआर ने मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए केन्द्र की विभिन्न सरकारों के द्वारा राज्यों तथा अन्य की शक्तियों को कथित रूप से छीनने के मद्देनजर एक नए संविधान का मसौदा तैयार करने का समर्थन किया था. इस बीच, टीआरएस के पार्षद कदियम श्रीहरि ने कहा कि केसीआर समाज के गरीब वर्गों के अधिकारों की रक्षा के लिए एक नए संविधान के पक्षधर हैं. उन्होंने कहा कि टीआरएस नेता आंबेडकर के सच्चे उत्तराधिकारी हैं और भाजपाई गोडसे के उत्तराधिकारी हैं.